एमीवीटा टन कैप्सूल (उंझा फार्मेसी) Emivita Ton Capsule Detail and Uses in Hindi

इमिविटा टन कैप्सूल, उंझा फार्मेसी द्वारा निर्मित पुरुषों के लिए वाज़िकारक और शक्तिवर्धक दवाई है। यह एक टॉनिक औषधि है और कमजोरी को दूर करती है। यह पुरुषों की यौन शक्ति को बढ़ाती है और बहुत से यौन रोगों में

त्रिफला रसायन Triphala Rasayana in Hindi

triphala

त्रिफला (फलत्रिक, वरा) आयुर्वेद का सुप्रसिद्ध टॉनिक है। यह लगभग हर प्रकार के रोग में लाभदायक है। यह वात, पित्त और कफ को संतुलित करने, शरीर से गंदगी निकालने, आमपाचक गुण के कारण सर्वरोगनाशक माना गया है। यह दृष्टिवर्धक, रक्तवर्धक,

जानिये गुड़ के फायदे Jaggery (Gur or Gud) in Hindi

gud ke aushadiy upyog

आयुर्वेद के अनुसार पुराना गुड़ अधिक स्वास्थ्यवर्धक होता है। आयुर्वेदिक के आसव-अरिष्ट बनाते समय गुड के घोल में ही किण्वन किया जाता है। इसलिए पढ़े, जाने और अपनाएँ गुणवर्धक गुड़ को अपने भोजन में।

सालममिश्री Salep in Hindi

salep medicinal uses

पौधे की जड़ें कन्द होती है और देखने में पंजे या हथेली की तरह होती हैं। यह मीठी, पौष्टिक और स्वादिष्ट होती हैं। दवाई या टॉनिक के रूप में पौधे के कन्द जिन्हें सालममिश्री या सालमपंजा कहते हैं, का ही प्रयोग किया जाता है।

यवक्षार Yavakshara Carbonate of Potash information, Uses, Caution and More in Hindi

आयुर्वेद में यवक्षार को मुख्य रूप से कफ रोगों, जलोदर ascites, पथरी, पेशाब में जलन, प्लीहा-यकृत रोगों, हृदय के लिए टॉनिक और रक्त पित्त में प्रयोग किया जाता है।

जानिये हिमालयन वियाग्रा – यार्सागुम्बा के बारे में Himalayan Viagra – Yarsagumba in Hindi

यारसागुम्बा को विभिन्न रोगों जैसे की cancer, bronchial asthma, bronchitis, TB, diabetes, cough and cold, erectile dysfunction, BHP, jaundice, alcoholic hepatitis आदि में प्रमुखता से प्रयोग किया जाता है। यह लीवर, किडनी और हृदय रोगों hepatic, renal, and cardiovascular में फायदा करती है।

सुहागा टंकण Borax in Hindi

आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी, एलोपैथी, होमियोपैथी चिकित्सा पद्यति में इसे दवाई की तरह भी प्रयोग किया जाता है। सुहागे में मूत्रल, संकोचक, एंटासिड, और एंटीसेप्टिक गुण हैं।

आयुर्वेद के छः रस Six Tastes in Ayurveda

मधुर रस, मुख में रखते ही प्रसन्न करता है। यह रस धातुओं में वृद्धि करता है। यह बलदायक है तथा रंग, केश, इन्द्रियों, ओजस आदि को बढ़ाता है। यह शरीर को पुष्ट करता है, दूध बढ़ाता है, जीवनीय व आयुष्य है। मधुर रस, शरीर को शीतलता देता है गुरु (देर से पचने वाला) है।