मुलेठी क्वाथ के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

mulethi medicinal uses

मुलेठी क्वाथ, लिकोरिस या मुलेठी से बने काढ़े को कहते हैं। मुलेठी का काढ़ा कफजन्य रोगों, गले के संक्रमण, अम्लता, अपच और अन्य पेट संबंधी बीमारियों में लाभप्रद है।

मुलेठी के साइड-इफेक्ट Side-effects of Liquorice in Hindi

mulethi medicinal uses

मुलठी को बहुत कम मात्रा में ज्यादा दिन तक लिया जाता है। यदि इसे ज्यादा मात्रा में लिया जा रहा है तो कम दिन तक लिया जाता है। आइये जाने इसके साइड इफेक्ट्स और किन किन रोगों में नहीं इस्तेमाल के बारे में।

मुलेठी के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

mulethi medicinal uses

मुलेठी जो दवा की तरह प्रयोग की जाती है वह इसी कोमलकांडीय पौधे की जड़ होती है। ३-४ साल पुराने पौधों की जड़े ही दवा के रूप में प्रयोग की जाती है।

नीम के पेड़ के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि

Neem

अथर्ववेद में नीम्बा शब्द का प्रयोग किया गया है जिसकी उत्पत्ति ‘निम्बाती स्वस्थ्यमघाती’ अर्थात ‘अच्छा स्वाथ्य बने रखना’, उक्ति से हुई है। क्योंकि नीम अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहयोगी है तथा रोग निवारक है इसलिए इसे निम्ब नाम मिला। नीम को सर्वरोग निवारिण (सभी बिमारियों की दवा) भी कहा जाता है क्योकि यह एक नहीं अनेक रोगों की प्रभावशाली दवा है।

पिठवन हर्ब के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि

पिठवन का स्वाद कड़वा, कसैला तथा तासीर गर्म होती है। यह जलन, बुखार, अतिसार, रक्त-अतिसार, पेचिश, खूनी बवासीर, ज्यादा प्यास , उल्टी, सांप-बिच्छू के काटने पर प्रयोग होता है। इसके सेवन से खासी और कफ नष्ट होता है।

बबूल के पेंड के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि

Babool Tree

बबूल से बनी आयुर्वेदिक औषधि, बब्बुलारिष्ट अनेक रोगों में उपयोगी है। यह खांसी, अस्थमा आदि को ठीक करने की उत्तम दवा है।

कतीरा गोंद के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

KATARI GOND

गोंद कतीरा, में बुखार कम करने के, विरेचक, और सेडेटिव गुण होते हैं। इस गोंद को कब्ज़, कफ, डाइरिया, डीसेनट्री, बुखार, फिस्चुला, नीद न आना, नर्वसनेस आदि में दिया जाता है।

शहद के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

Honey benefits

यह पौष्टिक है और विटामिन, खनिज से भरपूर एंटीऑक्सीडेंट है। यह आंतरिक और बाह्य रूप दोनों तरह से प्रयोग किया जाता है।

सहजन की पत्तियों के पाउडर के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

सहजन के पत्ते बहुत ही पौष्टिक होते हैं। इनमें प्रोटीन, बीटा कैरोटीन, अमीनो एसिड और विभिन्न phenolics होते हैं। इन पत्तियों को ताजा या सूखे पाउडर के रूप में भोजन के पूरक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।