बालार्क रस के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस
बालार्क रस, एक आयुर्वेदिक रस औषधि है जो की बच्चों के रोगों में प्रयोग की जाती है। इस दवा को केवल डॉक्टर की राय के बाद, बताई मात्रा और समय के लिए देना चाहिए। क्योंकि यह दवा बच्चों के लिए
Details of various Ayurvedic medicines. Ingredients, benefits and dosage information.
बालार्क रस, एक आयुर्वेदिक रस औषधि है जो की बच्चों के रोगों में प्रयोग की जाती है। इस दवा को केवल डॉक्टर की राय के बाद, बताई मात्रा और समय के लिए देना चाहिए। क्योंकि यह दवा बच्चों के लिए
रुमार्थो गोल्ड प्लस, बैद्यनाथ फार्मेसी द्वारा निर्मित दवाई है। इसमें सलाई गुग्गुल, महारस्नादी क्वाथ का घन सत्व, सुरंजन, अश्वगंधा, शोधित कुचला, चोपचीनी, रस सिंदूर, वंग भस्म, लोह भस्म, स्वर्णमाक्षिक भस्म,अभ्रक भस्म, और स्वर्ण भस्म जैसे आयुर्वेद के जाने माने घटक
दशांग लेप यह एक आयुर्वेदिक मेडीकेटेड लेप है जिसे चर्म रोगों में प्रयोग किया जाता है। लेप, आयुर्वेदिक औषधियों का पेस्ट होता है जिसे बाह्य रूप से एक लेयर की तरह चमड़ी पर विभिन्न रोगों में लगाया जाता है। औषधीय
त्रिबंगशिला, झंडु द्वारा निर्मित आयुर्वेदिक दवा है। यह दवा शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करती है। इसमें आयुर्वेद के जाने माने मधुमेह नियंत्रित करने वाले द्रव्य, जैसे की नीम, गुडमार, जामुन आदि हैं जो की एंटीऑक्सीडेंट और
बहुमूत्रान्तक रस, आयुर्वेद की एक क्लासिकल रस औषधि जिसे भैषज्य रत्नावली के बहुमूत्र चिकित्सा से लिया गया है। क्योंकि यह आयुर्वेद की क्लासिकल दवा है इसलिए यह बहुत सी आयुर्वेदिक फार्मेसियों दवा निर्मित की जाती है। यह एक आयुर्वेदिक रस-औषधि
पत्रांगासव, एक क्लासिकल आयुर्वेदिक दवा है। इसे भैषज्य रत्नावली के प्रदर रोगाधिकार से लिया गया है। इसका मुख्य घटक पतंगकाष्ठ है तथा यह दवाई मुख्य रूप से प्रदर रोगों में प्रयोग की जाती है। यह फरमेंटेड आयुर्वेदिक दवा, आसव है,
उन्मादगजकेशरी आयुर्वेद की एक रस औषधि है, जिसे शुद्ध पारद, शुद्ध गंधक, शुद्ध मैनशील, और शुद्ध धतूरे के बीजों से बनाया गया है। इसमें बच और ब्राह्मी की भावना दी गई है। यह दवा मुख्य रूप से उन्माद abnormal psychological
हिमालया तुलसी, तुलसी की पत्तियों से तैयार एक आयुर्वेदिक दवाई है जो की हिमालया ड्रग कंपनी द्वारा निर्मित है। यह दवा सिरप और टेबलेट रूप में उपलब्ध है। इस दवा में एकमात्र घटक तुलसी है। ऐसे तो इसे विविध रोगों
कन्यालोहादि वटी, एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसे एलो वेरा, काशीस, दालचीनी, इलाइची, शुण्ठी आर गुलकंद से बनाया जाता है है। यह दवाई केवल लड़कियों और महिलाओं के लिए है और मासिक दर्म से सम्बंधित विकारों को दूर करती है। इसके
तरुणी कुसुमाकर चूर्ण एक शास्त्रीय आयुर्वेदिक दवा है। यह कब्ज से आराम पाने के लिए एक ओटीसी हर्बल पाउडर है। इस दवा का मुख्य घटक सनाय की पत्ती है। सनाय दस्तावर, रेचक, कसैला, कड़वा, तीखा, गर्मी पैदा करने, जिगर टॉनिक