मदन प्रकाश चूर्ण के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस
मदन प्रकाश चूर्ण एक वाजीकारक चूर्ण है। इसका सेवन बल, शक्ति, शुक्र और वीर्य की वृद्धि करता है। यह शुक्र के पतलेपन को दूर कर उसे गाढ़ा करता है तथा स्तम्भन शक्ति को बढ़ाता है। यह एक उत्तम रसायन है।
Details of various Ayurvedic medicines. Ingredients, benefits and dosage information.
मदन प्रकाश चूर्ण एक वाजीकारक चूर्ण है। इसका सेवन बल, शक्ति, शुक्र और वीर्य की वृद्धि करता है। यह शुक्र के पतलेपन को दूर कर उसे गाढ़ा करता है तथा स्तम्भन शक्ति को बढ़ाता है। यह एक उत्तम रसायन है।
बिल्वादी चूर्ण का सेवन पाचन पर अच्छे प्रभाव डालता है। कच्चे बेल की गिरी के चूर्ण को आयुर्वेद में हजारों सालों से प्रवाहिका और अतिसार के उपचार में प्रयोग किया जाता है।
वानरी गुटिका या वटी (वटी या गुटिका, टेबलेट को कहा जाता है) एक हर्बल आयुर्वेदिक औषधि है जिसे वानरी बीजों से बनाया गया है।
वानरी, कपिकच्छु-केवांच का ही एक नाम है। केवांच के पौधे की फली पर बन्दर की तरह रोयें होते हैं जिस कारण केवांच को कपिकच्छु, कपिलोमा, कपि, मर्कटी, और वानरी कहा जाता है।
शतावरी घृत के सेवन से शरीर में अधिक पित्त और वात (पित्त और वात विकार) के कारण होने वाले विकार दूर होते है। इसके सेवन से शरीर में ताकत आती है। यह पौष्टिक होने के साथ-साथ शरीर के भीतर की रूक्षता को दूर करता है और कब्ज़ से राहत देता है।
इसका सेवन शुक धातु की वृद्धि करता है। यह सेक्सुअल डिसआर्डर को भी दूर करता है। इसके सेवन से कमजोरी दूर होती है और वज़न की वृद्धि होती होती है। यह इम्युनिटी को बढ़ा शरीर की विभिन्न रोगों से रक्षा करने में सहयोग करती है।
यह पुरुषों के लिए उत्तम टॉनिक है। धातुपौष्टिक चूर्ण नसों और प्रजनन अंगों को ताकत देता है तथा स्वप्न दोष, असमय वीर्यपात, नपुंसकता erectile dysfunction, वीर्य और शुक्र विकारों को दूर करता है। धातुपौष्टिक चूर्ण में सभी घटक हर्बल हैं।
इसका सेवन पुरुषों में धातु को पुष्ट करता है और धातु क्षीणता, नपंसुकता impotence, शीघ्रपतन premature ejaculation, स्पर्म की कमी sperm deficiency, नसों की कमजोरी nerves weakness समेत बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करता है।
इसके सेवन से धातु-विकार, शुक्र-विकार, शीघ्रपतन, स्वप्नदोष, वीर्य का पतलापन, आदि दोष दूर होते है। यह सीमन को गाढ़ा करने में मदद करती है और शरीर को बल देती है।
यह घी पुरुषों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है। इसके सेवन से शरीर में ताकत आती है। यह वाजीकारक है और यौन इच्छा को बढ़ाता है। इसका नियमित सेवन नाड़ियों की कमजोरी के कारण होने वाली नपुंसकता को दूर करता है।