पुनर्नवादि गुग्गुलु के फायदे, नुकसान और उपयोग विधि

पुनर्नवा गुग्गुलु, जड़ी बूटियों का एक शक्तिशाली संयोजन है जो कि सूजन को कम कर देता है। आर्थराइटिस में यह जोड़ों की सूजन को कम करने, और अधिक पानी को शरीर से निकाल कर चलने-फिरने में आसानी करता है।

सप्तविंशति गुग्गुलु के फायदे, नुकसान और उपयोग विधि

इसे साइटिका, पक्षाघात, गठिया, चेहरे का पक्षाघात, घाव भरने, सूजन घटाने, पाचन रोगों जैसे की भूख न लगना, पेट फूलना, कृमि संक्रमण, बवासीर आदि में प्रयोग किया जाता है।

सिंहनाद गुग्गुलु के फायदे, नुकसान और उपयोग विधि

सिंहनाद गुग्गुलु आयुर्वेदिक दवा है। यह दवा वात-रक्त, गुल्म, शूल, उदर, कुष्ठ, तथा कठिन से कठिन आमवात में बहुत अच्छे परिणाम देती है।

त्रयोदशांग गुग्गुलु के फायदे, नुकसान और उपयोग विधि

त्रयोदशांग गुग्गुलु आयुर्वेदिक दवा है। इसके सेवन से वात-शूल, गठिया, पक्षाघात, लकवा, आदि में लाभ होता है.

योगराज गुग्गुलु के फायदे, नुकसान और उपयोग विधि

इसका प्रयोग आमवात, गठिया, रुमेटिज्म, पाचन की कमजोरी, हमेशा रहने वाली कब्ज़, जोड़ों की उन समस्याओं में जिनमें दर्द, जकड़न, सूजन, सूखापन, आदि में उत्तम प्रभाव दिखाता है।

विडंगारिष्ट के फायदे, नुकसान और उपयोग विधि

विडंगारिष्ट (विडंगासव) एक आयुर्वेदिक दवा है। यह दवा कृमि, विद्रधि, गुल्म, उरुस्तम्भ, अश्मरी, प्रमेह, प्रत्यष्ठीला, गण्डमाला, भगन्दर, हनुस्तम्भ आदि रोगों में प्रभावी है। इस दवा में मुख्य घटक विडंग है।

हरिद्रा खण्ड के फायदे, नुकसान और उपयोग विधि

हरिद्रा खण्ड एलेर्जिक रायनाइटिस की भी अच्छी औषधि है। एलेर्जिक रायनाइटिस पेड़-पौधों के पोलेन से होने वाली एक मौसमी एलर्जी है।

कांचनार गुग्गुलु के फायदे, नुकसान और उपयोग विधि

कांचनार गुग्गुलु मुख्यतः थायराइड रोग, ग्रंथियों में सूजन, लिम्फ नोड्स सूजन, गर्भाशय पोलिप और शरीर की अन्य असामान्य वृद्धि के इलाज के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवाओं में से एक है।