झंडू पंचारिष्ट पाचन टॉनिक – Zandu Pancharishta in Hindi

zandu pancharist ke fayde

झंडु पंचारिष्ट के नियमत सेवन से पेट फूलना, खट्टी डकारें, बदहज़मी, अपच, कब्ज़, आदि जैसी शिकायतों में लाभ होता है। पंचारिष्ट का सेवन सम्पूर्ण पाचन को दुरुस्त करने में मददगार है।

गुर्दे की पथरी के लिए दिव्य अश्मरीहर रस – Divya Ashmarihar Ras

दिव्य अश्मरीहर रस (Divya Ashmarihar Ras) स्वामी रामदेव की दिव्य फार्मेसी में निर्मित आयुर्वेदिक दवा है। यह दवा मूत्रल और अश्मरी भेदक है । यह दवा मुख्य रूप से गुर्दे की पथरी के लिए उपयोगी है । दिव्य अश्मरीहर रस

दिव्य अश्मरीहर क्वाथ – Divya Ashmarihar Kwath

दिव्य अश्मरीहर क्वाथ(Divya Ashmarihar Kwath) स्वामी रामदेव की दिव्य फार्मेसी में निर्मित आयुर्वेदिक दवा है। यह दवा आयुर्वेद की मूत्रल और अश्मरी भेदन पौधों से बनी है । अश्मरीहर क्वाथ, औषधिय वनस्पतियों का सूखा पाउडर है जसे पानी में पकाकर

दिव्य उदरामृत वटी – Divya Udaramrit Vati

दिव्य उदरामृत वटी (Divya Udaramrit Vati) स्वामी रामदेव की दिव्य फार्मेसी में निर्मित आयुर्वेदिक दवा है। इस दवा को बहुत से औषधीय पौधों और खनिजों से बनाया गया है । इस दवा को सभी तरह के पेट रोगों, यकृत रोगों

दिव्य वृक्कदोषहर क्वाथ

दिव्य वृक्कदोषहर क्वाथ(Divya Vrikkdoshhar Kwath) स्वामी रामदेव की दिव्य फार्मेसी में निर्मित आयुर्वेदिक दवा है। वृक्क/गुर्दे /kidney शरीर के वे अंग हैं जिनका प्रधान कार्य मूत्र उत्पादन (रक्त शोधन कर) करना है। Divya Vrikkdoshhar Kwath is Ayurvedic medicine from Swami

बवासीर के लिए दिव्य अर्शकल्प वटी – Divya Arshkalp Vati

दिव्य अर्शकल्प वटी (Divya Arshkalp Vati ) स्वामी रामदेव की दिव्य फार्मेसी में निर्मित आयुर्वेदिक दवा है. दिव्य अर्शकल्प वटी दवा का प्रयोग बवासीर, भगंदर, फिस्चुला Piles, bleeding piles and hemorrhoid के इलाज में होता है. Divya Arshkalp Vati is Ayurvedic

दिव्य कायाकल्प वटी विभिन्न त्वचा रोगों के लिए

दिव्य कायाकल्प वटी Divya Kayakalp Vati स्वामी रामदेव की दिव्य फार्मेसी में निर्मित आयुर्वेदिक Ayurvedic medicine दवा है। जैसे की सभी जानते हैं चमड़ी के रोग skin diseases होने का मुख्य कारण खून की अशुद्धि toxins in blood है और

गौमूत्र अर्क(Gomutra Ark) के उपयोग

गौमूत्र अर्क / Gomutra Ark, गोमूत्र से तैयार किया जाता है। असल में यह गोमूत्र के आसवन/डिसटीलेशन से मिलाता है। गोमूत्र का इस्तेमाल वैदिक काल से रोगों के इलाज के लिए आयुर्वेद में होता आया है। यह शरीर को शुद्ध