प्रभाकर वटी के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

इसके अतिरिक्त इसे फेफड़ों की कमजोरी, कफ, खून की कमी, लीवर के रोगों (पीलिया, हलीमक, सूजन), आदि में भी दिया जाता है। यह समस्त हृदय रोगों और फेफड़ों के रोगों में लाभप्रद है।

प्रभाकर वटी, एक आयुर्वेदिक दवाई है जिसे हृदय की अनियमित गति, धड़कन, सांस फूलना, सीने में दर्द, लीवर के बढ़ने के कारण दिल में दर्द, दिल की कमजोरी आदि में प्रयोग किया जाता है। इसके अतिरिक्त इसे फेफड़ों की कमजोरी, कफ, खून की कमी, लीवर के रोगों (पीलिया, हलीमक, सूजन), आदि में भी दिया जाता है। यह समस्त हृदय रोगों और फेफड़ों के रोगों में लाभप्रद है।

Prabhakar Vati is Ayurvedic medicine which used to treat cardiac diseases. This medicine has antianginal and heart protective activities. It is a cardiac tonic. Prabhakar Vati is beneficial in irregular heartbeat, palpitation, breathlessness on even minimum work, chest pain and pain in the heart region resulting from anemia. This medicine should be given in dosage of 1-2 pills with decoction of Arjun bark or Amla powder and Mishri.

Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

प्रभाकर वटी के घटक | Ingredients of Prabhakar Vati in Hindi

  • स्वर्ण माक्षिक Makshika (Svarnamakshika Bhasma) Calcined Chalcopyrite – 1 part
  • लौह Lauha (Lauha Bhasma) Calcined Lauha – 1 part
  • अभ्रक Abhrak (Abhraka Bhasma) Calcined Abhraka – 1 part
  • तुगाश्री Tugakshiri (Vanshalocana) Bamboo manna S. C. 1 part
  • शिलाजीत shilajatu Shuddha 1 part
  • अर्जुन Parthavari (Arjuna) Kvatha Terminalia arjuna St. Bk. QS

प्रभाकर वटी के फायदे | Benefits of Prabhakar Vati in Hindi

  • यह एक हृदय के लिए टॉनिक है।
  • यह सीने में दर्द को दूर करती है और हृदय की रक्षा करती है।
  • यह दिल को शक्ति देती है।
  • यह घबराहट, अनियमित दिल की धड़कन, और सीने में दर्द में राहत देती है।
  • यह हीमोग्लोबिन के स्तर में सुधार करती है।
  • यह हृदय और फेफड़ों की मांसपेशियों को ताकत देती है।

प्रभाकर वटी के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Prabhakar Vati in Hindi

  • सभी हृदय के रोग Diseases of heart
  • दिल की कमजोरी weakness of heart muscles
  • सीने में दर्द angina
  • लीवर के रोग diseases of liver
  • कफ, प्रमेह, खून की कमी anemia
  • कमजोरी, चक्कर आना, नींद न आना अदि

सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Prabhakar Vati in Hindi

  • 1-2 गोली या 250 -500 mg, दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
  • इसे शहद, अर्जुन के काढ़े / आंवला १ ग्राम + मिश्री १ ग्राम, के साथ लें।
  • या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।

इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।

This is a mineral-metallic formulation. Please take under medical supervision.

You can buy this medicine online or from medical stores.

This medicine is manufactured by Baidyanath (Prabhakar Bati), Dabur (Prabhakar Vati) and many other Ayurvedic pharmacies.

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