नेत्र सुदर्शन अर्क के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस
नेत्र सुदर्शन अर्क, एक आई ड्राप है। इसे आँखों में किसी भी अन्य ऑय ड्राप की तरह डाला जाता है। इसमें पलाश की जड़ का अर्क है। यह ड्रॉप्स आँखों की सभी तरह की सामान्य बिमारियों में फायदेमंद है। यह
नेत्र सुदर्शन अर्क, एक आई ड्राप है। इसे आँखों में किसी भी अन्य ऑय ड्राप की तरह डाला जाता है। इसमें पलाश की जड़ का अर्क है। यह ड्रॉप्स आँखों की सभी तरह की सामान्य बिमारियों में फायदेमंद है। यह
डेपॉक्सेटिन एक ऐलोपथिक प्रिसक्रिप्शन ड्रग (डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर मिलने वाली ) है। यह दवा केवल पुरुषों के लिए है और बेटर इरेक्शन पाने में मदद करती है। डेपॉक्सेटिन को इरेक्टाइल डिसफंक्शन / स्तम्भन दोष या नपुंसकता में लिया जाता
कुतुब 30 एक्स एक ऐलोपथिक दवाई जो की प्रिसक्रिप्शन ड्रग (डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर मिलने वाली ) है। यह दवा केवल पुरुषों के लिए है और बेटर इरेक्शन पाने में मदद करती है। कुतुब 30 एक्स को इरेक्टाइल डिसफंक्शन /
साइलेक्स कैप्सूल, मैपल ओवेरसीस द्वारा निर्मित दवाई है। यह दवा आयुर्वेद के वाजीकारक द्रव्यों से निर्मित है और पुरुषों में यौन समस्याओं में प्रयोग की जा सकती है। इस दवा का प्रमुख द्रव्य अश्वगंधा है। इसके अतिरिक्त इसमें अकरकरा, मूसली,
मुसली सूत्र कैप्सूल, आयुर्वेद के सिद्धांतों पर आधारित एक दवाई है जो की मुख्य रूप से पुरुषों के लिए है लेकिन महिलायें भी इसका सेवन कर सकती हैं। यह शक्तिवर्धक, जोश वर्धक, और वाजीकारक औषधि है। इसके सेवन से प्रजनन
सोमराजी तैल, एक आयुर्वेदिक औषधीय तेल है। इसे भैषज्य रत्नावली के कुष्ठरोगाधिकार से लिया गया है। इस दवा में मुख्य घटक सोमराजी है। इसके अतिरिक्त इसमें हल्दी, दारुहल्दी, सफ़ेद सरसों, कूठ, करंज, चक्रमर्द, अमलतास के पत्ते और सरसों का तेल
रोग़न बनफशा, एक यूनानी दवा है। रोग़न तेल को कहते हैं। इसमें मुख्य द्रव्य बनफशा होने से इसे रोग़न बनफशा या बनफशा का तेल कहते हैं। रोग़न बनफशा को सिर पर लगाने के लिए प्रयोग किया जाता है। इससे मालिश
बनफशा, बनप्शा, बन्फश, फारफीर, ब्लू वायलेट, स्वीट वायलेट आदि वाओला ओडोराटा Viola odorata Flower के नाम है। इसका उत्पत्ति स्थान फारस है और यह मुख्य रूप से यूनानी चिकित्सा पद्यति में दवाई की तरह प्रयोग किया जाता है। बनफशा भारत
सौंफ का अर्क, सौंफ से तैयार किया जाता है। सौंफ अर्क बनाने के लिए सौंफ को साफ़ करके रात में पानी में भिगो देते हैं। भिगो देने से सौंफ मुलायम हो जाती है। अगले दिन पानी और सौंफ को नाड़िका