जानिये हिमालयन वियाग्रा – यार्सागुम्बा के बारे में Himalayan Viagra – Yarsagumba in Hindi

यारसागुम्बा को विभिन्न रोगों जैसे की cancer, bronchial asthma, bronchitis, TB, diabetes, cough and cold, erectile dysfunction, BHP, jaundice, alcoholic hepatitis आदि में प्रमुखता से प्रयोग किया जाता है। यह लीवर, किडनी और हृदय रोगों hepatic, renal, and cardiovascular में फायदा करती है।

भिन्डी Bhindi-Okra Information and Medicinal Uses in Hindi

भिन्डी के फल, पत्ते, जड़, बीज सभी औषधि रूप से प्रयोग किये जाते रहे है। भिन्डी के फल मधुमेह में लाभप्रद है। इसके पत्ते पीस कर सूजन आदि पर लागाये जाते हैं। जड़ को रह्यूमैटिस्म में प्रयोग किया जाता है। भिन्डी के फल स्निग्‍धकारी demulcent और ठंडक देने वाले emollient होते है। भिन्डी का सेवन शरीर में गर्मी को कम करता है और जलन आदि में आराम देता है।

कलियारी Langali (Gloriosa superba) in Hindi

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एक विषैला पौधा है और आयुर्वेद के उपविष वर्ग के सात पौधों (आक, सेहुंड, कनेर, रत्ती, अफीम, धतूरा, और कलिहारी) में से एक है। दवा की तरह इसकी जड़ तथा पत्तों का प्रयोग किया जाता है। कलियारी या कलिहारी को आयुर्वेद में सांप के विष के लिए, भगंदर, जोड़ों के दर्द, रक्त विकार आदि में प्रयोग करते हैं।

सुहागा टंकण Borax in Hindi

आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी, एलोपैथी, होमियोपैथी चिकित्सा पद्यति में इसे दवाई की तरह भी प्रयोग किया जाता है। सुहागे में मूत्रल, संकोचक, एंटासिड, और एंटीसेप्टिक गुण हैं।

आयुर्वेद के छः रस Six Tastes in Ayurveda

मधुर रस, मुख में रखते ही प्रसन्न करता है। यह रस धातुओं में वृद्धि करता है। यह बलदायक है तथा रंग, केश, इन्द्रियों, ओजस आदि को बढ़ाता है। यह शरीर को पुष्ट करता है, दूध बढ़ाता है, जीवनीय व आयुष्य है। मधुर रस, शरीर को शीतलता देता है गुरु (देर से पचने वाला) है।

कहरवा पिष्टी के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

भस्म और पिष्टी दोनों ही खनिजों, धातुओं आदि के बहुत ही बारीक औषधीय चूर्ण ही हैं लेकिन दोनों के निर्माण में अंतर है। जहाँ भस्म को आग में तपाया जाता है, पिष्टी में यह नहीं किया जाता। पिष्टियाँ इसलिए स्वभाव में, भस्म से मृदु होती है।

स्वर्ण भस्म के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

सोने की भस्म को स्वर्ण भस्म कहते हैं। स्वर्ण को आभूषण बनाने के अतिरिक्त एक औषधि की तरह भी आयुर्वेद में हजारों साल से प्रयोग कर रहे हैं। आयुर्वेद में स्वर्ण जैसी मूल्यवान धातु की रासयनिक विधि से भस्म बनाई जाती है जो की सोने की ही तरह बहुत मूल्यवान है।

रौप्य भस्म के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

आयुर्वेद में चांदी को औषधि की तरह प्रयोग किया जाता है और उत्तम प्रकार की चांदी के नौ गुण बताये गए हैं। रौप्य भस्म भारी, नर्म, तपाने और तोड़ने पर सफ़ेद, स्निग्ध, चमकदार, लचीली और देखने में अच्छी लगती है। दवाई की तरह प्रयोग करने के लिए चांदी की भस्म बनाई जाती है।

क्रेनबेरी Cranberry Juice in Hindi

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क्रेनबेरी, एक बेरी है जो लाल रंग की होती है और एक झाड़ी से मिलती है। इसे अमेरिका, इंग्लैंड, यूरोपियन देशों में कच्चे रूप में, जैम, जेली आदि की तरह खाया जाता है। क्रेनबेरी फलों का जूस निकाल कर भी पीया जाता है।