काकजंघा Leea hirta in Hindi

काकजंघा को स्वभाव से कही गर्म तो कही ठंडा माना गया है। यह कफ-पित्त ज्वर, रक्त विकार, खुजली, विष और कृमिनाशक है। इसके सेवन से त्वचा के रोगों में लाभ होता है। इसे सफ़ेद पानी की समस्या में भी प्रयोग किया जाता है।

काली मिर्च Black Pepper in Hindi

काली मिर्च को बहुत से पुराने समय से आयुर्वेद में दवाओं के बनाने और अकेले ही दवा की तरह प्रयोग किया जाता है। आयुर्वेद में इसे मरीच कहा जाता है। इसे गैस, वात व्याधियों, अपच, भूख न लगना, पाचन की कमी, धीमे मेटाबोलिज्म, कफ, अस्थमा, सांस लेने की तकलीफ आदि में प्रयोग किया जाता है।

Corn Soup(कॉर्न सूप) Health Benefits in Hindi

मक्के का सूप कोलेस्ट्रॉल को घटने में बहुत मदद करता है और वजन कम करने में भी बहुत ही असरकारी है। कॉर्न सूप को सुबह नसते में खाना ज्यादा लाभदायक होता है।

त्रिकटु चूर्ण के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

त्रिकटु चूर्ण का सेवन मुख्य रूप से पाचन और श्वास अंगों के रोगों में किया जाता है। यह तासीर में गर्म है और पित्त को बढ़ाता है तथा कफ को साफ़ करता है।

चिकनगुनिया Chikungunya Ayurvedic in Hindi

चिकनगुनिया होने पर आम तौर पर देखे जाने वाले लक्षणों में शामिल हैं, बुखार, ठंड लगना, सिर दर्द, मतली, उल्टी और जोड़ों में दर्द। जोड़ों में सूजन हो भी सकती है और नहीं भी। इसके साथ ही शरीर पर और दाने भी देखे जा सकते हैं। डेंगू के विपरीत इसमें रक्तस्राव या शॉक सिंड्रोम नहीं होता है।

सोंठ Dry Ginger Powder Shunthi in Hindi

सोंठ का प्रयोग आयुर्वेद में प्राचीन समय से पाचन और सांस के रोगों में किया जाता रहा है। आयुर्वेद में इसे शुंठी, विश्वा, विश्व, नागर, विश्वभेषज, ऊषण, कटुभद्र, शृंगवेर, और महौषधि आदि नामों से जाना जाता है।

अनवांटेड-21 Unwanted-21 in Hindi

यह गर्भ को रोकने और बच्चों में अंतर रखने के प्रयोग की जाती है। यह एक हार्मोनल गर्भनिरोधक गोली है। यह शरीर के होरमोन सिस्टम को प्रभावित करती है। इसमें हार्मोन एस्ट्रोजन व प्रोजेस्टेरोन हैं जो की कृत्रिम रूप से बनाए गए है।

अशोक के औषधीय उपयोग Ashok Tree Medicinal Uses in Hindi

दवाई की तरह अशोक की छाल, पत्तों, फूलों और बीजों का प्रयोग होता है।
दवा की तरह, अशोक की छाल का ज्यादा प्रयोग किया जाता है। छाल में टैनिन, कैटीकाल, उड़नशील तेल, कीटोस्टेरोल, ग्लाइकोसाइड, सेपोनिन, कैल्शियम और आयरन यौगिक होते हैं। बीजों का चूर्ण पथरी और मूत्रकृच्छ में फायदा देते हैं।

व्योषादि गुग्गुलु (नवक गुग्गुलु) के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

व्योषादि गुग्गुलु की तासीर गर्म है और इस गुण के कारण यह कफ, कोलेस्ट्रोल, लिपिड और ट्राईग्लीसिराइड्स को कम करता है। अपने रूक्ष और हल्के गुण के कारण यह शरीर में फैट को कम करता है। यह वात-कफ को कम करता है और पित्त को बढ़ाता है। इस दवाई का मुख्य घटक व्योष है। व्योष, त्रिकटु को कहते है।

फिटकरी Alum Information, Benefits and 20 Medicinal Uses in Hindi

फिटकरी के बारे में भारतीयों को जानकारी बहुत ही प्राचीन समय से थी। भारत में चिकित्सा के लिए इसका प्रयोग आयुर्वेद में किया जाता रहा है। चरक संहिता में भी इसके प्रयोग का वर्णन पाया जाता है। रत्न समुच्चय ग्रन्थ में इसे तुवरी कहा गया है। रसतरंगिणी में इसे पित्त-कफ नाशक, ज्वरनाशक, आँखों के रोगों में लाभप्रद, खूनके बहने को रोकने वाली, मुख के रोगों, कान रोगों और नाक से खून बहने से रोकने वाली माना गया है।