गंधक के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

गंधक में एंटी-बेक्टेरियल, एंटी-फंगस, तथा अन्य पैरासिटिक जीवों को मारने के गुण मौजूद है। यह त्वचा रोगों में विशेष रूप से उपयोगी है। आजकल लोशन, क्रीम, साबुन आदि बनाने के लिए भी इसका प्रयोग एक घटक की तरह होता है।

मुलेठी क्वाथ के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

mulethi medicinal uses

मुलेठी क्वाथ, लिकोरिस या मुलेठी से बने काढ़े को कहते हैं। मुलेठी का काढ़ा कफजन्य रोगों, गले के संक्रमण, अम्लता, अपच और अन्य पेट संबंधी बीमारियों में लाभप्रद है।

मुलेठी के साइड-इफेक्ट Side-effects of Liquorice in Hindi

mulethi medicinal uses

मुलठी को बहुत कम मात्रा में ज्यादा दिन तक लिया जाता है। यदि इसे ज्यादा मात्रा में लिया जा रहा है तो कम दिन तक लिया जाता है। आइये जाने इसके साइड इफेक्ट्स और किन किन रोगों में नहीं इस्तेमाल के बारे में।

मुलेठी के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

mulethi medicinal uses

मुलेठी जो दवा की तरह प्रयोग की जाती है वह इसी कोमलकांडीय पौधे की जड़ होती है। ३-४ साल पुराने पौधों की जड़े ही दवा के रूप में प्रयोग की जाती है।

पंचनिम्ब चूर्ण के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

पंचनिम्ब चूर्ण खून को साफ़ करती है। खून में मौजूद विषाक्त पदार्थों के कारण त्वचा रोग होते है। इस दवा के सेवन से शरीर में वात-पित्त-कफ संतुलित होते है। पेट साफ़ होता है और रोग नष्ट होता है।

कील-मुँहासे का आयुर्वेदिक उपचार

pimple

कील-मुहांसों को दूर करने के लिए होम रेमेडीज दी गई है। इसके अतिरिक्त कुछ हर्बल दवाएं भी दी गई हैं जिनके उपयोग से मुहांसों को कम किया जा सकता है।

शिलाजीत के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

shilajit

शिलाजित को हजारों साल से लगभग हर बीमारी के उपचार में प्रयोग किया जाता रहा है। आयुर्वेद में यह कहा गया है की कोई भी ऐसा साध्य रोग नहीं है जो की शिलाजतु के प्रयोग से नियंत्रित या ठीक नहीं किया जा सकता।

शिलाजित्वादि लौह के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

इसके सेवन से खून की कमी, सभी प्रकार के राजयक्ष्मा tuberculosis, रक्त क्षय blood loss, पुराना बुखार, ब्लीडिंग डिसऑर्डर, प्रमेह आदि दूर होते हैं।

प्रभाकर वटी के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

इसके अतिरिक्त इसे फेफड़ों की कमजोरी, कफ, खून की कमी, लीवर के रोगों (पीलिया, हलीमक, सूजन), आदि में भी दिया जाता है। यह समस्त हृदय रोगों और फेफड़ों के रोगों में लाभप्रद है।

मेदोहर विडंगादि लौह के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

मेदोहर विडंगादि लौह दवा आयुर्वेद का एक लौह कल्प है। इसके सेवन से शरीर में रक्त धातु की वृद्धि होती है।