जानिये हमारे शरीर के लिए मैग्नीशियम क्यों आवश्यक है

मैग्नीशियम की कमी के कारण मतली, मांसपेशियों में कमजोरी, सुस्ती, चक्कर आना आदि लक्षण प्रकट हो सकते है। अगर मैग्नीशियम की कमी लंबे समय तक रहती है तो वजन भी घट सकता है।

मैग्नीशियम magnesium एक खनिज mineral है जो कि शरीर में अपेक्षाकृत बड़ी मात्रा में मौजूद है। यह शरीर के हर अंग, विशेष रूप से हृदय, मांसपेशियों और गुर्दे, के सही रूप से काम करने के लिए आवश्यक है। मानव शरीर में जन्म के समय, लगभग 760 मिलीग्राम मैग्नीशियम होता है, 4-5 महीनों की उम्र में 5 ग्राम, और वयस्क होने पर करीब 25 ग्राम। 30-40% मैग्नीशियम मांसपेशियों और कोमल ऊतकों में पाया जाता है, 1% कोशिकायों के बाहर के तरल पदार्थ में, जबकि 50% -60% मैग्नीशियम हड्डी के भीतर स्थित होता है।

मैग्नीशियम शरीर में 300 से अधिक जैव रासायनिक प्रतिक्रियाओं के लिए आवश्यक है। यह तंत्रिका तंत्र और मांसपेशियों के सामान्य तरीके से कार्य करने में मदद करता है तथा इम्युनिटी को बढाता है। यह दांतों और हड्डियों की मजबूती के लिए ज़रुरी है। यह दिल की धड़कन को सही रखता है। यह ऊर्जा और प्रोटीन के उत्पादन में सहयोग करता है। शरीर में रक्त शर्करा की मात्रा को विनियमित करने में मदद करता है। यह डीएनए, प्रोटीन संश्लेषण, उचित वृद्धि एवं अन्य बहुत सी शारीरिक प्रतिक्रियों में सहयोग करता है।

शरीर में मैग्नीशियम के काम | Functions of Magnesium in Hindi

नरम ऊतको में मौजूद मैग्नीशियम कई एंजाइमों के लिए एक को-फक्टर cofactor के रूप में काम करता है।

ऊर्जा चयापचय, कैल्शियम चयापचय metabolism of calcium, प्रोटीन संश्लेषण protein synthesis, आरएनए और डीएनए संश्लेषण और रखरखाव RNA and DNA synthesis तथा ऊतकों और कोशिका झिल्लियों की कार्य क्षमता के लिए यह ज़रूरी है ।

  • मैग्नीशियम हड्डियों bones की उचित वृद्धि और रखरखाव के लिए आवश्यक है।
  • मग्नीशियम नसों, मांसपेशियों nerves, muscles और शरीर के कई अन्य भागों के समुचित फ़ंक्शन के लिए आवश्यक है।
  • पेट में मैग्नीशियम अधिक अम्ल/ एसिडिटी को कम करता है ।

मैग्नीशियम की कमी | Magnesium Deficiency in Hindi

मैग्नीशियम की कमी आमतौर पर तब होती है जब लोग यकृत विकारों, जठरांत्र रोगों, मधुमेह, उल्टी या दस्त, गुर्दे में शिथिलता, मूत्रवर्धक दवाओं का सेवन, रक्त में कम कैल्शियम के स्तर, उच्च थाइरोइड हार्मोन का स्तर Hyperthyroidism आदि से पीड़ित होते हैं।

मैग्नीशियम की कमी के लक्षण | Symptoms Of Magnesium Deficiency in Hindi

मैग्नीशियम की कमी के लक्षण मुख्यतः नसों neurologic या तंत्रिका तंत्र neuromuscular पर दिखते हैं।

मैग्नीशियम की कमी के कारण मतली, मांसपेशियों में कमजोरी, सुस्ती, चक्कर आना आदि लक्षण प्रकट हो सकते है। अगर मैग्नीशियम की कमी लंबे समय तक रहती है तो वजन भी घट सकता है।

मैग्नीशियम की कमी के लक्षण तीन श्रेणियों में डाले जा सकते है।

प्रारंभिक लक्षण | Primary Symptoms in Hindi

  • भूख न लगना Anorexia
  • उदासीनता Apathy
  • भ्रम की स्थिति Confusion
  • थकान Fatigue
  • अनिद्रा Insomnia
  • चिड़चिड़ापन Irritability
  • स्मृति ह्रास Poor memory
  • मांसपेशी में संकुचन Muscle twitching

Moderate deficiency symptoms of Magnesium in Hindi

  • हृदय के काम करने में परिवर्तन Heart (cardiovascular) changes
  • दिल की धड़कन में तेज़ी Rapid heartbeat

मैग्नीशियम की गंभीर कमी के लक्षण | Severe Deficiency in Hindi

  • मांसपेशी में संकुचन Continued muscle contraction
  • प्रलाप Delirium
  • मतिभ्रम hallucinations
  • झुनझुनी Tingling

मैग्नीशियम के आहार स्रोत | Dietary sources in Hindi

मैगनीशियम व्यापक रूप से पौधों और जानवरों में पाया जाता है। अधिकांश हरी सब्जियाँ (खासकर ब्रोकोली, स्क्वैश, और हरी पत्तेदार सब्जियां), बीज, नट्स , सोयाबीन का आटा, बादाम आदि मैगनीशियम के अच्छे स्रोत हैं।

  • फल तथा सब्जियां (जैसे केले, सूखे खुबानी, और साग)
  • नट या सूखे मेवे (जैसे कि बादाम और काजू)
  • मटर और सेम (फलियां), बीज
  • सोया उत्पादों (जैसे कि सोया आटा और टोफू)
  • साबुत अनाज (जैसे कि भूरे चावल और बाजरा)

मैग्नीशियम की दैनिक आवश्यकता | Daily requirement of Magnesium in Hindi

मैग्नीशियम के सप्लीमेंट्स डॉक्टर के पर्यवेक्षण के बिना न लें।

  • 1 – 3 साल: 80 मिलीग्राम
  • 4 – 8 साल:130 मिलीग्राम
  • 9 – 13 साल: 240 मिलीग्राम
  • 14 – 18 वर्ष के लड़के: 410 मिलीग्राम
  • 14 – 18 वर्ष की लड़कियां: 360 मिलीग्राम
  • वयस्क महिला: 310-320 मिलीग्राम
  • गर्भावस्था: 350-400 मिलीग्राम
  • स्तनपान महिला: 310-360 मिलीग्राम
  • वयस्क पुरुष: 400-420 मिलीग्राम

गर्भावस्था, सर्जरी और बीमारियों के दौरान मैग्नीशियम की शरीर में जरूरत बढ़ जाती है। अपने डॉक्टर के परामर्श अनुसार ही मैग्नीशियम के सप्लीमेंट्स लें।

सावधानियां | Precautions in Hindi

बहुत ज्यादा मैग्नीशियम गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को पैदा कर सकता है जैसे की:

  • मतली
  • उल्टी
  • गंभीर रूप से कम रक्तचाप
  • भ्रम की स्थिति
  • धीमी दिल की धड़कन
  • श्वसन पक्षाघात
  • अन्य खनिजों की कमियों को
  • तथा एनी कई गंभीर दुष्प्रभाव

संभावित दुष्प्रभावों और दवाओं के साथ इसके परस्पर क्रिया के कारण मैग्नीशियम के सप्लीमेंट्स केवल एक जानकार स्वास्थ्य प्रदाता के पर्यवेक्षण में ही लें ।

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