कंडोम लेटेक्स रबर या पोलीयूरीथीन polyurethane से बना हुआ एक उपाय जिसे प्रेगनेंसी को रोकने तथा सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज STIs से बचाव के लिए प्रयोग किया जाता है।
जिन पुरुषों को लेटेक्स से जलन होती है वे पोलीयूरीथीन से बना कंडोम प्रयोग कर सकते है। यदि कंडोम के प्रयोग के दौरान शुष्कता होती हैं तो वाटर बेस्ड लुब्रिकेंट्स water-based or silicone-based lubricant का प्रयोग किया जा सकता है।
लेकिन पेट्रोलियम जेली, तेल की मालिश, बॉडी लोशन आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि इन में केमिकल होते हैं जो की कंडोम को कमजोर करते हैं और जिससे यह टूट सकता है और प्रेगनेंसी से बचाव नहीं हो पाता।
सही ढंग यदि हर बार सेक्स के दौरान यदि कंडोम्स का प्रयोग किया जाए तो यह गर्भावस्था और कई यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) रोगों को रोकने में ये बहुत सफल हैं।
कंडोम इस्तेमाल कैसे करते है?
- पैकेट को हाथ में पकड़कर फॉयल की तरफ से फाड़ कर खोलें।
- इसे नाखूनों, कैंची, नुकीली वस्तु से न काटें।
- इरेक्ट पेनिस पर सेक्स से पहले इसे लगायें। यौन संचारित रोगों से बचने के लिए किसी भी प्रकार के शारीरिक सम्बन्ध से पहले इसे लगायें। इंटरकोर्स के समय पेनिस से निकलने वाले पहले फ्लूइड में स्पर्म हो सकते हैं। इस फ्लूइड के संपर्क से यौन संचारित रोग भी फ़ैल सकता है।
- इरेक्ट पेनिस पर कंडोम रखें। कंडोम के आगे के हिस्से में हवा न जाए इसलिए से अंगूठे और ऊँगली से पकड़ कर रखें। दुसरे हाथ से कंडोम को unroll करें।
- इसे शाफ़्ट पर इस प्रकार से लगा लें।
- एजाकुलेशन के बाद, जब पेनिस इरेक्ट हो तभी इसे निकाल लें।
- प्रयोग हो चुके कंडोम को कागज में रैप करके बिन / कूड़ेदान में डालें। इसे फ्लश न करें।
- एक बार से अधिक कंडोम को प्रयोग न करें।
कंडोम को इस्तेमाल करने के फायदे क्या हैं?
यदि इसे ठीक तरह से प्रयोग किया जाए और पूरे एक्ट के दौरान पहना जाए तो विभिन्न यौन संक्रमण हेर्पिज़, क्लैमाइडिया, षैण्क्रोइड, जननांग में दाद, जननांग में वार्ट/ मस्सा एचआईवी / एड्स Chlamydia, Chancroid, Genital herpes, Genital warts, HIV/AIDS, Human Papillomavirus (HPV)जैसे भयानक रोगों से बचाव हो सकता है।
- इसे प्रयोग करने से गर्भ ठहरने के डर से होने वाली एंग्जायटी दूर होती है।
- इसे खरीदने के लिए प्रिस्क्रिप्शन नहीं चाहिए।
- यह आसानी से मिल जाते हैं। इसे आप ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं।
- इसे वजाइनल, अनल, ओरल सभी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
- कुछ कंडोम्स में BENZOCAINE लगा होता है, जो क्लाइमेक्स को डिले करता है।
कंडोम के नुकसान क्या हैं? What are drawbacks of Condoms?
मेल पार्टनर में इसे प्रयोग करने की इच्छा होनी चाहिए। कुछ लोगों में इससे इरीटेशन, जलन, या एलर्जी हो सकती है।
इसे हर बार इस्तेमाल करना होता है। इससे कुछ पुरुषों को सेक्सुअल प्लीज़र कम होता है।
कंडोम प्रेगनेंसी रोकने में कितने प्रभावी हैं?
- कोई भी तरीका गर्भावस्था से 100 प्रतिशत सुरक्षा नहीं देता।
- 100 में करीब 18 कपल में जो की कंडोम का प्रयोग करते हैं, प्रेगनेंसी हो सकती है।
- ऐसा कंडोम को सही से प्रयोग न करने से, इसके फट जाने से, प्रीकम में स्पर्म होने आदि से हो सकता है।
कंडोम के प्रकार Types of Condom
- Extended Pleasure, Climax Delay
- Flavored
- Glow in Dark
- Latex
- Non-Latex
- Spermicide Free
- Textured – Dotted, Extra Dotted, Ribbed
- Ultra-Thin
इसे स्टोर कैसे करें?
- इसे गर्मी व नमी से दूर सूखे-ठन्डे स्थान पर स्टोर करें।
- इसे वालेट या फ्रिक्शन वाली जगह पर स्टोर न करें।
सावधानियां
- इसे दुबारा नहीं प्रयोग करें।
- प्रयोग से पहले एक्सपायरी डेट अवश्य चेक करें।
- किसी कारण से फटे कंडोम का प्रयोग न करें।
- एक्ट के दुरान यदि कंडोम फट जाए तो इमरजेंसी कॉण्ट्रासेप्टिव का प्रयोग करें।
- कुछ कंडोम जो अधिक देर तक के लिए e.g. Durex Extended Pleasure के लिए होते हैं उनमें BENZOCAINE होता है, जो की माइल्ड अनेस्थेटिक है और पेनिस की टिप को असंवेदनशील desensitize कर देता है जिससे क्लाइमेक्स का टाइम बढ़ जाता है।
- BENZOCAINE से कुछ पुरुषों में रैश, इरीटेशन, जलन, खुजली हो सकती है। यदि ऐसा हो तो ऐसे कंडोम का प्रयोग न करें।
- स्पर्मीसाइड nonoxynol-9 (a spermicide) का प्रयोग न करें।
- वाटर बेस्ट ल्यूब्स का इस्तेमाल करें, उन ल्यूब्स का नहीं जिनमें तेल हो baby oil, lotion, petroleum jelly, vaseline, cooking oil जैसे की वेसेलिन, बेबी आयल आदि।
भारत में उपलब्ध ब्रांड Brands Available in India
- Durex
- KamaSutra
- Moods
- Skore
- Manforce
- Kohinoor आदि।