मुल्तानी मिट्टी को गेरू मिट्टी, येलो क्ले, गुले अरमानी, फुलर्स अर्थ आदि नामों से जाना जाता है। भारत में यह मुख्य रूप से पश्चिमी राज्यों में पायी जाती है। मुल्तान में भी इसका भी इसका बहुत प्रयोग होता आया है।
यह गेहूं जैसे रंग की होती है और इसमें एलुमिना, आयरन ऑक्साइड और मग्नेसिया पाए जाते हैं। इसे आयुर्वेद में ठंडक देने वाली, संकोचक / ऐसट्रिनजेंट, अवशोषक और रोगाणुरोधक माना गया है।
मुल्तानी मिट्टी को त्वचा और बालों की देखभाल के लिए पुराने समय से प्रयोग किया जाता रहा है। आज भी मुल्तानी मिट्टी को महिलायें बालों को धोने और चेहरे पर लगाने के लिए अक्सर प्रयोग करती हैं।
पर्याय: Fuller’s earth, Floridin, Multani mitti
This page is about the use of Multani Mitti or Fuller’s Earth for skin and hair care in Hindi language.
मुल्तानी मिट्टी को इंग्लिश में फुलेर्स अर्थ कहते हैं। इसमें एक बहुत ही अच्छा गुण हैं की यह तेल, ग्रीसी पदार्थों को सोख लेती है। इसको लगाने से बिना किसी केमिकल का प्रयोग किये चिकनाई दूर की जा सकती है। इसलिए पुराने समय में, यूरोप में फुलर (टेक्सटाइल उद्योग में काम करने वाले कारीगर को फुलर कहते हैं) इसको ऊन को धोने के लिए प्रयोग करते थे जिससे उनमें से तेल, ग्रीस दूर हो जाए। इसे ब्लीचिंग क्ले भी कहते हैं क्योंकि इससे धोने के बाद कपड़े सफ़ेद से लगते हैं। तो इस प्रकार मुल्तानी मिट्टी को फुलर्स अर्थ का नाम मिला।
मुल्तानी मिट्टी को तेल और दूसरे तरल को रंगहीन करने के लिए भी प्रयोग किया है।
मुल्तानी मिट्टी के प्रमुख गुण
- प्रचूषक absorbent
- सड़न रोकनेवाली antiseptic
- सिकोड़नेवाली astringent
- शीतल refrigerant
मुल्तानी मिट्टी के कॉस्मेटिक प्रयोग Cosmetic Uses of Fuller’s Earth
मुल्तानी मिट्टी को बालों और त्वचा की देखभाल के लिए प्रयोग किया जाता है। यह मुख्य रूप से ब्लीचिंग, एक्स्ट्रा तेल को सोखने और दाग-धब्बे हटाने के लिए प्रयोग की जाती है। इसका प्रयोग बालों पर करने से यह बालों की गंदगी और ग्रिज़ीनेस को दूर करती है और स्कैल्प को ठंडक देती है। मुल्तानी मिट्टी ऑयली त्वचा से तेल हटाने के लिए बहुत ही लाभप्रद है। इसे यदि शहद और दही के साथ मिला कर प्रयोग करें तो यह ड्राई स्किन पर भी लगाईं जा सकती है। नीचे मुल्तानी मिट्टी को एक घरेलू उपचार की रह त्वचा और बाल पर प्रयोग करने की विधि दी गई है।
1- रंगत निखारने के लिए Improving complexion
- मुल्तानी मिट्टी को गुलाब जल में मिलाकर लगायें। अथवा
- मुलतानी मिट्टी चार चम्मच + शहद दो चम्मच + दही दो चम्मच + निम्बू का रस, मिलाकर त्वचा पर दस – बीस मिनट लगायें और फिर नल के पानी से धो लें।
2- मुहांसे, पिम्पल्स, तैलीय त्वचा के कारण मुहांसे निकालना Oily skin, Pimples, acne
- मुल्तानी मिट्टी को गुलाब जल में मिलाकर लगायें। अथवा
- नीम के कुछ पत्ते को पीस कर मुल्तानी मिट्टी में मिलाकर लगायें। अथवा
- मुल्तानी मिट्टी में टमाटर और पुदीने का रस अथवा तुलसी का रस मिलाकर लगाएं। अथवा
- नीम, तुलसी, मेथी के पत्ते का रस लें और इससे दुगनी मात्रा में मुल्तानी मिट्टी में मिलाकर पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं। सूखने पर पानी से धो लें।
3- मुहांसे के दाग धब्बे Blemishes due to pimples
- मुल्तानी मिट्टी में टमाटर और पुदीने का रस मिलाकर लगाएं। अथवा
- मुल्तानी मिट्टी में बेसन की बराबर मात्रा मिलाएं और दूध की आवश्यक मात्रा मिलाकर पेस्ट बनाएं, इसे चेहरे पर लगा लें। सूखने पर पानी से धो लें।
4- सनबर्न Sunburn
मुल्तानी मिट्टी आधा चम्मच + चन्दन पाउडर आधा चम्मच + हल्दी चुटकी भर + कच्चे नारियल के पानी या पपीते के गुद्दे में मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को चेहरे पर लगायें और सूखने पर धो लें। अथवा
मुल्तानी मिट्टी में नारियल पानी और चीनी मिलाकर लगायें।
5- चेहरे पर दाग-धब्बे, पिगमेंटेशन Hyperpigmentation
मुल्तानी मिट्टी में आलू का रस, नींबू का रस, और शहद मिलाकर चेहरे पर लगायें। सूखने पर धो लें।
6- त्वचा पर चमक लाने के लिए, धूप में रहने से त्वचा में जलन Glowing skin
मुल्तानी मिट्टी को चन्दन पाउडर में मिलाकर लगाएं।
7- बालों के लिए मुल्तानी मिट्टी पैक Hair pack of Multani Mitti
- मुलतानी मिट्टी २ चम्मच + २ चम्मच बेसन को सिरके में मिलाएं। इसे बालों में 20 मिनट तक लगायें और पानी से धो लें।
- यदि बाल बहुत अधिक रूखे तो पहले तेल अवश्य लगायें।
8- बालों में रूसी Dandruff
मुल्तानी मिट्टी को छाछ में भिगो कर रख लें और इससे सिर को धो लें।
9- बालों में जुएँ Hair lice
मुल्तानी मिट्टी, प्याज का रस को छाछ में मिलाकर पेस्ट बना लें और बालों में 1 घंटे लगायें। पानी से धो लें।
10- ड्राई बाल / रूखे बाल Hair Dryness
मुल्तानी मिट्टी को पानी में भिगो दें। जब यह नर्म हो जाए तो इसमें नारियल का तेल मिला लें। इस पेस्ट को बालों में लगायें और सूखने दें। फिर इसे पानी से धो लें।
11- तैलीय बाल Oily hair
मुल्तानी मिट्टी को गर्म पानी में भिगो कर पेस्ट बना लें। इसमें एक बड़े नींबू का रस डालें। इसे स्कैल्प पर कुछ मिनट लगाकर रखें और फिर पानी से धो लें।
कुछ उपयोगी बातें / प्रयोग में सावधानियां cations/Helpful Tips
- मुल्तानी मिट्टी तैलीय स्किन के लिए बहुत लाभप्रद है क्योंकि यह एक्स्ट्रा आयल को सोख लेती है। इसलिए यदि त्वचा ऑयली है तो इसे चहरे पर लगाएं जिससे पिमपल्स का निकलना रुक जाए।
- यदि त्वचा ड्राई है तो इसके प्रयोग में कुछ सावधानियां रखें।
- रूखी / ड्राई त्वचा पर मुल्तानी मिट्टी का प्रयोग त्वचा को और रूखा कर देगा। इसलिए सूखी त्वचा के लिए इसमें शहद और दही मिला कर लगाया जा सकता है। शहद और दही दोनों ही अच्छे मॉइस्चराइजर हैं और त्वचा को नमी देते हैं।
- मुल्तानी मिट्टी को लगाने के बाद 15-20 मिनट तक छोड़ दें। जब यह सूख जाए तो पहले गर्म पानी से और फिर ठन्डे पानी से त्वचा को ताज़े पानी से धो लें।
- धोने के कुछ घंटे बाद तक साबुन का प्रयोग न करें।
- मुल्तानी मिट्टी को प्रयोग से पहले कुछ देर पानी में भिगो दें।