बादाम का चरक और सुश्रुत ने वाताम नाम से इसका वर्णन किया है और इसे अकेले ही या अन्य घटक के साथ आंतरिक दुर्बलता debility, एनीमिया anemia कमजोरी weakness को दूर करने के लिए और शारीरिक शक्ति को बढ़ाने के लिए प्रयोग किया। बादाम का सेवन शक्ति और वीर्य को बढ़ाता है। यह अत्यधिक पौष्टिक, शांतिदायक और टॉनिक है। यह मूत्रवर्धक माना जाता है। इसे आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने जैसे की अमृतप्राश घी, में भी प्रयोग किया जाता है। आयुर्वेदिक विद्वानों के अनुसार बादाम ईरान से आना वाला बादाम सबसे अच्छा माना है।
बादाम Almonds को तो सभी जानते है। यह एक सूखा मेवा / ड्राई फ्रूट dry fruit है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है और शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करता है। इसमें प्रोटीन, वसा, लोहा, कैल्शियम, फोस्फोरस और कैल्शियम होता है। बच्चे, बड़े सभी के लिए यह बहुत लाभप्रद है।
बादाम की जानकारी
बादाम का वैज्ञानिक नाम प्रूनस अमाईगडैलस Prunus amygdalus या अमाईगडैलस कम्युनिस Amygdalus communis है और यह गुलाब-कुल का पेड़ है। बादाम ठंडी जगहों पर उगता है। इसका पेड़ आड़ू के पेड़ जैसा होता है। यह कभी कभी 12.2 मीटर की ऊंचाई का भी हो सकता है। बादाम के कच्चे फल, अपरिपक्व आड़ू जैसे दिखते है और समूहों में पाये जाते है। बादाम शीतोष्ण क्षेत्र जहाँ शुष्क गर्मी पड़ती हैं का एक पेड़ है। इसकी कश्मीर (भारत), बलूचिस्तान (पाकिस्तान), अफगानिस्तान, ईरान, साइप्रस, तुर्की, स्पेन और कैलिफोर्निया (यूएसए) में खेती की जाती है।
बादाम के औषधीय गुण
चरक और सुश्रुत ने वाताम नाम से इसका वर्णन किया है और इसे अकेले ही या अन्य घटक के साथ आंतरिक दुर्बलता debility, एनीमिया anemia कमजोरी weakness को दूर करने के लिए और शारीरिक शक्ति को बढ़ाने के लिए प्रयोग किया। बादाम का सेवन शक्ति और वीर्य को बढ़ाता है। यह अत्यधिक पौष्टिक, शांतिदायक और टॉनिक है। यह मूत्रवर्धक माना जाता है। इसे आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने जैसे की अमृतप्राश घी, में भी प्रयोग किया जाता है। आयुर्वेदिक विद्वानों के अनुसार बादाम ईरान से आना वाला बादाम सबसे अच्छा माना है।
बादाम के प्रकार (बादाम कितने प्रकार के होते हैं)
बादाम की दो प्रजातियाँ होती है, मीठे बादाम sweet almond और कड़वे बादाम bitter almond। दोनों के पेड़ों को अंतर नहीं होता। मीठे बादाम को ही खाने के लिए प्रयोग किया जाता है। कड़वे बादाम में साईनोजेनिक ग्लाइकोसाइड- अमाईगडेलिन amygdalin पाया जाता है, जिस कारण यह जहरीला होता है। कडवे बादाम का पेस्ट बालों में लगाने से जुएँ मर जाती हैं। कड़वे बादाम को केवल बाहरी प्रयोग के लिए प्रयोग किया जाता है।
बादाम का स्थानीय नाम
- आयुर्वेदिक: वाताम
- यूनानी: बादाम शीरीन
- इंग्लिश: स्वीट आलमंड
- अरबी : Louz, Lujaalhulu
- बांग्ला : Badam, Bilati badam
- गुज़राती : Badam
- हिन्दी : Badam
- कोंकणी : Amend, Amendi
- मलयालम: Badam, Vadam: kotta
- मराठी : Badam
- पर्शियन् : Badam
- पंजाब : Badam
- तमिल : Parsi: vadumai, Vaclam: kottai, Vadumai
- तेलुगू : Badamamu, Badamn
- पारसी : badami
बादाम का वैज्ञानिक वर्गीकरण Scientific classification
- किंगडम Kingdom: प्लांटी Plantae – Plants
- सबकिंगडम Subkingdom: ट्रेकियोबाईओन्टा Tracheobionta संवहनी पौधे
- सुपर डिवीज़न Superdivision: स्परमेटोफाईटा बीज वाले पौधे
- डिवीज़न Division: मग्नोलिओफाईटा – Flowering plants फूल वाले पौधे
- क्लास Class: मग्नोलिओप्सीडा – द्विबीजपत्री
- सब क्लास Subclass: रोसीडए Rosidae
- आर्डर Order: रोज़ेल्स Rosales
- परिवार Family: रोज़ेसीआई Rosaceae – गुलाब कुल
- जीनस Genus: प्रूनस Rosaceae – प्लम
- प्रजाति Species: Prunus dulcis प्रूनस डलचिस
पर्यावास और वितरण: उष्णकटिबंधीय, शीतोष्ण क्षेत्रों में
खाद्य भाग: परिपक्व बादाम
बादाम का तेल Almond Oil / Rogan Badam Shirin
बादाम का तेल, बादाम से कोल्ड प्रेस cold press oil of almond kernel, kernel oil करके निकाला जाता है। इसका रंग हल्का पीला होता है। इसकी गंध अच्छी होती है और स्वाद फीका नटी होता है। इसमें Vit B1, B2, B3, E, वसा और मिनरल्स होते हैं।
यूनानी में बादाम के तेल को रोग़न बादाम शीरीन Roghan Badam और इंग्लिश में इसे आलमंड आयल कहते हैं। बादाम के तेल को पीने से शरीर मजबूत होता है। यह शरीर की आंतरिक रुक्षता internal dryness को भी दूर करता है। इसकी कुछ बूंदों को नाक में डाल देने से रुक्षता के कारण होने वाला सिर का दर्द दूर होता है। बादाम का तेल सभी प्रकार के दर्द और कोलिक में फायदा करता है। यह नर्व्स के लिए एक टॉनिक Nervine tonic है।
बादाम के तेल में निम्नलिखित मुख्य गुण पाए जाते हैं:
- बैक्टीरिया को न बढ़ने देना Antibacterial
- जलन, सूजन से राहत देने वाला Demulcent
- मुलायम करने वाला Emollient
- विरेचक Laxative
बादाम का तेल निम्न रोगों में लाभप्रद है:
- ब्रोन्कियल रोग bronchial diseases
- कफ cough
- आवाज़ बैठना hoarseness
- कब्ज़ Constipation
- ज्यादा कोलेस्ट्रोल High Cholesterol
- बाहरी रूप से त्वचा का रूखापन, मालिश के लिए, आँखों के नीचे काले घेरे
- नस्य की तरह नाक में सिर के दर्द के लिए
- बादाम का तेल पौष्टिक, वाजीकारक, कामेच्छा को बढ़ाने वाला, हल्का विरेचक, और सिर के दर्द को दूर करने वाला होता है।
- बादाम का तेल 3-5 ml मात्रा में लिए जाता है।
- बादाम खाने के लाभ Health Benefits of Badam in Hindi
- यह शरीर को पोषण और ऊर्जा प्रदान करते हैं।
- यह पित्त और वात को रोकता है।
- यह दिमाग और नर्वस सिस्टम के लिए बहुत ही अच्छा भोजन है।
- बादाम स्वास्थ्य के लिए एक टॉनिक है
- यह दर्द और सूजन को दूर करता है।
- यह वज़न और इम्युनिटी को बढ़ाता है।
- यह लीवर की रक्षा करता है।
- इसमें करीब 60 % वसा, 21 % प्रोटीन, बी विटामिन और 3 % मिनरल्स (मुख्यतः आयरन, फॉस्फोरस और कैल्शियम) होते हैं। इसमें ओक्सालिक एसिड भी पाया जाता है।
- यह विटामिन ई Vitamin E का बहुत समृद्ध स्रोत है।
- यह कब्ज़ को दूर करता है।
- इसके सेवन से त्वचा की रंगत साफ़ होती है।
Medicinal Uses of Sweet Almond in Hindi
बादाम स्वास्थ्य के लिए बड़े फायदेमंद है. लेकिन इन्हें पचाने के लिए अच्छी पाचन शक्ति चाहिए। इसको सुपाच्य करने के लिए, खाने से पहले इसे रात भर पानी में भिगो दें। सुबह बाहरी भूरा छिलका हटा दें और पत्थर पर घिस कर इसका सेवन करें। शुरू में बादाम का पेस्ट करीब आधा चम्मच की मात्रा में, दिन में दो बार दूध के साथ लें। धीरे धीरे मात्रा को बढ़ाएं।
पुरुष बादाम के पेस्ट के साथ पांच ग्राम अश्वगंधा का चूर्ण Ashwagandha Powder लें और महिलायें पांच ग्राम शतावर का चूर्ण Shatavari Churna ले सकती हैं।
१. शीघ्र पतन में premature ejaculation
बादाम के पेस्ट में 4-5 काली मिर्च black pepper, दो ग्राम सोंठ dry ginger और मिश्री मिलाकर चाटें। ऐसा २-३ महीने करें।
बादाम के पेस्ट के साथ पांच ग्राम अश्वगंधा का चूर्ण और पिप्पली Piper longum, दूध, व मिश्री के साथ लें।
२. वज़न बढाने के लिए, दुबलापन, कम वज़न
बादाम के पेस्ट को मक्खन के साथ कुछ महीने खाएं।
३. पीठ में दर्द, सफ़ेद पानी, कमजोरी
पांच से छः बादाम पत्थर पर घिस कर लें।
४. बच्चों की मानसिक शक्ति बढ़ाने के लिए, याददाश्त की कमी, दिमागी कमजोरी
पांच से छः बादाम पत्थर पर घिस कर लें।
बादाम + सौंफ + मिश्री को बराबर मात्रा में मिलाकर लें।
५. सिर का दर्द, माइग्रेन
कुछ बादाम चबा कर खाएं।
नाक में बादाम के तेल की कुछ बूँदें डालें।
६. मुहांसे, रंगत सुधारना
बादाम को घिस कर दूध के साथ मिलाकर लगायें।
बादाम पेस्ट + हल्दी पाउडर चुटकी भर + पपीते का पेस्ट, मिलाकर लगायें।
बादाम को रात में भिगो दें, सुबह दूध में पेस्ट बनाकर लागएं।
७. जले पर, रूखी त्वचा पर
बादाम का तेल लगायें।
८. पेप्टिक अल्सर
बादाम भिगो कर खाएं।
९. पेशाब की जलन, कम पेशाब होना
रात को 5-6 बादाम पानी में भिगो दें और सुबह छील कर छोटी इलाइची के पाउडर और मिश्री के साथ खाएं।
१०. तुतलाना, हकलाना
रात को 5-6 बादाम पानी में भिगो दें और सुबह छील कर मक्खन के साथ खाएं।
११. सूखी खांसी
बादाम मुंह में रख कर चूसें।
१२. सुजाक
बादाम की गिरियाँ 6 + चन्दन का बुरादा 3 ग्राम + मिश्री 10 ग्राम को पत्थर पर रगड़ें और दिन में दो बार, सुबह-शाम खाएं।
१४. चक्कर आना
रात को 5-6 बादाम पानी में भिगो दें और सुबह छील लें। इसमें तीन छोटी इलाइची + तीन काली मिर्च मिलाकर दूध के साथ लें।
बादाम के नुकसान
- आयुर्वेद के अनुसार, बादाम में तेल होता है और यह कफ को बढाता है।
- बादाम का सेवन पाचन शक्ति के अनुसार ही किया जाना चाहिए ।
- इसके सेवन से यदि भूख लगना कम हो या पाचन में किसी भी तरह की दिक्कत हो तो मात्रा को कम करें।
- बादाम को गर्भावस्था में ज्यादा मात्रा में नहीं खाना चाहिए।
- कड़वे बादाम में हाइड्रोसाइनिक एसिड hydrocyanic acid होता है। इसे नहीं खाना चाहिए।
- बादाम पचाने के लिए अच्छी पाचन शक्ति चाहिए। इसको सुपाच्य करने के लिए, खाने से पहले इसे रात भर पानी में भिगो दें। सुबह बाहरी भूरा छिलका हटा दें और पत्थर पर घिस कर इसका सेवन करें।
kya Kadwa Badam Sugar ki bimari ko thik kar deta hai.
Nahi