Dashmul(दशमूल) Details in Hindi

दशमूल शरीर में सूजन और वात-व्याधि के उपचार की एक उत्कृष्ट दवा है. यह बुखार और सूजन को कम करती है। इसके अतिरिक्त दशमूल खांसी, गैस, भूख न लगना, थकावट, ख़राब पाचन, बार-बार होने वाला सिरदर्द, पार्किन्सन, पीठ दर्द, साइटिका, सूखी खांसी, आदि में बहुत ही उपयोगी है।

आयुर्वेद में दशमूल दस औषधीय जड़ी बूटियों का एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक संयोजन है। दश का मतलब है दस और मूल का मतलब है जड़ तो दशमूल का शाब्दिक अर्थ \’दस जड़े\’ है। दस जड़ों में, पांच की जड़ें पेड़ के हैं और अन्य पांच झाडियों की हैं।

dasmool herb
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Dashamul, is a very famous ayurvedic combination of ten roots. It is a standard medicine for inflammatory conditions. It is a collection of ten roots viz. Aegle marmelos (Bilwa), Premnain tegrifolia (Agnimantha), Oroxylum indicum (Shyonaka), Stereospermum suaveolens (Patla), Gmelina arborea (Kashmiri), Desmodium indicum (Shaliparni), Urari alagopoides (Prishniparni), Solanum indicum (Brahati), Solanum xanthocarpum (Kantkari) and Tribulus terrestris (Gokshura).

This combination is useful especially for Vata vyadhi. This combination is used as a standard Ayurvedic therapy for inflammatory disorders and to reduce pain and fever associated with it. Dashmul can be used a possible alternative to Non-steroidal anti-inflammatory drugs (NSAIDs) which are used in allopath for treatment of inflammatory conditions. Its anti-inflammatory action is comparable to Diclofenac sodium both in acute and chronic cases.

दशमूल में पांच लघु और पांच बृहत् जड़े होती हैं.

  • दशमूल की लघु पंच मूल
  • शालिपर्णी (सरिवन)
  • पृश्निपर्णी (पिठवन)
  • कंटकारी (छोटी कटेली)
  • बृहती (बड़ी कटेली)
  • गोखरू
  • दशमूल की बृहत् पंच मूल
  • अग्निमंथ (अरणी)
  • श्योनाक
  • पाटला/पाढ़ की छाल
  • बेल
  • गंभारी

दशमूल के औषधीय गुण

  • सूजन को कम करना
  • ज्वरनाशक, बुखार को कम करना
  • एंटीऑक्सीडेंट
  • एनाल्जेसिक, दर्द से राहत
  • त्रिदोश नाशक, शरीर में वात, पित्त और कफ को संतुलित करना
  • शरीर का पोषण करना और नसों को मजबूत करना
दशमूल शरीर में सूजन और वात-व्याधि के उपचार की एक उत्कृष्ट दवा है. यह बुखार और सूजन को कम करती है। इसके अतिरिक्त दशमूल खांसी, गैस, भूख न लगना, थकावट, ख़राब पाचन, बार-बार होने वाला सिरदर्द, पार्किन्सन, पीठ दर्द, साइटिका, सूखी खांसी, आदि में बहुत ही उपयोगी है।

दशमूल की आयुर्वेदिक दवाएं

यह विविध बीमारियों के उपचार की एक बहुत ही प्रचलित और लाभकारी औषध है. दशमूल का उपयोग अकेले ही या दूसरी दवा बनाने में एक सामग्री की तरह होता है।

  • दशमूलारिष्ट
  • दशमूल क्वाथ
  • दशमूल चूर्ण
  • दशमूल घ्रित
  • दशमूल कल्प
  • दशमूल तेल
  • दशमूल हरीतकी रसायन

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