खजूर एक पौष्टिक ड्राई फ्रूट है। अंग्रेजी में इसे डेट्स हैं। इसे खाने से कमजोरी दूर होती है। शरीर में ताकत आती है। खजूर खाने से हिचकी बुखार, कफ, बेहोशी,प्रमेह, मूत्र रोग, रक्तपित्त, अस्थमा, पित्त के कारण दर्द आदि में भी फायदा होता है। यह वात-कफ विकार को दूर करने वाला, बलवर्धक और वीर्यवर्धक और मोटा करने वाला है।
आयुर्वेद के अनुसार, खजूर स्वभाव या तासीर में ठन्डे है। यह रस और पाक में मधुर हैं। यह चिकने , रुचिकारक, हृदय के लिए अच्छा माने गए है। खजूर पचने में भारी, ग्राही, तृप्तिदायक है। खजूर का सेवन भूख न लगना, कम वज़न, क्षय, गले की खराश, रक्तपित्त, नकसीर, कब्ज आदि में लाभप्रद है।
खजूर पौष्टिक भी खूब होते हैं। इनमें विटामिन सी, विटामिन ए, निकोटिनिक एसिड, राइबोफ्लेविन, थाया मिन और करीब 60-80 % चीनी होती है। सूखे हुए छुहारे में प्रोटीन ढाई प्रतिशत, फैट आधा प्रतिशत, कार्बोहायड्रेट 76-83 प्रतिशत, कैल्शियम 36 प्रतिशत तथा फॉस्फोरस 129 मिलीग्राम और लोहा 4 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम होता है। खजूर में कार्बोहाइड्रेट, लवण और खनिज, आहार फाइबर, विटामिन, फैटी एसिड और एमिनो एसिड की उच्च संरचना इसे बहुत पौष्टिक बना देती है ।
खजूर एंटी-ऑक्सीडेंट, सूजन कम करने, एंटी-बैक्टीरिया गतिविधि के माध्यम से रोगों की रोकथाम में भूमिका निभाता है। एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि के लिए पी-क्यूमरिक, फेरिलिक, और साइनैपिक एसिड, फ्लैवोनोइड्स, प्रोकाइनिडिन सहित अन्य फेनोलिक यौगिकों की विस्तृत श्रृंखला जिम्मेदार है । एंटीऑक्सिडेंट ऐसे रसायन / पदार्थ होते हैं जो मुक्त कणों को इंटरैक्ट करते हैं और निष्क्रिय करते हैं, और नुकसान पहुंचाने से रोकते हैं। फ्री रेडिकल की रोकथाम बीमारी के प्रबंधन में महत्वपूर्ण कदम है।
लेकिन इस की अच्छाइयों के बावजूद, यदि आप इसे ज्यादा मात्रा में खाते हैं तो आपको नुकसान हो सकते हैं।
खजूर को रोज ज्यादा मात्रा में खाने से निम्न साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं
वजन बढ़ना
ज्यादा खजूर खाने से वज़न बढ़ सकता है। इसमें 60-80 % चीनी होती है। यदि इसे रोज ज्यादा मात्रा में खा रहे हैं तो वजन में बढ़ोतरी निश्चित ही हो सकती है।
चीनी और कैलोरी में अधिक होने से खजूर को बहुत खाने से वजन बढ़ सकता है। यदि आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो आपको खजूर की ज्यादा मात्रा नहीं खानी चाहिए।
खून में चीनी बढ़ाना
खजूर लो कैलोरी नहीं होते। अगर आप चार खजूर खा रहें हैं तो आपको 266 कैलोरी और लगभग 64 ग्राम चीनी मिलती है।
जिन लोगों को शुगर की समस्या है, विशेष रूप से टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों को खाने की खजूर से बचना चाहिए क्योंकि यह उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। बहुत सारे डेट्स उपभोग न करें क्योंकि इससे आपके रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है।
दांतों में कैविटी
खजूर में चीनी होती हैं और चीनी वाले पदार्थ के अधिक सेवन से दांत सड़ते हैं। दिन में कई बार खजूर कहते हैं तो दांत सड़ सकते हैं।
पेट में गैस और दर्द
खजूर से पेट दर्द हो सकता है। इसके लिए सबसे आम कारण है इनमें मौजूद उच्च फाइबर सामग्री, सल्फाइट संवेदनशीलता, खाद्य एलर्जी। आधिक फाइबर को खाने से पेट में गैस होना और गैस से दर्द होना आम है।
दस्त
ज्यादा खजूर खाने से ज्यादा फाइबर शरीर में जाता है जिससे लूज़ मोशन हो सकते हैं।
एलर्जी
खजूर में सल्फाइट्स होते हैं जिससे एलर्जी की संभावना रहती है। एलर्जी में अस्थमा के लक्षण, राइनाइटिस पित्ती, तीव्रग्राहिता, व्हीजिंग आदि लक्षण होते है।
पचने में भारी
खजूर पचने में भारी होते हैं। यह सुपाच्य नहीं है। जिन लोगों का पाचन कमजोर होता है उन्हें इसका सेवन कम मात्रा में ही करना चाहिए।
खजूर खाने चाहिए, लेकिन सही मात्रा में। पाचन के हिसाब से केवल दस-पन्द्रह ग्राम ही खजूर खाएं। अगर पाचन कमजोर है तो केवल एक ही खजूर खाएं। ज्यादा खायेंगे तो पेट दर्द, गैस की समस्या से पीड़ित हो जायेंगे और वज़न बढ़ेगा अगल। तो अगर खजूर के फायदे लेना चाहते हैं तो इसे कम ही मात्रा खाएं। ऐसे आप इसे ज्यादा दिनों तक भी खा पायेंगे।