जानिये छुआरा meaning in english (छुआरा इन इंग्लिश) और छुहारे का मतलब, छुहारा के नुकसान और फायदे तथा छुहारा और खजूर में अंतर, छुहारे का पेड़ होता है जिसपर फल लगते हैं , छुहारा in english is Dry Dates (सूखा छुहारा खाने के फायदे).
खजूर और छुहारा, दोनों ही पाम जाति के एक ही पेड़ से प्राप्त होते हैं। खजूर के पेड़ रेगिस्तानी इलाकों में पाए जाते हैं। यह बहुत लम्बे होते है। इनका एक ही तना होता है जिस पर बढ़ कर पत्तियां निकलती हैं। खजूर के पेड़ में डालियाँ नहीं होती। पत्ते करीब हाथ भर लम्बे होते हैं। पत्तों की नोक कंटीली होती है। पेड़ पर फल गुच्छों में लगते है। कच्चे फल हरे, पीले और पकने पर लाल होते हैं। खजूर का फल करीब ढाई से सात सेंटीमीटर लम्बा होता है। यह रंग में लाल कुछ कालापन लिए होते हैं इसके बीज लम्बे-पतले और भूरे से होते हैं।
खजूर के सूखे रूप को छुहारा कहते हैं। खजूर केवल सर्दियों में उपलब्ध होते हैं जबकि छुहारा पूरे साल उपलब्ध होता है। छुहारा, का लैटिन नाम Phoenix dactylifera है। इसे इंग्लिश में डेट पाम Date Palm कहा जाता है। यह इरान, फारस, काबुल, आदि में काफी मात्रा में पाया जाता है।
खजूर जहाँ मुलायम होते हैं वहीँ छुहारे कड़े होते हैं। छुहारे को एक मेवे dry fruit की तरह प्रयोग किया जाता है। खजूर के सूख जाने पर इसमें पानी कम हो जाता है और सिलवटें आ जाती है। इसके अंदर गुठली या बीज होता है। छुहारे में खजूर से ज्यादा कैलोरीज होती हैं और इसलिए दूध में उबाल के इन्हें खाने से वजन बढ़ता है। 100 ग्राम छुहारे में करीब 3 ग्राम प्रोटीन, 1/2 ग्राम फैट, 80 ग्राम कार्बोहायड्रेट, और 5 ग्राम फाइबर होता है। इसमें 81 mg कैल्शियम और 8 mg लोहा पाया जाता है।
छुहारा स्वाद में मीठा और पचने में भारी होता है। यह तृप्तिदायक, शक्तिवर्धक, वीर्यवर्धक, और हृदय के लिए हितकारी है। इसके सेवन से शरीर को ताकत मिलती है और कामशक्ति aphrodisiac बढ़ती है। छुहारा डाल कर पकाया हुआ दूध वाजीकारक, शक्तिवर्धक, और ओजवर्धक है। यह प्रमेह, स्वप्नदोष, धातुक्षीणता और कमजोरी को दूर करने वाला है। सर्दियों में छुहारा खाने से शरीर में गर्मी आती है और सर्दी-खांसी से आराम मिलता है।
छुहारा शरीर में खून की मात्रा बढ़ाता है और अनीमिया दूर करता है। यह वज़न को बढ़ाने में सहायक है।यह त्वचा को चिकना, चमकदार, और साफ़ करता है। यह पिचके हुए गालों को भरता है और बालों को लम्बा करता है। छुहारे के सेवन से प्रजनन अंगों को ताकत मिलती है और संतानोत्पत्ति के आसार बढ़ते हैं। यह एक ड्राई फ्रूट है और इसके सेवन के बहुत से लाभ हैं
छुहारे खाने के लाभ Health Benefits of Eating Dry Dates
छुहारे शीतल, स्निग्ध, रूचिकारक, भारी, ग्राही, यौनशक्तिवर्धक, और बलदायक होता हैं। छुहारे का सेवन।रक्तपित्त, वायु विकार, उलटी, कफ, खांसी, अस्थमा, बुखार के बाद की कमजोरी, अतिसार, भूख, प्यास, बेहोशी, कमजोरी, आदि को दूर करता है। छुहारे खाने के बहुत से लाभ हैं। उनमें से कुछ नीचे दिए गए हैं।
- छुहारा बहुत पौष्टिक होता है। इसमें आयरन, कैल्यिशम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, मैंगनीज, तांबा आदि पोषक पदार्थ पाए जाते हैं।
- इसके सेवन से कब्ज़ दूर होती है।
- यह शरीर को ताकत देता है।
- यह पाचन को सही करता है।
- यह शुक्राणु और डिम्ब को बढ़ाता है।
- यह मांसपेशियों के दर्द, शिथिलता, आदि को दूर करता है।
- बुखार के बाद आई शारीरिक कमजोरी में यह लाभप्रद है।
- यह यौन शक्ति को बढ़ाता है।
- यह शरीर को हृष्ट-पुष्ट करता है।
- यह मूत्रल है और पेशाब रोगों में लाभ करता है।
- इसके सेवन से फेफड़ों को ताकत मिलती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- इसे खाने से मासिक धर्म खुल कर आता है और कमर दर्द में लाभ होता है।
- यह प्रजनन अंगों को ताकत देता है.
छुहारे के औषधीय प्रयोग
छुहारे एक पौष्टिक भोजन है जिसे हम दवाई या घरेलू उपचार की तरह बहुत से रोगों में प्रयोग कर सकते हैं। यह कब्ज़नाशक है और आँतों से गंदगी दूर करता है। इसके ज्यादातर लाभ इसमें पाए जाने वाले खनिज, विटामिन और फाइबर के कारण होते हैं। यह पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य को सही करने के लिए अत्यंत उपयोगी है।
वज़न बढ़ाने के लिए
दुबले-पतले व्यक्ति इसके सेवन से अपना वज़न बढ़ा सकते हैं इसके लिए चार-पांच छुहारे, एक गिलास दूध में चुहारों को उबाल ठण्डा कर लें। छुहारे चबा-चबा कर खा लें और दूध पी लें। ऐसा दिन में एक या दो बार करें। इसे सुबह और रात में सोने से पहले ले सकते हैं। तीन-चार माह तक इस प्रकार करने से शरीर पुष्ट और गठीला होता है।
घाव
छुहारे की गुठली को पत्थर पर घिस कर घाव पर लगाने से घाव जल्दी भरता है।
पलकों पर गुहेरी
छुहारे की गुठली को पत्थर पर घिस कर लगाने से गुहेरी ठीक हो जाती है।
कब्ज
सुबह-शाम तीन छुहारे खाकर बाद में गर्म पानी पीने से कब्ज दूर होती है।
अच्छी सेहत
दूध में छुहारा उबालकर इसका सेवन करें।
शीघ्रपतन
दो सप्ताह तक, सुबह उठ कर खाली पेट दो छुहारे खाएं। तीसरे-चौथे सप्ताह, से तीन-चार छुहारे खाएं। रात में सोते समय तीन छुहारे दूध में उबाल कर खाएं और दूध पी लें।
ऐसा तीन मास तक करें।
याददाश्त, पुरुषों में धारण शक्ति -पुरुषत्व बढ़ाना, शुक्राणुओं की संख्या में बढ़ोतरी के लिए, ताकत, स्फूर्ति, ओज बढ़ाना
आधा लीटर गाय के दूध में चार छुहारा डालें और पकाएं। जब दूध आधा रह जाए तो छुहारे की गुठली हटा लें और दूध में मिश्री मिला दें। दूध पी लें और छुहारे चबा कर खा लें।
कफ-सर्दी, जुखाम, अस्थमा
सुबह-शाम, दो छुहारे चबा कर खाएं।
छुहारे, बहुत ही पौष्टिक हैं। यह शरीर के सभी अंगों को ताकत देते हैं। इनका सेवन दिमाग को पोषण देता है और याददाश्त हो बढ़ाता है। छुहारे फेफड़ों को ताकत देते हैं जिससे अस्थमा, खांसी आदि में लाभ होता है। कम मात्रा में छुहारे आँतों को साफ़ करते हैं और आँतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। यह शरीर में एसिडिटी को कम करते हैं। लेकिन, क्योंकि छुहारे पौष्टिक हैं इसलिए इनका बहुत अधिक मात्रा में सेवन नहीं किया जाना चाहिए। जहाँ ये कम मात्रा में शरीर के लिए लाभप्रद हैं, अधिकता में किया गया सेवन छाती और गले के लिए हानिप्रद हो सकता है।
सावधनियाँ/ साइड-इफेक्ट्स/ कब प्रयोग न करें Cautions/Side-effects/Contraindications
- यह पचने में भारी है और इसके पाचन में समय लगता है।
- यदि पाचन शक्ति कमज़ोर है तो इसके सेवन से शरीर को अधिक लाभ नहीं हो पायेगा।
- सर्दियों के मौसम में इसका सेवन अधिक अनुकूल है।
- एक बार में चार छुहारे से ज्यादा का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इसे सूखा खाने की अपेक्षा दूध में पका कर खाना चाहिए।
- अधिक मात्रा में इसका सेवन ग्राही (जो द्रव्य दीपन और पाचन दोनों काम करे और अपने गुणों से जलीयांश को सुखा दे) है।
- यह वज़न को बढ़ाता है इस्क्लिये यदि वज़न पहले से ही बढ़ा है तो इसका सेवन न करें।
- यह मीठा होता है इसलिए यदि रक्तशर्करा का स्तर अधिक है तो इसका सेवन न करें।