जई के बीज को ओटमील के रूप में पूरी दुनिया में ब्रेकफास्ट सीरियल की तरह खाया जाता है। ओट ब्रान में घुलने वाले फाइबर होते हैं जो की बुरे कोलेस्ट्रोल को कम करते हैं। कोलेस्ट्रोल कम होने से दिल का स्वास्थ्य बेहतर होता है। यह शरीर को इन्सुलिन को सही से प्रयोग करने में मदद देता है।
ओट्स को हिंदी में जई, आयुर्वेद में याविका कहते हैं। लैटिन में इसका नाम एविना सटीवा है और यह घास-कुल का पौधा है । यह अनाज और चारे की एक मुख्य फसल है। यह भारत, यूरोप और अमेरिका में बहुत पहले से उगाया और खाया जाने वाला अनाज है। पुराने समय में इसे घोड़े के चारे की तरह उपयोग किया जाता था। जई इस्ट यूरोप का मूल निवासी है।
ओट्स क्या होता है
Read in English https://www.bimbima.com/ayurveda/health-benefits-of-oats/312/
जई के बीज को ओटमील के रूप में पूरी दुनिया में ब्रेकफास्ट सीरियल की तरह खाया जाता है। ओट ब्रान में घुलने वाले फाइबर होते हैं जो की बुरे कोलेस्ट्रोल को कम करते हैं। कोलेस्ट्रोल कम होने से दिल का स्वास्थ्य बेहतर होता है। यह शरीर को इन्सुलिन को सही से प्रयोग करने में मदद देता है।
रोल्ड ओट मार्किट में उपलब्ध सबसे कॉमन ओट है। इन्हें ओटमील कहते हैं। इसे बनाने के लिए होल ओट्स को भाप दी जाती है और फिर रोलर में चपटा आकार दिया जाता है।
होमियोपैथी में ओट के पौधे से मदर टिंक्चर बनाते हैं जिसे एविना सटीवा Avena Sativa Mother Tincture के नाम से जाना जाता है। यह दवा दिमाग पर काम करती है और नसों की दुर्बलता को दूर करती है। शारीरिक थकावट, सिरदर्द, फॉस्फेट की कमी, यौन नसों की दुर्बलता, स्थानीय और अस्थायी पक्षाघात, मासिक धर्म में सिर दर्द, एकाग्रता की कमी, क्रोनिक अनिद्रा औरअफ़ीम की आदत, शराब की लत के शिकार लोगों के इलाज में प्रयोग की जाती है।
प्रति 100 ग्राम का पोषण Nutritional value per 100 g
ओट्स बहुत पौष्टिक होते है। नीचे १०० ग्राम ओट्स से मिलने वाली पोषकता दी गई है।
- ऊर्जा Energy 1,628 kJ (389 kcal)
- कार्बोहाइड्रेट Carbohydrates 66.3 g
- फाइबर Dietary fibre 10.6 g
- वसा Fat 6.9 g
- प्रोटीन Protein 16.9 g
- बी 5 Pantothenic acid (B5) 1.3 mg (26%)
- फोलेट Folate (vit। B9) 56 μg (14%)
- कैल्शियम Calcium 54 mg (5%)
- आयरन Iron 5 mg (38%)
- मैग्नीशियम Magnesium 177 mg (50%)
- पोटेशियम Potassium 429 mg (9%)
ओट्स खाने के लाभ Health Benefits of Oats
जई एक अनाज है और इसे खाने के बहुत से फायदे हैं। यह मिठास लिए हुए होता है और शरीर को फाइबर और कार्बोहायड्रेट देता है। ओट्स दिल, दिमाग, प्रजनन अंगों, समेत पूरे शरीर के लिए लाभप्रद है। इसमें कोई कोलेस्ट्रॉल तथा सोडियम नहीं होता।
इसमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ई, बी विटामिन, आयरन, कैल्शियम, फ़्लवोनोइद्स तथा फेनोलिक एसिड्स पाए जाते है।
- यह कार्बोहायड्रेट का अच्छा स्रोत है।
- ओट्स बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
- यह हृदय के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
- ओट्स में फाइबर होता है जो कब्ज़ को दूर रखता है।
- यह वज़न को नियंत्रित रखने में सहायक है।
- पेशाब में जलन होने पर इसकी चपाती खानी चाहिए।
- इसका सेवन डायबिटीज को नियंत्रित करने में सहायक है।
- इसमें ग्लूटेन नहीं होता है, इसलिए जिन्हें सिलियक एलर्जी हो वो भी इसे खा सकते हैं।
- यह डिप्रेशन को दूर करने में सहायक है।
- यह सूजन को दूर करता है।
- इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, फोस्फोरस, सेलेनियम, जिंक, विटामिन और प्रोटीन होता है।
ओट्स को पानी अथवा दूध में पका कर दलिया बनाया जा सकता है। एक कप रोल्ड ओअट्स को एक कप पानी तथा एक कप दूध में उबाल कर, चीनी डाल कर खाया जा सकता है। एक कप पका हुआ ओटमाल करीब ६ ग्राम प्रोटीन, ४ ग्राम फैट, और १७ ग्राम फाइबर देता है। ओट्स को डोसा, उपमा, कटलेट्स, तथा मसालों के साथ भी पकाया जा सकता है। जई एक बहुत ही पौष्टिक अनाज है तथा इसका सेवन कर हम अपने स्वास्थ्य में सुधार ला सकते हैं।
ओट्स में कुछ ऐसे पदार्थ होते है, जोकि पचने के बाद यूरिक एसिड कंपाउंड बनाते हैं। इसलिए जिन्हें यूरिक एसिड वाले स्टोंस हों या गाउट हो वे इसे कम मात्रा में लें या न ही खाएं।