Anaemia भारत तथा पूरी दुनिया मैं होने वाली बहुत ही सामान्य बीमारी है और अगर इसका ठीक से इलाज न किया जाए तो इसकी वजह से बहुत साड़ी दूसरी स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। इस समस्या को कुछ घरेलू उपचार द्वारा भी ठीक किया जा सकता है। ये उपचार बहुत सारे लोगों के लिए लाभदायक होते हैं आप जरूर आजमायें।
खून में सामान्य से कम RBC(लाल रक्त कोशिका) या हिमोग्लोबिन की कमी को Anaemia(रक्ताल्पता) कहते हैं। हिमोग्लोबिन की कमी की वजह से शरीर मैं भरपूर मात्रा में oxigen नहीं पहुचता है जिसकी वजह से कमजोरी महसूस होती है और कई बार चक्कर आते हैं। अगर इसका इलाज ठीक से समय रहते न किया जाये तो इसकी वजह से कई बीमारियाँ हो सकती हैं।
सामान्यतया यह समस्या दुनिया के बहुत लोगों को होती है। इसकी वजह से बच्चों का विकास ठीक से नहीं हो पता है जिसका असर पुरे जीवन रहता है।स्त्रियों मैं यह समस्या बहुत ही सामान्य है इसलिए महिलावों और लड़कियों को खान पान का बिषेश ध्यान रखना चाहिए।
खून की कमी के निम्न कारण हो सकते हैं
- रक्त की हानि(ज्यादा खून का बह जाना)
- लाल रक्त कोशिका का शरीर में कम उत्पादन
- लाल रक्त कोशिकाओं का ज्यादा विनाश
- वंशानुगत विकार
- बिटामिन बी 12 की कमी, बी 12 मुख्य रूप से अंडे, मांस और मछली मैं पाया जाता है, शाकाहारी लोगों को अक्सर इसकी कमी रहती है, इसकी कमी से आयरन का ठीक से अवशोषण नहीं हो पाता है।
पेट में एसिड की कमी, इसकी वजह से भी आयरन का ठीक से अवशोषण नहीं हो पाता है।
विटामिन C की कमी, C आयरन अवशोषण के लिए बहुत ही आवश्यक है।
खून की कमी के निम्न लक्षण हो सकते हैं
- उर्जा में कमी
- चक्कर आना
- अपच
- कब्ज
- भूख में कमी
- अश्वस्थ बाल
- ठंडे हाथ और पैर
- सांस का फूलना
- घटी हुई मांसपेशियों की शक्ति
- संक्रमण की अधिकता
- त्वचा का पिला होना
- जीभ का लाल और सूखा होना
- कमजोर दिल की धड़कन और सुन्न पैर
- भंगुर उंगली के नाखून
Anaemia के घरेलु उपचार
- भोजन के तुरंत बाद चाय और काफी नहीं पीनी चाहिए, इनमे मौजूद टैनिन आयरन के अवशोषण को कम कर देता है।
- सोने से पहले और खाने के पहले १ सेब खाएं या तजा सेब का रस पियें, सेब खाने के बाद ३० मिनट तक कुछ और न खाएं।
- चुकंदर का रस रक्ताल्पता के लिए एक शानदार उपाय है। सेब भी रस में मिला कर भी पिया जा सकता है।हो सके तो जूस मैं १ नीबू का रस मिला लें।
- एक परिपक्व मैश किए हुए केले के साथ 1 बड़ा चम्मच आंवला रस मिलाएं और 2-3 बार एक दिन में खाएं।
शहद का 1 बड़ा चम्मच और एक पका केला है दिन मैं १-२ बार खाएं। - रात भर पानी में 10-12 किशमिश भिगो दें। बीज निकाल दें और उन्हें खा लो।इसे 2-4 सप्ताह के लिए नियमित रूप से खाएं।
- कच्ची या पकाई हुई हरी पत्तेदार सब्जियों के कम से कम 100 ग्राम(पालक, सलाद, अजवाइन, मेथी) हर रोज खाने की कोशिश करें।
रक्ताल्पता में निम्न पदार्थों के सेवन नहीं करें
- शराब
- बीयर
- ब्रांड
- चॉकलेट
- आइस क्रीम
- धूम्रपान
- शीतल पेय
- चाय और कॉफी
रक्ताल्पता में निम्न खाद्य पदार्थों का अवश्य सेवन करें
- बादाम
- सेब
- एस्परैगस
- roasted बीन
- केले
- Meat, लिवर
- ब्राजील नट्स
- ब्रोकली
- ब्रसल स्प्राउट
- बटर बीन्स
- खरबूजा
- गाजर
- सफेद फली
- लौह-दृढ़ अनाज
- राज़में
- लाल मांस
- नींबू
- दाल
- ओटमील
- संतरे
- मटर
- पिंटो सेम
- प्लम
- पोल्ट्री
- काजू
- छोला
- हरा कोलार्ड
- सूखे फल
- अंजीर
- मछली
- अदरक
- अंगूर
- हरे पत्ते वाली सब्जियां
- किशमिश
- रोमेन सलाद
- तिल के बीज
- पालक
- टमाटर
- अखरोट
- पूर्ण अनाज दलिया