अजमोदादि चूर्ण के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

अजमोदादि चूर्ण का सेवन पाचन की कमजोरी को दूर करता है और शरीर से आमदोष को भी हटाता है। आयुर्वेद में आम दोष को सभी प्रकार के रोगों का कारण माना गया है। जब शरीर में पाचन सही से नहीं होता है तो बिना पचे पदार्थ शरीर में पड़े रहने पर सड़ने लगते हैं जिसे आम कहा जाता है।

अजमोदादि चूर्ण एक आयुर्वेदिक दवा है जिसमें अजमोद के साथ एनी ११ घटक है। यह दवा शरीर में वात तथा कफ दोष के कारण होने वाले रोगों में लाभकारी है। इसमें प्रयोग किये गए घटक स्वभाव में उष्ण हैं तथा शरीर से वात को दूर करने में सहयोग करते है। अजमोद, विडंग, हरीतकी कृमिघ्न हैं और पेट के कीड़ों को दूर करते है।

Read in English : Ajmodadi churna for Arthritis, knee and joint pain

अजमोदादि चूर्ण क्या होता है

अजमोदादि चूर्ण का सेवन पाचन की कमजोरी को दूर करता है और शरीर से आमदोष को भी हटाता है। आयुर्वेद में आम दोष को सभी प्रकार के रोगों का कारण माना गया है। जब शरीर में पाचन सही से नहीं होता है तो बिना पचे पदार्थ शरीर में पड़े रहने पर सड़ने लगते हैं जिसे आम कहा जाता है। आम दोष का संचय, वात दोष का प्रकोप होने पर शरीर के जोड़ों में दर्द, जकड़न और सूजन देता है। इस चूर्ण के सेवन से इन सब आराम मिलता है।

Ajmodadi Churna is a classical herbal medicinal powder used in treatment of rheumatoid arthritis, pain and stiffness of joints, pain in body and digestive weakness.

Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

अजमोदादि चूर्ण के घटक | Ingredients of Ajmodadi Churna in Hindi

  1. अजमोद Ajamoda (Fruit) 12 g
  2. विडंग Vidanga (Fruit) 12 g
  3. सेंधा नमक Saindhava lavana 12 g
  4. देवदारु Devadaru (Ht. Wd.) 12 g
  5. चित्रक Chitraka (Root) 12 g
  6. पिप्पली मूल Pippali mula (Root) 12 g
  7. शतपुष्पा Shatapushpa (Shatahva) (Fl.) 12 g
  8. पिप्पली Pippali (Fruit) 12 g
  9. मरिच Maricha (Fruit) 12 g
  10. हरीतकी Pathya (Haritaki) (P.) 60 g
  11. विधारा Vriddhadaruka Argyreia nervosa (Root) 120 g
  12. सोंठ Nagara (shunthi) (Rz.) 120 g

अजमोदादि चूर्ण के फायदे | Benefits of Ajmodadi Churna in Hindi

  1. यह शरीर में आम दोष को दूर करता है।
  2. यह पाचन की कमजोरी को दूर करता है।
  3. इसके सेवन वात-कफ दोष के कारण होने वाले रोग दूर होते है।
  4. यह पित्त का स्राव बढ़ाता है।
  5. यह तासीर में गर्म है।
  6. यह कृमिघ्न है।
  7. यह विभिन्न तरह के दर्द से आराम देता है।

अजमोदादि चूर्ण के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Ajmodadi Churna in Hindi

  1. दर्द (Colicky Pain)
  2. गृध्रसी (Sciatica)
  3. आमवात amavata (Rheumatism)
  4. सूजन shotha(Inflammation)
  5. जोड़ों का दर्द Sandhi Pida (Joint pain )
  6. पीठ का दर्द Katiruja (Backache)
  7. कमर का दर्द (Pain in the lower back)
  8. गुदा क्षेत्र में दर्द (Pain in the anorectal area)
  9. जांघ में दर्द (Pain in thigh)
  10. नर्व पेन (Neuralgic pain renal/ureteric colic)
  11. तूनी-प्रतूनी (Renal/ureteric colic)
  12. विश्वाची (Brachial neuralgia)
  13. कफवात रोग (Disease due to Kapha and Vata dosha)

अजमोदादि चूर्ण की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Ajmodadi Churna in Hindi

  • 3-6 grams, दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
  • इसे गर्म पानी के साथ लें।
  • इसे भोजन करने के बाद लें।
  • या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।

सावधानियां

यह तासीर में गर्म है इसे अधिक पित्त तथा प्रेगनेंसी में न लें। पित्त प्रकृति वाले भी इसका सेवन अधिक मात्रा में न करें।

इसमें नमक है, इसलिए जिन्हें उच्च रक्तचाप हो या कम नमक के सेवन की सलाह हो वो इसीसे न खाएं।

यह मूत्रल diuretic है।

इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।

This medicine is manufactured by Patanjali Divya Pharmacy (Ajmodadi Churna), Vyas (Ajmodadi Churna), BACFO Pharmaceuticals (Ajmodadi Churna) and many other Ayurvedic pharmacies.

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