अमृतारिष्ट, आयुर्वेद की एक प्रसिद्ध दवा है। इसके घटक गिलोय giloy, दशमूल, त्रिकटु, और कई अन्य महत्वपूर्ण जड़ी-बूटियां हैं। यह आयुर्वेदिक तरीके से बनाया गया एक किण्वित fermented तरल है।
Amritarishta is a polyherbal Ayurvedic formulation. This medicine is effective in treatment of fever due to any reason. The main ingredient of this medicine is Giloy. Along with that Dashmul, Trikatu, Jeerak, etc are also used to make this medicine. This medicine is an Arishtha. Arishtha are fermented medicines of Ayurvedic system that contains alcohol. Arishtha are prepared by allowing medicinal herbs decoction to undergo fermentation by adding jaggery/ honey/ sugar and Mahua phul, Dhai phul or babul bark in water. Arishtha can contain alcohol up to 12 % by volume.
All Arishtha have common property to improve digestive strength which means better digestion and assimilation of nutrients. This improves overall health of body. Also Arishtha, cures abdominal gas and removes urine blockage.
Here information is given about complete list of ingredients, properties, uses and dosage of this medicine in Hindi language.
- अमृतारिष्ट, आयुर्वेद की एक प्रसिद्ध दवा है। इसके घटक गिलोय giloy, दशमूल, त्रिकटु, और कई अन्य महत्वपूर्ण जड़ी-बूटियां हैं। यह आयुर्वेदिक तरीके से बनाया गया एक किण्वित fermented तरल है।
- अमृतारिष्ट के सेवन से पुराना बुखार chronic fever, उससे हुई कमजोरी, विषम ज्वर, धातुगत बुखार, प्लीहा और यकृत जन बुखार, पंडू anemia, कामला jaundice, बार-बार ठीक होकर दुबारा होने वाले बुखार आदि दूर होते हैं।
- जब कुछ बुखारों में शरीर में यकृत liver और प्लीहा spleen बढ़ जाते हैं तो कमजोर पाचन, भूख न लगना, खून की कमी, कमजोरी आदि जैसे लक्षण प्रकट हो जाते हैं तो ऐसे में अमृतारिष्ट का प्रयोग अमृत के सामान है।
- यह दवा पाचन को दुरुस्त करती है और खून के बनने में मदद करती है। अपने इस प्रभाव के कारण यह शरीर को कान्ति देती है, रोग का उपचार करती है और अच्छा स्वास्थय देती है।
- यहाँ इस दवा के घटक, फायदे, चिकित्सकीय उपयोग, खुराक, सेवन विधि आदि के बारें में हिंदी में जानकारी दी गई है।
घटक Ingredients of Amritarishta
इस दवा की प्रमुख घटक अमृता या गुडूची है। गुडूची एक प्रभावी, आसानी से उपलब्ध जड़ी बूटी है। यह कई बीमारियों के इलाज के लिए उपयोगी है। आयुर्वेद में इसे रसायन / टॉनिक माना गया है। वैज्ञानिक अध्ययनों से यह पता चलता है की किस तरह यह जड़ी, वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण के दौरान जिगर की रक्षा करती है। यह मलेरिया, डेंगू, chikungunya आदि वायरल रोगों में बहुत ही उपयोगी है। यह रक्त में शर्करा blood sugar level के स्तर को कम करती है। यह स्वाद में कड़वी है। लेकिन यह कड़वाहट इसके औषधीय गुणों की वजह से है। यह टॉनिक, मूत्रवर्धक diuretic और ज्वरनाशक है।
यह प्रतिरक्षा क्षमता immunity को बढाती है।
गुडूची का दवा के रूप में प्रयोग बहुत सी बिमारियों में किया जाता है जैसे की एड्स, पित्त रोग, रक्त दोष, बुखार, पीलिया, अपच, गठिया, क्रोनिक गठिया, कब्ज, बवासीर, पेचिश, कफ, पीलिया, त्वचा रोग, जीर्ण मलेरिया बुखार, तपेदिक आदि ।
Formulation composition: |
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Sr. No Name | Name in Hindi | Latin Name | Part of plant used | Quantity |
1 Amrita (Guduci) | अमृता | Tinospora cordifolia | Stem | 4.8 kg |
2 Bilva | बेल | Aegle marmelos | Stem Bark | 480 g |
3 Shyonaka | श्योनाक | Oroxylum indicum | Stem Bark | 480 g |
4 Gambhari | गंभारी | Gmelina arborea | Stem Bark | 480 g |
5 Patala | पाढल | Stereospermum suaveolens | Stem Bark | 480 g |
6 Agnimantha | अग्निमंथ | Premna mucronata | Stem Bark | 480 g |
7 Shalaparii | शालपर्णी | Desmodium gangeticum | Plant | 480 g |
8 Prishniparii | पृष्णपर्णी | Uraria picta | Plant | 480 g |
9 Brihati | बृहती | Solanum melongena var. Indicum | Plant | 480 g |
10 Kaitakari | कंटकारी | Solanum surattense | Plant | 480 g |
11 Gokshura | गोखरु | Tribulus terrestris | Plant | 480 g |
12 Jala | पानी | for decoction Water 49.152 liter reduced to 12.288 liter | ||
13 Guda | गुड | Jaggery | 14.4 kg | |
Prakshepa Dravyas: प्रक्षेप द्रव्य | ||||
14 Ajaji (Shveta Jiraka) | सफ़ेद जीरा | Cuminum cyminum | Fruit | 768 g |
15 Raktapushpaka (Parpata) | परपता | Fumaria parviflora | Plant | 96 g |
16 Saptaparia | सप्तपर्ण | Alstonia scholaris | Stem Bark | 48 g |
17 Shuithi | सोंठ | Zingiber officinale Rhizome | 48 g | |
18 Marica | कलि मिर्च | Piper nigrum | Fruit | 48 g |
19 Pippali | पिपल्ली | Piper longum | Fruit | 48 g |
20 Nagakeshara | नागकेशर | Mesua ferrea | Stamen | 48 g |
21 Abda (Musta) | मोथा | Cyperus rotundus | Rhizome | 48 g |
22 Katvi (Katuka) | कटुकी | Picrorrhriza kurroa | Rhizome | 48 g |
23 Prativisha (Ativisha) | अतिविष | Aconitum heterophyllum | Root | 48 g |
24 Vatsabija Indrayava | इन्द्रयव | Holarrhena antidysenterica | Seed | 48 g |
लाभ और उपयोग Qualities and therapeutic uses
अमृतारिष्ट के लाभ/फायदे Benefits of Amritarishta
- यह स्वाद में कड़वी लेकिन एक उत्कृष्ट रसायन/टॉनिक है।
- यह वात और कफ को कम करती है।
- यह न तो गर्म और न ही प्रकृति में ठंडी है।
- यह भूख को बेहतर बनाती है।
- यह जिगर और तिल्ली शिकायतों में उपयोगी है।
- यह एक क्षुधावर्धक है। यह पित्त / पित्त के स्राव को उत्तेजित करके पाचन शक्ति में सुधार करती है।
चिकित्सीय उपयोग
- यह बुखार, जीर्ण ज्वर, मलेरिया, तिल्ली या पाचन की गड़बड़ी, रात में अधिक पसीना आना, बढ़े हुए जिगर की शिकायतों आदि में लाभकारी है।
- विषम ज्वर (हर 1 या 2 या 3 दिन के बाद दोहराने वाला बुखार)
- तिल्ली या जिगर की बीमारियों के कारण बुखार
- बच्चे के जन्म / प्रसव के बाद बुखार
- प्लीहा और यकृत की वृद्धि
- मूत्राशय की कमजोरी
- Sujak, सूजाक, उपदंश
- एनीमिया, पीलिया
- अपच
सेवनविधि और मात्रा How to take and dosage
- इस दवा को 12-24 ml की मात्रा में लिया जाना चाहिये।
- इसे दिन में दो बार, सुबह और शाम पानी की बराबर मात्रा मिला कर लेना है।
- इसे भोजन करने के बाद लिया जाना चाहिये।
Where to buy
आप इस दवा को सभी फार्मेसी दुकानों पर या ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
अमृतारिष्ट, को बहुत सी आयुर्वेदिक फार्मास्यूटिकल कंपनियां बनाती है जैसे की बैद्यनाथ, डाबर, Shree Dhootapapeshwar Limited (Amrutarishta), Kottakal (Amritarishtam) आदि।