अंगूरासव Angurasava in Hindi एक आयुर्वेदिक दवाई है जिसका मुख्य घटक अंगूर ग्रेप्स हैं। अंगूरासव एक टॉनिक दवाई है जिसके सेवन से शरीर में ताकत आती है। सामान्य दुर्बलता और भूख की कमी के लिए बहुत उपयोगी दवा है।
क्योंकि यह अंगूर से बना आसव है इसके सेवन से कफ कम होता है और अन्य आसव की तरह यह पित्त बढ़ा कर पाचन को दुरुस्त करता है। यह मुख्य रूप से राजयक्ष्मा, फेफड़े का क्षयरोग और कफ रोगों में लाभप्रद है। इसके सेवन से कमजोरी, पाचन की कमजोरी, सिरदर्द, अरुचि और कब्ज़ की समस्या में लाभ होता है। आप इसे हेल्थ टॉनिक की तरह से ले सकते हैं। यह शरीर को ताकत और सहनशक्ति प्रदान करता है। यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट से पाचन एंजाइम के स्राव में सुधार करता है।
अंगूर दुनिया के सबसे लोकप्रिय फलों में से एक हैं। अंगूर हृदय, आँखों, मस्तिष्क, रक्त, और जोड़ों के लिए अच्चा है। यह एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी और फाइबर का स्रोत होता है। अंगूर आवश्यक विटामिन और खनिजों की आपूर्ति करता है। यह आयुर्वेद की आसव – अरिष्ट प्रकार की दवा है। इसमें किण्वन के दौरान अल्कोहल उत्पन्न होता है। यह अल्कोहल दवा के शरीर में सही से और जल्दी अवशोषण में मदद करती है।
यह पेज अंगूरासव के बारे में हिंदी में जानकारी देता है जैसे कि दवा का कम्पोज़िशन, उपयोग, लाभ/बेनेफिट्स/फायदे, कीमत, खुराक/ डोज/लेने का तरीका, दुष्प्रभाव/नुकसान/खतरे/साइड इफेक्ट्स/ और अन्य महत्वपूर्ण ज़रूरी जानकारी।
- अंगूरासव में मौजूद सामग्री क्या हैं?
- अंगूरासव के उपयोग upyog क्या हैं?
- अंगूरासव के फायदे faide क्या हैं?
- अंगूरासव के दुष्प्रभाव या नुकसान nuksan क्या हैं?
- अंगूरासव को कब नहीं लेते हैं?
- अंगूरासव के संभावित दवा interaction क्या हैं?
- अंगूरासव से जुड़ी चेतावनियां और सुझाव क्या हैं?
उत्पाद की जानकारी
- पर्याय: Angurasava
- संदर्भ: Ayurved Sar Sangrah (Durbalata Chikitsadhikar: Treatment of Weakness)
- दवा का नाम: अंगूरासव Angoorasava
- उपलब्धता: यह ऑनलाइन और दुकानों में उपलब्ध है।
- दवाई का प्रकार: हर्बल आयुर्वेदिक आसव-अरिष्ट
- मुख्य उपयोग: भूख कम लगना और सामान्य दुर्बलता
- मुख्य गुण: वात तथा कफ दोष को संतुलित करना
- दवा का अनुपान: गुनगुना जल
- गर्भावस्था में प्रयोग: नहीं करें।
- एक दिन में ली जा सकने वाली मात्रा: दिन में दो बार, 12 से 24 ml की मात्रा वयस्कों द्वारा ली जा सकती है
अंगूरासव के घटक | Ingredients of Angoorasava in Hindi
- Angoor Fresh Grape Juice Vitis Vinifera 100 Kg
- Supari Areca Catechu 250 grams
- Laung Syzygium Aromaticum 200 grams
- Javitri Myristica Fragrans 200 grams
- DalchiniCinnamomum Zeylanicum 200 grams
- TejpataCinnamomum Tamala 200 grams
- Sonth Zingiber Officinale 200 grams
- Kali Mirch Piper Nigrum 200 grams
- Pippali Piper Longum 200 grams
- Nagkesar Mesua Ferrea 200 grams
- Akarkara Anacyclus Pyrethrum 200 grams
- Kamalkand Nelumbo Nucifera 200 grams
- Kuth Saussurea Lappa 200 grams
- Babul Bark Acacia Arabica 200 grams
- Sugar 50 Kg
- Dhataki Flowers Woodfordia Fruticosa 5 Kg
दवा के औषधीय कर्म
- आयुष्य: जीवनीय
- कफहर: द्रव्य जो कफ को कम करे।
- छेदन: जमे हुए कफ को दूर करना
- दीपन: भूख बढ़ाना
- निद्राजनन: नींद लाने वाला। sedative
- पित्तकर: पित्त बढ़ाना
- पौष्टिक: पोषण देने वाला।
- बलवर्धक: ताकत बढ़ाता है।
- बल्य: ताकत देना।
- रुचिकारक: स्वाद बढ़ाना
- वातहर: वात दोष को दूर करना
- वीर्यवर्धक: वीर्य बढ़ाना।
- श्लेष्महर: कफ को दूर करना
- हृदय: द्रव्य जो हृदय के लिए लाभप्रद है।
अंगूरासव के फायदे | Benefits of Angoorasava in Hindi
- इसके सेवन से फेफड़े में बलगम का उत्पादन कम करने में मदद मिलती है।
- इसके सेवन से सिर मे भारिपन, साइनसाइटिस, खांसी, जुखाम, सर्दी, अस्थमा, छींकने, आदि मे विशेष लाभ होता है।
- इसमें ब्रोन्कोडायलेटर गुण है।
- इसमें म्यूकोलाईटिक गुण है जिससे यह बलगम को ढीला करने में मदद करता है।
- इसे इससे फेफड़ों के संक्रमण में ले सकते हैं।
- इसे ब्रोंकाइटिस के उपचार में किया जा सकता है।
- यह फेफड़ों में हवा के प्रवाह में सुधार करता है।
- यह वायुमार्ग में रुकावट दूर कर सांस लेना आसान करता है।
- यह शरीर के प्रतिरोध immunity में सुधार करता है।
- यह सांस की नली में सूजन को कम करने में सहायक हो सकता है।
अंगूरासव के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Angoorasava in Hindi
अंगूरासव एक हेल्थ टॉनिक है जिसके सेवन से शरीर में ताकत आती है, भूख बढ़ती है और पाचन ठीक से होता है। यह भूख को उत्तेजित करता है।
अंगूरासव को आम सर्दी-खांसी के लक्षणों से लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह सांस लेना आसान बनाता है और सूजन को कम करता है। इसकी जड़ी बूटियाँ, आयुर्वेद में मुख्य रूप से कफ और श्वशन रोगों में पुराने समय से इस्तेमाल की जा रही है और बहुत सेफ हैं। इसके सेवन से नाक जाम होना, नाक बहना, साँस लेने में कठिनाई, छींकने, माथे में भारी लगना, कफ बनना और सिरदर्द आदि लक्षणों में लाभ मिला सकता है।
- अस्थमा
- क्षय – तपेदिक टी बी
- खांसी
- गले में संक्रमण / गले के विकार
- दुर्बलता
- पुराने श्वसन रोग
- भूख नहीं लगना
- सूखी खांसी
अंगूरासव की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Angoorasava in Hindi
- यह आयुर्वेद का अरिष्ट है और इसे लेने की मात्रा 12-24 मिलीलीटर है।
- दवा को पानी की बराबर मात्रा के साथ-साथ मिलाकर लेना चाहिए।
- इसे सुबह नाश्ते के बाद और रात्रि के भोजन करने के बाद लें।
- इसे भोजन के 30 मिनट में बाद, दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
- यह दवा बच्चों को भी दी जा सकती है। दवा की मात्रा बच्चे की आयु, स्वास्थ्य और वज़न पर निर्भर करती है। पांच साल के बच्चे को आधा टीस्पून दवा पानी में मिला कर दे सकते हैं।
- परिणाम सेवन के कुछ सप्ताह बाद मिलते हैं।
- या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।
अंगूरासव के इस्तेमाल में सावधनियाँ | Cautions in Hindi
- इसका इस्तेमाल चिकित्सक की सलाह के आधार पर 1 से 2 महीने तक किया जा सकता है।
- उम्र और ताकत पर विचार करते हुए और किसी वैद्य की विशेषज्ञ सलाह के साथ, दवा का उचित अनुपात में उचित अनुपान के साथ इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
- इस औषधि को केवल विशिष्ट समय अवधि के लिए निर्धारित खुराक में लें।
- इसे ज्यादा मात्रा में न लें।
- यह पित्त को बढ़ाता है। इसलिए पित्त प्रकृति के लोग इसका सेवन सावधानी से करें।
- इसे निर्धारित मात्रा में लें।
- इसे खाली पेट न लें।
- इसमें 5-10% self-generated अल्कोहल है।
- दवा के सेवन के दौरान गरिष्ठ भोजन, घी, दूध, चीनी, चावल, आदि का सेवन न करें।
- नियमित व्यायाम करें।
अंगूरासव के साइड-इफेक्ट्स | Side effects of Angoorasava in Hindi
- निर्धारित खुराक में लेने से दवा का कोई दुष्प्रभाव नहीं है।
- इससे कुछ लोगों में पेट में जलन हो सकती है।
अंगूरासव को कब प्रयोग न करें | Contraindications in Hindi
- इसे गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान न लें।
- आयुर्वेद में उष्ण चीजों का सेवन गर्भावस्था में निषेध है। इसका सेवन गर्भावस्था में न करें।
- इसमें चीनी,अं गूर है इसलिए डायबिटीज में इसका सेवन न करें।
- यदि दवा से किसी भी तरह का एलर्जिक रिएक्शन हों तो इसका इस्तेमाल नहीं करें।
- अधिक मात्रा में सेवन पेट में जलन, एसिडिटी, आदि समस्या कर सकता है।
- समस्या अधिक है, तो डॉक्टर की राय प्राप्तकर सही उपचार कराएं जिससे रोग बिगड़े नहीं।
भंडारण निर्देश
- सूखी जगह में स्टोर करें।
- इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
उपलब्धता
- इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।
- Baidyanath Angoorasava
- Zandu Angoorasava
दवा के बारे में पूछे जाने वाले कुछ सवाल
क्या इस दवा को एलोपैथिक दवाओं के साथ ले सकते हैं?
हाँ, ले सकते हैं। लेकिन दवाओं के सेवन में कुछ घंटों का गैप रखें।
क्या अंगूरासव को होम्योपैथिक दवा के साथ ले सकते हैं?
ले तो सकते हैं। लेकिन इस से हो सकता है कि दोनों ही दवाएं काम नहीं करें। इसलिए, दवा के असर को देखना ज़रूरी है।
अंगूरासव को कितनी बार लेना है?
- इसे दिन में 2 बार लेना चाहिए।
- इसे दिन के एक ही समय लेने की कोशिश करें।
क्या दवा की अधिकता नुकसान कर सकती है?
दवाओं को सही मात्रा में लिया जाना चाहिए। ज्यादा मात्रा में दवा का सेवन साइड इफेक्ट्स कर सकता है।
क्या अंगूरासव सुरक्षित है?
हां, सिफारिश की खुराक में लेने के लिए सुरक्षित है।
अंगूरासव का मुख्य संकेत क्या है?
कमजोरी, टीबी, टॉनिक।
अंगूरासव का वात-पित्त या कफ पर क्या प्रभाव है?
- वात कम करना।
- पित्त वृद्धि करना।
- कफ कम करना।
क्या इसमें गैर-हर्बल सामग्री शामिल है?
नहीं।
मैं यह दवा कब तक ले सकता हूँ?
आप इसे 1-2 महीने के लिए ले सकते हैं।
अंगूरासव लेने का सबसे अच्छा समय क्या है?
इसे भोजन के बाद लिया जाना चाहिए एक ही समय में दैनिक रूप में लेने की कोशिश करें।
क्या अंगूरासव एक आदत बनाने वाली दवा है?
नहीं।
क्या यह दिमाग की अलर्टनेस पर असर डालती है?
नहीं।
क्या अंगूरासव लेने के दौरान ड्राइव करने के लिए सुरक्षित है?
हाँ।
क्या मैं इसे पीरियड्स के दौरान ले सकती हूँ?
इसे लिया जा सकता है। पीरियड्स के दौरान से नहीं लें, अगर आपको रक्तस्राव पैटर्न पर कोई प्रभाव महसूस होता है।
क्या मैं इसे गर्भावस्था के दौरान ले सकता हूँ?
नहीं।
क्या एक मधुमेह व्यक्ति इसे ले सकता है?
यदि अनियंत्रित शुगर है तो इसका सेवन न करें। यदि शुगर नियंत्रण में है और कुछ मात्रा में मीठे का प्रयोग कर सकते है तो इसे भी लिया जा सकता है।
क्या इसे बच्चों को दे सकते हैं?
7 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए, आप इस दवा को कम मात्रा में दे सकते हैं। लेकिन सही स्वास्थ्य समस्या और सही खुराक जानने के लिए चिकित्सक की सलाह लेनी ज़रूरी है।
Angoorasav refrenced from Ayurved Sar Sangrah (Durbalata Chikitsadhikar: Treatment of Weakness) and is very useful medicine for general debility and loss of appetite. Angoorasava is prepared from juice of fresh grapes and beneficial ayurvedic herbs such as Trikatu, Nutmeg, Mace, Tejpatta, Dalchini etc. It Stimulates appetite and improves the secretion of digestive enzyme from the gastrointestinal tract.