नियोगरा (अरविंद) के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

Aravindh Neogara is herbal Ayurvedic medicine indicated in Impotence, Lack of sperm count, Loss of vitality, Sexual weakness, Improve ejaculations.

नियोगरा (अरविंद) एक आयुर्वेदिक दवाई है। इस दवा में बलवर्धक, धातुवर्धक, रसायन, शुक्रल और वाजीकारक घटक हैं। यह द्रव्य शरीर को ताकत देते हैं और वीर्य को बढ़ाते हैं। यह पुरुषों के लिए है और इसके सेवन से पुरुष प्रजनन अंगों को ताकत मिलती है जिससे शीघ्रपतन, इरेक्टाइल डिसफंक्शन, धातु गिरना आदि में लाभ होता है। यह स्नायु, मांसपेशियों की दुर्बलता, को दूर करने वाली औषधि है।

इस पेज पर जो जानकारी दी गई है उसका उद्देश्य इस दवा के बारे में बताना है। कृपया इसका प्रयोग स्वयं उपचार करने के लिए न करें।

Aravindh Neogara is herbal Ayurvedic medicine indicated in Impotence, Lack of sperm count, Loss of vitality, Sexual weakness, Improve ejaculations.

Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

  • निर्माता: Aravindh Herbal Labs (P) Limited, 140, Mudangiyar Road, 4th Kilometer, Rajapalayam – 626117 Tamil Nadu, India
  • उपलब्धता: यह ऑनलाइन और दुकानों में उपलब्ध है।
  • दवाई का प्रकार: हर्बल आयुर्वेदिक दवाई
  • मुख्य उपयोग: पुरुषों के लिए
  • मुख्य गुण: पुरुष प्रजनन अंगों को ताकत देना
  • मूल्य MRP: Neogara Capsule 100 nos @ Rs. 220.00

नियोगरा के घटक | Ingredients of Neogara Capsules in Hindi

प्रत्येक कैप्सूल का वज़न 450 mg + 10 mg

100 mg में

  1. पिप्पली Thippili Piper longum 2.597 mgs
  2. काली मिर्च Milagu Piper nigrum 2.597 mgs
  3. शुण्ठी Chukku Zingiber officinalis 2.597 mgs
  4. शतावरी Sadhavari Asparagus racemosus 7.776 mgs.
  5. तालमखाना Neermulli Seed Hygrophila schulli 7.776 mgs.
  6. जलजमनी Kattukodi Cocculus villosus 15.552 mgs.
  7. रत्नपुरुष Orithal Thamarai Hybanthus enneaspermus 15.552 mgs.
  8. अश्वगंधा Nattu Amukkara Withania somnifera 15.552 mgs.
  9. लैक्टोज़ Pal Sarkkarai Lactose IP additive 30.000 mgs.

1- त्रिकटु सौंठ, काली मिर्च और पिप्पली का संयोजन है। यह आम दोष (चयापचय अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों), जो सभी रोग का मुख्य कारण है उसको दूर  करता है। यह बेहतर पाचन में सहायता करता है और यकृत को उत्तेजित करता है। यह तासीर में गर्म है और कफ दोष के संतुलन में मदद करता है।

त्रिकटु या त्रिकुटा के तीनो ही घटक आम पाचक हैं अर्थात यह आम दोष का पाचन कर शरीर में इसकी विषैली मात्रा को कम करते हैं। आमदोष, पाचन की कमजोरी के कारण शरीर में बिना पचे खाने की सडन से बनने वाले विषैले तत्व है। आम दोष अनेकों रोगों का कारण है।

2- पिप्पली, उत्तेजक, वातहर, विरेचक है तथा खांसी, स्वर बैठना, दमा, अपच, में पक्षाघात आदि में उपयोगी है। यह तासीर में गर्म है। पिप्पली पाउडर शहद के साथ खांसी, अस्थमा, स्वर बैठना, हिचकी और अनिद्रा के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है। यह एक टॉनिक है।

3- मरिच या मरिचा, काली मिर्च को कहते हैं। इसके अन्य नाम ब्लैक पेपर, गोल मिर्च आदि हैं। यह एक पौधे से प्राप्त बिना पके फल हैं। यह स्वाद में कटु, गुण में गर्म और कटु विपाक है। इसका मुख्य प्रभाव पाचक, श्वास और परिसंचरण अंगों पर होता है। यह वातहर, ज्वरनाशक, कृमिहर, और एंटी-पिरियोडिक हैं। यह बुखार आने के क्रम को रोकता है। इसलिए इसे निश्चित अंतराल पर आने वाले बुखार के लिए प्रयोग किया जाता है।

4- अदरक का सूखा रूप सोंठ या शुंठी dry ginger is called Shunthi कहलाता है। एंटी-एलर्जी, वमनरोधी, सूजन दूर करने के, एंटीऑक्सिडेंट, एन्टीप्लेटलेट, ज्वरनाशक, एंटीसेप्टिक, कासरोधक, हृदय, पाचन, और ब्लड शुगर को कम करने गुण हैं। यह खुशबूदार, उत्तेजक, भूख बढ़ाने वाला और टॉनिक है। सोंठ का प्रयोग उलटी, मिचली को दूर करता है।

शुण्ठी पाचन और श्वास अंगों पर विशेष प्रभाव दिखाता है। इसमें दर्द निवारक गुण हैं। यह स्वाद में कटु और विपाक में मधुर है। यह स्वभाव से गर्म है।

5- अश्वगंधा को असगंध, आसंध और विथानिया, विंटर चेरी आदि नामों से जाना जाता है। इसकी जड़ को सुखा, पाउडर बना आयुर्वेद में वात-कफ शामक, बलवर्धक रसायन की तरह प्रयोग किया जाता है।

यह एक टॉनि  क दवा है। यह शरीर को बल देती है। असगंध तिक्त-कषाय, गुण में लघु, और मधुर विपाक है। यह एक उष्ण वीर्य औषधि है। यह वात-कफ शामक, अवसादक, मूत्रल, और रसायन है जो की स्पर्म काउंट को बढ़ाती है।

  1. यह जड़ी बूटी पुरुषों में यौन शक्ति बढ़ाने के लिए प्रयोग की जाती है।
  2. यह पुरुष प्रजनन अंगों पर विशेष प्रभाव डालती है।
  3. यह पुरुषों में जननांग के विकारों के लिए एक बहुत ही अच्छी दवा है।
  4. यह वीर्य की मात्रा और गुणवत्ता को बढ़ाने में भी मदद करती है।
  5. यह शुक्र धातु की कमी, उच्च रक्तचाप, मूर्छा भ्रम, अनिद्रा, श्वास रोगों, को दूर करने वाली उत्तम वाजीकारक औषधि है।

6- शतावरी में अल्सर ठीक करने के, इम्युनिटी बढ़ाने के और टॉनिक गुण हैं। यह आँतों को साफ़ करती है और पेचिश को अपने संकोचक गुण से रोकती है। शतावर के सेवन से शरीर में अम्लपित्त की शिकायत दूर होती है।

नियोगरा के फायदे | Benefits of Neogara Capsules in Hindi

  1. अश्वगंधा, शतावरी, तालमखाना आदि के होने से यह पुष्टिकारक है।
  2. यह रसायन है।
  3. यह धातुवर्धक और शुक्र धातु को पुष्ट करता है।
  4. इसके सेवन से ताकत, बल और उर्जा में बढ़ोतरी होती है।
  5. यह स्पर्मेटोजेनिसिस को बढ़ाता है।
  6. इसके सेवन से स्पर्म काउंट बढ़ता है।
  7. यह स्पर्म की गुणवत्ता को सुधारता है।
  8. यह वाजीकारक है और सेक्स करने की इच्छा को बढ़ाता है।
  9. यह वीर्य को गाढ़ा करता है।
  10. त्रिकुटा होने से यह आम दोष को कम करता है, वात-कफ शामक और पित्तवर्धक है।

नियोगरा के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Neogara Capsules in Hindi

  1. नपुंसकता Impotence
  2. शुक्राणुओं की संख्या का अभाव Low sperm count
  3. उर्जा – बल की कमी Loss of vitality
  4. यौन कमजोरी Sexual weakness
  5. शीघ्रपतन premature ejaculations

नियोगरा की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Neogara Capsules in Hindi

  • 1-2 गोली, दिन में दो से तीन बार लें।
  • इसे दूध, पानी के साथ लें।
  • इसे भोजन करने के बाद लें।
  • या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।

सावधनियाँ/ साइड-इफेक्ट्स/ कब प्रयोग न करें Cautions/Side effects/Contraindications in Hindi

  1. इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
  2. इसे ज्यादा मात्रा में न लें।
  3. इसमें त्रिकुटा है जो तासीर में गर्म है और पित्त वर्धक है। अधिक मात्रा में दवाई का सेवन पेट में जलन कर सकता है।
  4. दवा के बारे शोध उपलब्ध नहीं है।

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