इस दवा का नियमित प्रयोग बवासीर को नष्ट करता है. बावासीर में इसका प्रयोग मस्सों को सुखा देता है. यह दर्द, जलन, खुजली तथा बवासीर से जुडी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं में आराम दिलाती है.
अर्शोघ्नी वटी Arshoghni Vatiin Hindi एक आयुर्वेदिक दवा है। यह दवा दोनों प्रकार के बवासीर के लिए लाभदायक है। अर्शोघ्नी वटी, का सेवन पाइल्स में पाइल्स के आकार को कम करने में मदद करता है और ब्लीडिंग पाइल्स में एसट्रिनजेंट एक्शन ब्लीडिंग में आराम देता है। इस दवा का सेवन आप कुछ महीनों तक कर सकते हैं।
बवासीर के दो प्रकार माने जाते हैं: बादी और खूनी। खूनी बवासीर, में जब रक्तस्राव ज्यादा हो तो इस दवा का प्रयोग इसे रोकने में मदद करता है। इस दवा का नियमित प्रयोग बवासीर को नष्ट करता है। बावासीर में इसका प्रयोग मस्सों को सुखा देता है। यह दर्द, जलन, खुजली तथा बवासीर से जुडी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं में आराम दिलाती है।
अर्शोघ्नी वटी दस्तावर laxative है और कब्ज़ को दूर करती है। यह दवा वायुनाशक और रक्त-रोधक है।
यह पेज अर्शोघ्नी वटी के बारे में हिंदी में जानकारी देता है जैसे कि दवा का कम्पोज़िशन, उपयोग, लाभ/बेनेफिट्स/फायदे, कीमत, खुराक/ डोज/लेने का तरीका, दुष्प्रभाव/नुकसान/खतरे/साइड इफेक्ट्स/ और अन्य महत्वपूर्ण ज़रूरी जानकारी।
- अर्शोघ्नी वटी में मौजूद सामग्री क्या हैं?
- अर्शोघ्नी वटी के उपयोग upyog क्या हैं?
- अर्शोघ्नी वटी के फायदे faide क्या हैं?
- अर्शोघ्नी वटी के दुष्प्रभाव या नुकसान nuksan क्या हैं?
- अर्शोघ्नी वटी को कब नहीं लेते हैं?
- अर्शोघ्नी वटी के संभावित दवा interaction क्या हैं?
- अर्शोघ्नी वटी से जुड़ी चेतावनियां और सुझाव क्या हैं?
संदर्भ: सिद्ध योग संग्रह, अर्शरोगाधिकार, अर्धोगनी वटी; आयुर्वेदिक फॉर्मूलेरी ऑफ इंडिया, वॉल्यूम। II 10: 3
दवा का नाम: अर्शोघ्नी वटी Arshoghni Vati, Arshoghni Bati, Arshoghni Tablet
उपलब्धता: यह ऑनलाइन और दुकानों में उपलब्ध है।
दवाई का प्रकार: हर्ब और मिनरल युक्त
मुख्य उपयोग: अर्श
दोष इफ़ेक्ट: वात-पित्त संतुलित करना
गर्भावस्था में प्रयोग: नहीं करें
अर्शोघ्नी वटी के घटक | Ingredients of Arshoghni Vati in Hindi
- निम्बोली Azadirachta indica – Fruit 24 ग्राम
- बकायन के फल की मींगी Melia azadirach 24 ग्राम
- खून-खराबा (यूनानी-दमउल अखवे) Khunakharaba 24 ग्राम
- तृणकान्त पिष्टी Trinakanta Pishti (Kaharuba) 48 ग्राम
- शुद्ध रसौत Rasanjana aqueous extract of Berberis aristata144 ग्राम
बनाने की विधि: पहले निम्बोली और बकायन की मींगी को अच्छे से पीसकर बारीक़ पाउडर बना उसमे अन्य द्रव मिला दें और २ रत्ती की गोलियां बनाकर सुखा लें।
अर्शोघ्नी वटी के फायदे | Benefits of Arshoghni Vati in Hindi
- यह खून साफ़ करती है।
- यह गुदा क्षेत्र में खुजली और जलन कम करती है।
- यह गैस हर है।
- यह तासीर में ठंडी है और पित्त दोष और वात दोष को कम करती है।
- यह ब्लीडिंग को रोकती है।
- यह विरेचक है।
अर्शोघ्नी वटी के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Arshoghni Vati in Hindi
- यह दवा अर्श या बवासीर piles के उपचार में प्रयोग की जाती है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थो को निकलती है और वायुनाशक है। यह कब्ज़ में आराम देती है और रक्त बवासीर bleeding piles में ब्लीडिंग को बंद करती है।
- बवासीर
- गुदा फिशर
अर्शोघ्नी वटी की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Arshoghni Vati in Hindi
- 125 – 250 mg, 1-2 गोली दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
- एक दिन में 6 गोली (750 mg) से ज्यादा नहीं लें।
- इसे मट्ठे या ठन्डे पानी के साथ लें।
- या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।
- इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।
अर्शोघ्नी वटी के इस्तेमाल में सावधनियाँ | Cautions in Hindi
- सबसे पहले कब्ज़ नं रहे इसका उपाय करें।
- कब्ज़ के लिए त्रिफला चूर्ण या अन्य चूर्ण लें। कब्ज़ न रहे इसके लिए लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव लायें।
- पानी और तरल का सेवन ज्यादा करें।
- उचित खुराक उपयोगकर्ता की उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों जैसे कई कारकों पर निर्भर करती है। उचित खुराक निर्धारित करने के लिए पर्याप्त वैज्ञानिक जानकारी नहीं है।
- ध्यान रखें कि प्राकृतिक उत्पाद हमेशा सुरक्षित हों ऐसा जरूरी नहीं हैं।
- इसका इस्तेमाल चिकित्सक की सलाह के आधार पर 1 से 2 महीने तक किया जा सकता है।
- उम्र और ताकत पर विचार करते हुए और किसी वैद्य की विशेषज्ञ सलाह के साथ, दवा का उचित अनुपात में उचित अनुपान के साथ इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
अर्शोघ्नी वटी के साइड-इफेक्ट्स | Side effects in Hindi
निर्धारित खुराक में लेने से दवा का कोई दुष्प्रभाव नहीं है।
अर्शोघ्नी वटी को कब प्रयोग न करें | Contraindications in Hindi
- इसे गर्भावस्था के दौरान बिना डॉक्टर की सलाह के न लें। इस दवा के लिए सुरक्षा प्रोफ़ाइल गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए अच्छी तरह से स्थापित नहीं है।
- मधुमेह और उच्च रक्तचाप वाले लोगों को यह चिकित्सा चिकित्सा पर्यवेक्षण के तहत लेनी चाहिए।
- समस्या अधिक है, तो डॉक्टर की राय प्राप्तकर सही उपचार कराएं जिससे रोग बिगड़े नहीं।
भंडारण निर्देश
- सूखी जगह में स्टोर करें।
- इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
दवा के बारे में पूछे जाने वाले कुछ सवाल
क्या इस दवा को एलोपैथिक दवाओं के साथ ले सकते हैं?
हाँ, ले सकते हैं। लेकिन दवाओं के सेवन में कुछ घंटों का गैप रखें।
क्या अर्शोघ्नी वटी को होम्योपैथिक दवा के साथ ले सकते हैं?
ले तो सकते हैं। लेकिन इस से हो सकता है कि दोनों ही दवाएं काम नहीं करें। इसलिए, दवा के असर को देखना ज़रूरी है।
अर्शोघ्नी वटी को कितनी बार लेना है?
- इसे दिन में 2 बार / 3 बार लेना चाहिए।
- इसे दिन के एक ही समय लेने की कोशिश करें।
क्या दवा की अधिकता नुकसान कर सकती है?
दवाओं को सही मात्रा में लिया जाना चाहिए। ज्यादा मात्रा में दवा का सेवन साइड इफेक्ट्स कर सकता है।
क्या अर्शोघ्नी वटी सुरक्षित है?
हां, सिफारिश की खुराक में लेने के लिए सुरक्षित है।
अर्शोघ्नी वटी का मुख्य संकेत क्या है?
पाइल्स जिसे बवासीर कहते हैं।
अर्शोघ्नी वटी का वात-पित्त या कफ पर क्या प्रभाव है?
- वात कम करना।
- पित्त कम करना।
क्या इसमें गैर-हर्बल सामग्री शामिल है?
हाँ।
मैं यह दवा कब तक ले सकता हूँ?
आप इसे 1-2 महीने के लिए ले सकते हैं।
अर्शोघ्नी वटी लेने का सबसे अच्छा समय क्या है?
इसे भोजन के पहले लिया जाना चाहिए एक ही समय में दैनिक रूप में लेने की कोशिश करें।
क्या अर्शोघ्नी वटी एक आदत बनाने वाली दवा है?
नहीं।
क्या यह दिमाग की अलर्टनेस पर असर डालती है?
नहीं।
क्या अर्शोघ्नी वटी लेने के दौरान ड्राइव करने के लिए सुरक्षित है?
हाँ।
क्या मैं इसे पीरियड्स के दौरान ले सकती हूँ?
इसे लिया जा सकता है। पीरियड्स के दौरान नहीं लें, अगर आपको रक्तस्राव पैटर्न पर कोई प्रभाव महसूस होता है।
क्या मैं इसे गर्भावस्था के दौरान ले सकती हूँ?
नहीं।
क्या इसे बच्चों को दे सकते हैं?
7 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए, आप इस दवा को कम मात्रा में दे सकते हैं। लेकिन सही स्वास्थ्य समस्या और सही खुराक जानने के लिए चिकित्सक की सलाह लेनी ज़रूरी है।
Arshoghni Vati is classical Herbomineral Ayurvedic medicine. It is indicated in treatment of bleeding and non-bleeding piles. This medicine has astringent, carminative, laxative, styptic and anti-hemorrhoid action. It is cool in potency and balances Vata and Pitta Dosha.
Gandhak rashan Or Arshoghani bati ek saat
Dono 2 -2 tables le sakht h kiya ji
मुझे लैट्रिन द्वार पर लैट्रिन के समय गोल सा मस्सा निकल जाता है। खुजली होती है। मुझे क्या करना चाहिए।
मेरा age 41 वर्ष है मैं पुरुष हूँ
क्या अरशोघनी वट्टी काम करेगा। और यदि काम करेगा तो कहा मिलेगा और कैसे खाएंगे।
Kisi achchhe hospital me dikaiye
यह कितनी फायदेमंद है अभी नहीं कह सकता
कई बार ले चुका हूँ जब मुझको ब्लीडिंग हुई
फायदा हुआ.
परन्तु यह दस्तावर है
अभी रेगुलर लूंगा तो पता चलेगा
Fistula ke liye kitne din lene hai
Arshoghani bati of Baidyanath is very effective in the treatment of both type of piles. I have used it and got success. It must be taken with Abhayarist…4 tablespoons medicine with the same amount of water two times after meal. It was suggested by an Ayurvedic Vaidya who cures chronic patients daily at Hanuman Ayurved Bhandar,Pankaj Market,West of Mauna Chauk , Chhapra, Bihar.