अश्वगंधादि लेहम, एक टॉनिक, कामोद्दीपक, एंटी ऑक्सीडेंट, rejuvenator और revitalizer है। इस दवा के नियमित सेवन ताकत देता है और दुर्बलता को दूर करता है।
अश्वगंधादि लेह्य आयुर्वेद की लेह या अवलेह प्रकार की दवाई है। लेहों को घी, चीनी / मधु / गुड़ और औषधीय जड़ी बूटी के संयोग से बनाया जाता है। अश्वगंधादि लेह का प्रमुख घटक अश्वगंधा है। लेह/अवलेह स्वाद में अच्छे होते है और घी, मिश्री आदि होने से ताकत देते हैं और मांसपेशियों और वज़न बढ़ाने में सहयोग करते हैं।
जैसा नाम से ही पता चलता है, इस दवा का मुख्य घटक अश्वगंधा है। अश्वगंधा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए आयुर्वेद में प्रयोग की जाने वाली सबसे अच्छी जड़ी बूटियों में से एक है। औषधीय प्रयोजन के लिए असगंध पौधे की जड़ों का प्रयोग किया जाता है। अश्वगंधा को भी भारतीय जिन्सिंग के नाम से भी जाना जाता है और सेक्स टॉनिक के रूप में प्रयोग किया जाता है। अश्वगंधा प्रजनन क्षमता fertility, शक्ति में सुधार और यौन रोग sexual disorders के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है। अश्वगंधा टॉनिक, कामोद्दीपक, सेडेटिव sedative और deobstruent (शरीर के किसी भी प्रणाली में रुकावट निकालने के लिए) है। अश्वगंधा हर किसी के द्वारा इस्तेमाल की जा सकती है। यह बच्चों के सूखा रोग के इलाज करने के लिए दिया जाता है। स्त्री रोग (gynecological रोगों) में, यह बांझपन, प्रदरleucorrhoea, मां में दूध की कमी आदि के लिए और पुरुषों में यह शुक्राणु विकारों sperm disorders के इलाज के लिए प्रयोग की जाती है।
अश्वगंधादि लेहम, एक टॉनिक, कामोद्दीपक, एंटी ऑक्सीडेंट, rejuvenator और revitalizer है। इस दवा के नियमित सेवन ताकत देता है और दुर्बलता को दूर करता है।
Ashwagandhadi Lehyam is polyherbal Ayurvedic preparation containing Ashwagandha as chief ingredient. It is blackish brown, semisolid paste with a spicy pleasant odour and bitter astringent taste. This medicine is a tonic and used to improve general health, fertility, strength, weight etc.
Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.
अश्वगंधादि लेह्य के घटक | Ingredients of Ashwagandhadi Lehyam in Hindi
- शर्करा sugar 1.356 kg
- अश्वगंधा Root Withania somnifera 192 g
- श्वेत सारिवा Root Hemidesmus indicus 192 g
- श्वेता जीरका Fruit Cuminum cyminum 192 g
- मधुस्नुही Root trunk Smilax china [Smilax glabra (Official Substitute)] 192 g
- द्राक्षा Dry fruit Vitis vinifera 192 g
- घृता Clarified butter from cow milk 226 g
- मधु Honey 452 g
- इला Seeds Elettaria cardamomum 24 g
- पानी Water 452 ग्राम
अश्वगंधादि लेह्य के लाभ | Benefits of Ashwagandhadi Lehyam in Hindi
यह दवा द्राक्षा, अश्वगंधा जड़ पाउडर, घी आदि से बनी है जो शरीर में शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य, वजन और शक्ति में सुधार करती है। यह एक टॉनिक tonic है।
- यह रोगों से लड़ने के लिए शरीर की इम्युनिटी immunity में सुधार करती है।
- यह वाज़िकारक या कामोद्दीपक aphrodisiac है।
- यह शरीर और दिमाग के लिए अच्छा है।
- यह वात-पित्त Vata-pitta को संतुलित करती है।
- यह स्त्री-पुरुष में फर्टिलिटी fertility, potency को बढाती है।
- यह शुक विकारों sperm disorders में उपयोगी है और शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता में सुधार करती है।
अश्वगंधादि लेह्य के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Ashwagandhadi Lehyam in Hindi
- रक्तविकार (Disorders of blood)
- कृशत्व (Emaciation)
- अर्श (Hemorrhoids)
- उपदंश (Syphilis/Soft chancre)
- शारीरिक कमजोरी, मानसिक कमजोरी General weakness, Excessive fatigue
- बीमारी के बाद होने वाली कमजोरी Recovery after illness
- शुक्राणु की कमी Oligospermia (low sperm count)
- शुक्र विकार Sperm disorders
- नसों की कमजोरी Weakness of nerves
सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Ashwagandhadi Lehyam in Hindi
6-12 ग्राम दिन में दो बार, सुबह और शाम लें। दवा की सही खुराक उम्र, स्वास्थ्य, पाचन शक्ति आदि पर निर्भर करती है।
- इसे दूध के साथ लें।
- या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।
- इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।
This medicine is manufactured by Dabur (Ashwagandhadi Lehya), Nagarjuna (Aswagandhadi Lehyam), AVP (Aswagandhadi Lehyam), Keala Ayurveda (Aswagandhadi Lahyam), Arya Vaudya Sala (Aswagandhadi Leham) and many other Ayurvedic pharmacies.