बालचतुर्भद्र सिरप के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

बालचतुर्भद्र सिरप Bal Chatur Bhadra Syrup in Hindi बच्चों के लिए आयुर्वेदिक दवाई है। यह सामान्य खांसी, जुखाम, नाक बहना, गले की खराश, जल्दी जल्दी खांसी होना, दांत निकलते समय होने वाले दस्त-लूज़ मोशन, आदि में लाभकारी है। इसे देने से बच्चे में भूख में सुधार होता है और गैस में आराम होता है। इसे अपच, बदहजमी, उलटी, पेट में गैस से दर्द आदि में भी दे सकते हैं।

यदि खांसी, जुखाम, कफ आदि शुरूआती हैं तो इस दवा से फायदा होता है। इसे तब तक देना चाहिए जब तक लक्षणों में सुधार नहीं हो जाए। इस दवाई को अनिश्चित समय तक नहीं देना है। जब लक्षण हैं, तभी देना है। ठीक होने पर दवा देना बंद कर देना है।

बालचतुर्भद्र चूर्ण और बालचतुर्भद्र सिरप के घटक द्रव्य समान हैं। बालचतुर्भद्र सिरप को बनाना नहीं पड़ता और इसे बोतल से निकाल कर बच्चे को निर्धारित मात्रा में दिया जा सकता है।

क्योंकि बच्चों में कफ, बुखार कई बार बहुत जल्दी बिगड़ जाते हैं जिससे उन्हें तेज बुखार, निमोनिया आदि हो सकता है इसलिए यदि लक्षण अधिक गंभीर हैं, या बिगड़ रहें हैं, या कोई असर नहीं हो रहा तो देर नहीं करें और डॉक्टर की सलाह लें। कफ यदि छाती में चला जाता है तो कोई हर्बल प्रोडक्ट काम नहीं करता और ऐसे में एंटीबायोटिक के द्वारा ही फेफड़े के बैक्टीरियल संक्रमण, निमोनिया, तेज बुखार आदि का इलाज़ किया जाता है।

हर्बल प्रोडक्ट शुरू के लक्षणों, हल्के लक्षणों में ही अधिक फायदेमंद होते हैं। इसलिए सलाह दी जाती है, यदि कफ अधिक है और बुखार बार बार आ रहा है, खांसी में आवाज़ आ रही है, बार बार खांसी हो रही है, बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो तुरंत ही निकट के डॉक्टर की सलाह से सही इलाज़ करवाएं।

दवा के बारे में इस पेज पर जो जानकारी दी गई है वह इसमें प्रयुक्त जड़ी-बूटियों के आधार पर है। हम इस प्रोडक्ट को एंडोर्स नहीं कर रहे। यह दवा का प्रचार नहीं है। हमारा यह भी दावा नहीं है कि यह आपके रोग को एकदम ठीक कर देगी। यह आपके लिए फायदेमंद हो भी सकती हैं और नहीं भी। दवा के फोर्मुलेशन के आधार और यह मानते हुए की इसमें यह सभी द्रव्य उत्तम क्वालिटी के हैं, इसके लाभ बताये गए हैं।

इस पेज पर जो जानकारी दी गई है उसका उद्देश्य इस दवा के बारे में बताना है। कृपया इसका प्रयोग स्वयं उपचार करने के लिए न करें। हमारा उद्देश्य दवा के लेबल के अनुसार आपको जानकारी देना है।

  • दवा का नाम: बालचतुर्भद्र सिरप, बालचातुर्भद्र सिरप, बालचातुर्भाद्र चूर्ण Balchaturbhadra Syrup
  • उपलब्धता: यह ऑनलाइन और दुकानों में उपलब्ध है।
  • दवाई का प्रकार: हर्बल
  • मुख्य उपयोग: बच्चों के वात-कफ विकार
  • मुख्य गुण: वात-कफ कम करना
  • दोष इफ़ेक्ट: कफ और वात कम करना

Balchaturbhadra Syrup is Herbal Ayurvedic medicine. It is indicated in treatment of common paediatric health problems such as cold, cough, running nose, sore throat, early cough, teething diarrhea, loose motions in children etc. Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

बालचतुर्भद्र सिरप के घटक | Ingredients of Balchaturbhadra Syrup in Hindi

5 मिलीलीटर बालचतुर्भद्र सिरप में:

  • नागरमोथा Cyperus Rotundus 50 mg
  • पिप्पली Piper Longum 50 mg
  • अतिविश Aconitum Heterophyllum 50 mg
  • करकटाश्रृंगी Pistacia Integerrima 50 mg
  • सिरप बेस और एक्सपिसिएंट्स क्यूएस

बालचतुर्भद्र सिरप के फायदे | Benefits of Balchaturbhadra Syrup in Hindi

  • यह बच्चे में भूख बढ़ाने, पाचन ठीक करने और प्रतिरक्षा में सुधार करने वाली दवा है।
  • यह दवा उचित पोषक तत्व अवशोषण और विकास को बढ़ावा देती है।
  • यह पेट की गैस, गैस से दर्द में राहत देने वाली एंटी-स्पासस्ममोस्डिक और कारमिनेटिव एक्शन वाली दवा है।
  • यह आवर्तक संक्रमण से बच्चे को बचाती है और लक्षणों में आराम देती है।

बालचतुर्भद्र सिरप के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Balchaturbhadra Syrup in Hindi

  • डायरिया, पेचिश Diarrhoea (atisaar), dysentery
  • मतली उल्टी Nausea, vomiting
  • अस्थमा, खाँसी, आम सर्दी (बुखार), बुखार Asthma, Cough, common cold (zukham), fever
  • गैस Abdominal pain due to gas

बालचतुर्भद्र सिरप की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Balchaturbhadra Syrup in Hindi

  • 6 महीने से एक वर्ष: 1 से 1.5 मिलीग्राम दिन में दो बार।
  • 1 से 2 साल: दिन में दो बार 2 मिलीलीटर।
  • 2 से 3 साल: 2.5 मिलीग्राम दिन में दो बार।
  • 3 से 4 साल 3 मिलीलीटर दिन में दो बार।
  • 4 से 5 साल: दिन में दो बार 4 मिलीलीटर।
  • 5 से 12 साल: दिन में 5 मिलीलीटर तीन बार।
  • 13 वर्ष और 10 मिलीग्राम से अधिक दिन में तीन बार।

बालचतुर्भद्र सिरप के इस्तेमाल में सावधनियाँ | Cautions in Hindi

  • बच्चा छोटा है, कमज़ोर है तो खुद से कोई दवा नहीं दें, डॉक्टर की सलाह लेकर रोग का सही कारण पता लगाएं।
  • इस औषधि को केवल विशिष्ट समय अवधि के लिए निर्धारित खुराक में ही दें।
  • इसे ज्यादा मात्रा में न दें।
  • अगर बच्चे को सांस लेने में दिक्कत है, निमोनिया है या बुखार 3 दिनों से ज्यादा आ रहा है-ठीक नहीं हो रहा Laryngitis, High fever etc. तो डॉक्टर को तुरंत दिखाएँ।
  • यह दवा कफ और वात को कम करती है। अतः यह वात-कफ प्रवृति के बच्चों में अधिक लाभकारी है।
  • बोतल खोले के बाद तीन महीने के भीतर इस्तेमाल करना चाहिए।

बालचतुर्भद्र सिरप के साइड-इफेक्ट्स | Balchaturbhadra Syrup Side effects in Hindi

  • निर्धारित खुराक में लेने से दवा का कोई दुष्प्रभाव नहीं है।
  • इस सिरप की तासीर गर्म है। इससे पित्त बढ़ता है। इसलिए पित्त की अधिकता, नाक से खून गिरना आदि में इसे नहीं देना चाहिए।

बालचतुर्भद्र सिरप को कब प्रयोग न करें | Contraindications in Hindi

  • इसे सामान्य रूप से रोज नहीं देना है। जब कफ विकार हों तभी देना है।
  • यदि पित्त की अधिकता है तो इसे इस्तेमाल नहीं करें।
  • इसे कब्ज़ में नहीं दें।
  • पेट में अल्सर, जलन हो तो इसे नहीं प्रयोग करें।

भंडारण निर्देश

  • सूखी जगह में स्टोर करें।
  • इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखें।

उपलब्धता

  • इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।
  • Lion Balchaturbhadra Syrup: 200 ml @ Rs 210.00
  • Ayurveda Rasashala Balchaturbhadra Syrup
  • तथा अन्य बहुत सी फर्मसियाँ।

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