मुरब्बा, ताजे फलों को चीनी में संरक्षित कर बनाया गया एक स्वादिष्ट पाक है। ऐसा करने से पौष्टिक फल लंबे समय के बाद भी प्रयोग किये जा सकते है और उनका स्वाद भी अच्छा हो जाता है। मुरब्बा शब्द यूनानी दवाओं में प्रयोग किया जाता है।
बेल का मुरब्बा, बेल के फलों से तैयार इसी प्रकार का पाक है। बेल के मुरब्बे को, पकना शुरू हुए बिल्व फल के गूदे से बनाया जाता है। बाहरी कड़क छिलके को तोड़ कर अन्दर से गूदा निकाल, बीजों को अलग कर मुरब्बा बनाते हैं। इसमें चीनी की बराबर मात्रा डाली जाती है। बिल्व मुरब्बा, आंच पर या धूप में रखकर पकाया जाता है। धूप में पका मुरब्बा नेत्रों और मस्तिष्क के लिए अधिक हितकारी है। बेल मुरब्बे में केसर व इलाइची को भी डाला जाता है।
बेल का फल, तीन-चार इंच व्यास का गोलाकार व कठोर बाहरी आवरण युक्त होता है। पके फल का गूदा पीले रंग का बीज के साथ होता है। इसके बीज कड़े और गूदे के सतह मिले हुए होते हैं। बिल्व फल, उदर रोगों की उत्तम औषधि है। इससे बने मुरब्बे के सेवन से पेट के सभी रोगों, पित्त की अधिकता और अतिसार में लाभ होता है।
बेल मुरब्बाके घटक | Ingredients of Bel Murabba in Hindi
बेल का गूदा, चीनी, preservatives
Health Benefits of Bel Murabba in Hindi
- बिल्व फलों की ही भांति यह भी पेट के सभी रोगों में लाभप्रद है। इसके सेवन से आमातिसार, पेचिश, प्रवाहिका, अपच, समेत पेट के अल्सर, आदि सभी में लाभ होता है। किसी भी प्रकार की लूज़ मोशन होने पर बेल मुरब्ब्बा, दिन में दो सुबह – शाम लेते हैं।
- यह यकृत की रक्षा करने वाली औषध है। यह लीवर को नुकसानदायक केमिकल, इन्फेक्शन, आदि से बचाता है।
- यह ग्रहणी रोग irritable bowel syndrome में लाभप्रद है। यह आँतों को स्वस्थ्य रखने में सहायक है। इसके सेवन से आंत सम्बन्धी रोगों में लाभ मिलता है।
- इसमें सूजन, एसिडिटी, अल्सर,आदि को दूर करने के गुण हैं।
- यह हृदय को ताकत देने वाली दवा है। यह कोलेस्ट्रोल के आँतों में अवशोषण को कम करता है और इसप्रकार रक्त में कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करता है।
- यह मस्तिष्क को ठंडक देता है।
- यह शरीर को शीतलता देता है और पित्त की अधिकता को कम करता है। गर्मी के मौसम में शरीर में पित्त की अधिकता से बहुत से रोग, हाथ-पैर की जलन, नाक से खून गिरना, पेशाब की जलन आदि विकार हो जाते हैं। ऐसे में इस मुरब्बे का सेवन लाभकारी होता है।
प्रधान कर्म
- अतिसाराघ्न: Antidiarrheal
- दीपन: द्रव्य जो जठराग्नि तो बढ़ाये लेकिन आम को न पचाए।
- हृदय: द्रव्य जो हृदय के लिए लाभप्रद है।
- कफहर: द्रव्य जो कफ को कम करे।
- शोथहर: द्रव्य जो शोथ / शरीर में सूजन, को दूर करे।
- शीतल: स्तंभक, ठंडा, सुखप्रद है, और प्यास, मूर्छा, पसीना आदि को दूर करता है।
- चक्षुष्य: नेत्रों के लिए लाभप्रद।
बेल मुरब्बाके चिकित्सीय उपयोग | Uses of Bel Murabba in Hindi
- दस्त, पेचिश
- पुराने पेट रोग
- आँतो की समस्या
- कब्ज़
- गैस
- उदर रोग
बेल मुरब्बा की औषधीय मात्रा
बेल के मुरब्बे को एक से दो चम्मच / दस से बीस ग्राम की मात्रा में खा सकते हैं।
सावधनियाँ/ साइड-इफेक्ट्स/ कब प्रयोग न करें Cautions/Side-effects/Contraindications in Hindi
- बेल का मुरब्बा चीनी युक्त है। इसलिए जिन्हें डायबिटीज हो, ओबेसिटी हो वे इसका सेवन न करें।
- जो लोग थाइरोइड की समस्या से पीड़ित हों, वे इसका सेवन न करें।
- अधिक मात्रा में सेवन पेट में दर्द, गैस तथा पेट सम्बन्धी अन्य लक्षण पैदा हो सकते है।
- इसे गर्भावस्था में बिना डॉक्टर की सलाह के न लें।
- इसमें अधिक मात्रा में चीनी है। बाज़ार में मिलने वाले मुरब्बे में प्रेज़रवेटिव, रंग आदि हो सकता है। इसलिए इसे लम्बे समय तक लगातार प्रयोग नं करें। बच्चों को बहुत कम मात्रा में ही दें।
उपलब्धता
- इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।
- Patanjali Bel Murraba 1 kg @ 110.00
- Phondaghat Pharmacy Bel Murraba