बोलबध्द रस के प्रयोग से नाक, मुंह, गुदा, योनी या शरीर के किसी भी भाग से निकलता हुआ रक्त बंद हो जाता है।
बोलबध्द रस, एक आयुर्वेदिक दवा है जिसे पारे, गंधक, गिलोय और हीरादोखी के योग से बनाया गया है। यह एक रस-औषधि है जिसमें रस, पारा है। पारे को ही आयुर्वेद में रस या पारद कहा जाता है और बहुत सी दवाओं के निर्माण में प्रयोग किया जाता है। पारा एक विषाक्त धातु है और इसे आयुर्वेद में केवल सही प्रकार से शोधित कर के ही इस्तेमाल किया जाता है। रस औषधियां शरीर पर शीघ्र प्रभाव डालती हैं। इसमें डॉक्टर की देख-रेख में ही लेना सही रहता है।
बोलबध्द रस के प्रयोग से नाक, मुंह, गुदा, योनी या शरीर के किसी भी भाग से निकलता हुआ रक्त बंद हो जाता है।
Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language।
बोलबध्द रस के घटक | Ingredients of Bolbaddha Ras in Hindi
- शुद्ध पारद १२ ग्राम
- शुद्ध गंधक १२ ग्राम
- गिलोय सत्व १२ ग्राम
- हीरा-दोखी/खून-खराबा ३६ ग्राम
- सेमल की छाल का रस या काढ़ा भावना देने के लिए।
बनाने की विधि (वृनिघंटु रत्नाकर): शुद्ध पारद, शुद्ध गंधक, गिलोय सत्व को लेकर कज्जली बनाएं। इसमें हीरा-दोखी का चूर्ण मिलाकर सबको एक दिन के लिए सेमल की छाल के रस या काढ़े में घोंटकर २ रत्ती की गोलियां बनाकर सुखा लें।
बोलबध्द रस के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Bolbaddha Ras in Hindi
- अम्लपित्त hyperacidity
- रक्तप्रदर bleeding from womb
- रक्त-प्रमेह
- वात-रक्त
- भगंदर, रक्तार्श bleeding piles
सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Bolbaddha Ras in Hindi
- 1-2 गोली या ३-६ रत्ती दिन में दो बार लें।
- इसे शहद के साथ चाट कर लें।
- या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।
इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।
You can buy this medicine online or from medical stores।
This medicine is manufactured by Baidyanath (Bolbaddha Ras), Dabur (Bolbaddha Ras) and some other Ayurvedic pharmacies।