पतंजलि दिव्य गैस हर चूर्ण, में अजवाइन, हरीतकी, काला नमक, मीठा सोडा, नीम्बू सत्त, हींग आदि है। यह पाचन को ठीक करने और गैस की समस्या को दूर करने वाली दवा है।
पतंजलि दिव्य गैस हर चूर्ण प्रभावी पाचन दवा है। यह पाचन एंजाइमों को उत्तेजित करती है और स्वाभाविक रूप से पाचन विकारों को ठीक करती है। यह गैस के इकट्ठे होने से सिरदर्द में आराम देती है। पतंजलि दिव्य गैस हर चूर्ण, आपके पाचन तंत्र को मजबूत करती है और भूख बढ़ जाती है।
छोटी आंत या कोलन में गैस आम तौर पर कोलन में पाए जाने वाले जीवाणुओं द्वारा पौधे फाइबर या कुछ शर्करा (कार्बोहाइड्रेट) जैसे अवांछित भोजन की पाचन या किण्वन के कारण होती है। गैस तब भी बन सकती है जब आपकी पाचन तंत्र खाद्य पदार्थों में कुछ घटकों को पूरी तरह से तोड़ नहीं देती है। कार्बोहाइड्रेट का खराब अवशोषण, पाचन तंत्र में सहायक बैक्टीरिया के संतुलन को बिगाड़ सकता है जिससे भी गैस बनती है। अगर कब्ज़ होती है तो भी लंबे समय तक भोजन आपके कोलन में रहता है, जिससे गैस बनती है। दिव्य गैस हर चूर्ण में पाचक, दीपन, गैसकर और विरेचक द्रव्य हैं। ये सभी संयोजन में काम करते हैं और पाचन को बढ़ाते है। अच्छा पाचन और अवशोषण तथा साथ में विरेचन प्रभाव गैस की समस्या को दूर करने में मदद कर सकता है।
गैसहर चूर्ण को आप नियमित खा सकते हैं। पतंजलि दिव्य गैसहर चूर्ण 100 ग्राम की कीमत है, 85 रुपये।
पतंजलि दिव्य गैस के प्रत्येक 100 ग्रा में निम्नलिखित मसाले और जड़ी बूटियाँ होती हैं:
- अजवाइन 30 gm
- छोटी हरीतकी 20 gm
- जीरा 15 gm
- काली मिर्च 10 gm
- काला नमक 10 gm
- मीठा सोडा 5 gm
- नौसादर 5 gm
- नीम्बू सत्त 5 gm
- हींग 2 gm
दिव्य गैसहर चूर्ण के फायदे Health Benefits of Divya Gashar Churna
दिव्य गैसहर चूर्ण के सेवन से पाचन ठीक होता है। पाचन के ठीक होने से गैस और कब्ज़ की समस्या दूर होती है। दिव्य गैसहर चूर्ण का इस्तेमाल पेट का दर्द, ऐंठन, पेट फूलना, गैस, अपच, पेट में दर्द तथा अन्य कई पाचन समस्याओं में प्रयोग किया जाता है।
पेट में गैस में फायदेमंद
दिव्य गैसहर चूर्ण, पेट में गैस, ऐंठन, अपच, उल्टी, और पेट के कीड़े में, भूख कम लगने, और पेट दर्द के इलाज में कारगर है। इसमें अजवाइन, जीरा, हींग आदि है जो गैस, ऐंठन, वात को कम करते है।
पाचन में सहयोगी
दिव्य गैसहर चूर्ण पाचक है तथा भूख बढ़ानेवाला हैं। यह पूरे पाचन तंत्र के लिए अच्छा है। जीरा, अजवाइन, काली मिर्च पाचन में सहयोगी है।
वातहर गुण
दिव्य गैसहर चूर्ण में वातहरगुण हैं। यह मल को ढीला करनेवाला, टॉनिक और भूख बढ़ानेवाला पाउडर है।
कब्ज़ में उपयोगी
दिव्य गैसहर चूर्ण में हरीतकी, काला नमक और मीठा सोडा है जिनको खाने से पेट साफ़ होता है।
हर्बल संयोजन
दिव्य गैसहर चूर्ण में सभी सेफ आयुर्वेदिक जड़ी बूटियाँ है। अजवायन, जीरा, काली मिर्च, काला नमक, मीठा सोडा और हींग तो मसालें ही हैं जो पूरी तरह से सेफ हैं। यह सभी पेट में गैस होने पर घरेलू उपचार की तरह से इस्तेमाल किये जाते हैं।
पतंजलि दिव्य गैस हर चूर्ण के प्रयोग
- पतंजलि दिव्य गैस हर चूर्ण को पेट की गैस और उसके कारण होने वाली अन्य कई पाचन समस्याओं में उपयोग किया जाता है।
- इससे अपच और एसिडिटी में फायदा होता है।
- यह भोजन के बेहतर पाचन में मदद करता है और पेट की गैस, पेट, पेट फूलना, पेट का दर्द दर्द, एसिडिटी और भारीपन जैसी पाचन समस्याओं में उपयोगी है।
कितना दिव्य गैस हर चूर्ण लेना चाहिए?
- भोजन करने के बाद या गैस होने पर इसे आधा चम्मच की मात्रा में गुनगुने पानी के साथ लें ।
- ज्यादा समस्या है तो 1-2 ग्राम प्रतिदिन या तीन बार लें।
इसे किसे नहीं लेना चाहिए?
- यदि कम नमक की सलाह है तो इसे नहीं लें।
- प्रेगनेंसी में इसका इस्तेमाल नहीं करें। इसमें गर्म तासीर के द्रव्य हैं।
- एक दिन में कई बार ले रहें हैं तो कम मात्रा में लें। ज्यादा लेंगे तो नामक की मात्रा अधिक हो जायेगी। नमक की ज्यादा मात्रा सेहत के लिए ठीक नहीं है।
- इसे लम्बे समय तक इस्तेमाल नहीं करें। कभी कभी लें। ये दवा है।
गैस को कम कैसे करें?
- कुछ खाद्य पदार्थों को नहीं खाएं। सेम, मटर, मसूर, गोभी, प्याज, ब्रोकोली, फूलगोभी, पूरे अनाज के खाद्य पदार्थ, मशरूम, कुछ फल, और बियर, अन्य कार्बोनेटेड पेय आदि नहीं लें।
- कम फैटी खाद्य पदार्थ खायें। फैट पाचन धीमा करता है, भोजन को किण्वन के लिए अधिक समय देता है।
- फाइबर के कई फायदे हैं, लेकिन कई बार उच्च फाइबर खाद्य पदार्थ गैस बनाते हैं। धीरे-धीरे अपने आहार में फाइबर जोड़ें।
- घूमें, टहलें। व्यायाम करें।
- ऐसे ड्रिंक्स नहीं लें जो शरीर में पानी की कमी करते हैं जैसे कि बियर, अल्कोहल, कोल्ड ड्रिंक्स आदि।