Divya Kayakalp Kwath is a poly herbal Ayurvedic medicine from Patanjali Divya Pharmacy. This medicine is available as dry herb powder from which decoction is prepared.
It is useful in all types of skin diseases including eczema and psoriasis.
Here information is given about complete list of ingredients, properties, uses and dosage of this medicine in Hindi language.
दिव्य कायाकल्प क्वाथ स्वामी रामदेव की पतंजलि दिव्य फार्मेसी में निर्मित आयुर्वेदिक दवा है। यह हर्बल दवा सूखी जड़ी बूटियों का मिश्रण है। काढ़ा तैयार करने के लिए दवा की 5-10 ग्राम मात्रा को 400 मिलीलीटर पानी में उबाला जाता है जब तक की पानी 100 मिलीलीटर रह जाये। फिर इसे छान लिया जाता है और खाली पेट दिन में दो बार लिया जाता है।
नीचे इस दवा के घटक, गुण, सेवनविधि, और मात्रा के बारे में जानकारी दी गयी है।
घटक Ingredients
Each 5.00 gm contains equal amount of | ||
Panwarr | Cassia tora | पनवाड़ |
Daruhaldi | Berberis aristata | दारुहल्दी |
Karanj | Pongamia pinnata | करंज |
Amla | Emblica officinalis | आमला |
Harar | Terminalia chebula | हरीतकी |
Bahera | Terminalia bellirica | विभितकी |
Giloy | Tinospora cordifolia | गुडूची |
Kutki | Picrorhiza Kurroa | कुटकी |
Bakuchi phal | Psoralea corylifolia | बावची |
Chandan | Santalum album | चन्दन |
Turmeric | curcuma longa | हल्दी |
Khaer | Acacia katechu | खैर |
Nimba | Azadirachta indica | नीम |
Manjeeth | Rubia cordifolia | मंजिष्ठा |
Chirayta | Swertia chirata | चिरायता |
Dronapushpi | Leucas cephalotes | द्रोणपुष्पि |
Kali jeeri | Centratherum anthelminticum | कृष्णा जीरा |
Choti kateli | Solanum surattenese | छोटी कटेली |
Indrayan mula | Citrullus colocynthis | इन्द्रायण मूल |
Devdaru | Cedrus deodara | देवदारु |
ushva | Smilax ornata | उश्बा |
- पनवाड़ त्वचा रोगों में बहुत उपयोगी है. यह रेचक और कृमिनाशक नाशक है ।
- दारू हल्दी एंटीअमेबिक, जीवाणुरोधी, रेचक, स्वेदजनक, ज्वरनाशक, और एंटीसेप्टिक है।
- त्रिफला (आमला, हर्रे, बहेड़ा) रेचक और खून साफ़ करने वाला रसायन है ।
- हल्दी रक्त शोधक, एंटीऑक्सिडेंट, सुजन कम करने वाली, लीवर को ठीक करने वाली, शरीर से टॉक्सिक निकालने वाली है। इसे त्वचा रोगों में शरीर के अन्दर-बाहर दोनों रूप से इस्तेमाल किया जाता है।
- बावची बीज को leucoderma, सफ़ेद दाग, विटिलिगो, कुष्ठ रोग, सोरायसिस, त्वचा की सूजन रोग, आदि में शरीर के अन्दर-बाहर दोनों रूप से इस्तेमाल किया जाता है।
- नीम भी रक्त शोधक है।
- द्रोणपुष्पि, काली जीरी, छोटी कटेली और मंजीठ को विभिन्न्त्वचा रोगों में प्रयोग किया जाता है ।
- चिरायता पित्त शामक और खून को साफ़ करने वाला है ।
मुख्य गुणधर्म और उपयोग Qualities and therapeutic uses
दिव्य कायाकल्प क्वाथ के सेवन से खून साफ़ होता है जिससे यह हर तरह के त्वचा रोगों में लाभकारी है. इससे पेट भी साफ़ होता है। यह मोटापा कम करने भी सहायक है । मोटापे में इसे मेदोहर वटी के साथ औ चमड़ी रोग में इसे कायाकल्प वटी के साथ लेना चाहिए ।
- इस काढ़े को विभिन्न त्वचा के रोगों में प्रयोग किया जाता है ।
- सभी प्रकार के त्वचा रोग
- एक्जिमा
- कुष्ठ रोग
- श्लीपद या फाइलेरिया
- मोटापा कम करने में
- सोरायसिस
सेवनविधि और मात्रा How to take and dosage
- 5-10 ग्राम की मात्रा में सूखे मिश्रण को 400 मिलीलीटर पानी में उबालें जब पानी 100 मिलीलीटर रह जाये, इसे छान कर पियें।
- इसे दो बार लेना है।
- सुबह खाली पेट और रात के खाने से एक घंटा पहले ।
- काढ़ा बनाने से पहले मिश्रण को ८-१० घंटा भिगोना अधिक लाभप्रद है ।
Where to buy
आप इस दवा को सभी फार्मेसी दुकानों पर या ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
बिना काढ़ा बनाएं भी इस्तेमाल कर सकते है