हिल्स ब्रेस्ट मसाज ऑयल के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

हिल्स ब्रेस्ट मसाज ऑयल एक बहुत ही अच्छा स्तनों की मालिस का आयुर्वेदिक तेल है जो की स्तनों के विकाश और ढीले स्तनों में कसाव के लिए प्रयोग होता है। जानिये हिल्स ब्रेस्ट मसाज ऑयल किन चीजों से बना है और इसे कैसे प्रयोग करतें हैं।

हिल्स ब्रेस्ट मसाज ऑयल, एक औषधीय तेल है जोकि फीमेल्स के लिए है। इसे स्तनों की मालिश करने के लिए प्रयोग किया जा सकता है। इससे मालिश करने से स्तनों की त्वचा में कसाव आता है और ब्रेस्ट के आकार बढ़ने में मदद होती है। मालिश करने से त्वचा में चिकनाई आती है और रूखापन दूर होता है।

हिल्स ब्रैस्ट मसाज ऑयल, ऑस्ट्रो लैब्स द्वारा निर्मित है। इसमें ओलिव आयल, अरंड तेल, सूरजमुखी के बीजों का तेल, और तिल का तेल है। इसके आलावा इसमें शतावरी, अश्वगंधा, मुलेठी, लोध्र, कोंच, विदारीकन्द, और गंभारी की छाल है।

इस पेज पर जो जानकारी दी गई है उसका उद्देश्य इस दवा के बारे में बताना है।

Hills Breast Massage oil, is an Ayurvedic medicated oil based on Ayurvedic principle. It is used for breast massaging. It tightens the breast skin, nourishes cells and helps to enlarge breast. Hills massage oil stimulates blood circulation, rejuvenates skin cells and helps in development of breast also improves skin tone, body and bust line.

Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

  • निर्माता: Austro Labs
  • उपलब्धता: यह ऑनलाइन और दुकानों में उपलब्ध है।
  • दवाई का प्रकार: औषधीय तेल, मालिश के लिए
  • मुख्य उपयोग: ब्रेस्ट मसाज
  • मुख्य गुण: ब्रेस्ट की शेप सही करना
  • मूल्य MRP: Hills Breast Massage oil 60 ml is available at approximately INR 220.

हिल्स ब्रेस्ट मसाज ऑयल के घटक | Ingredients of Hills Breast Massage Oil in Hindi

  1. शतावरी Shatavari 300 mg
  2. अश्वगंधा Ashwagandha 300 mg
  3. मुलेठी Mulethi 200 mg
  4. लोध्र Lodhra 200 mg
  5. कोंच Konch 200 mg
  6. विदारीकन्द Vidarikand 100 mg
  7. गंभारी Gamhar 100 mg
  8. ओलिव आयल Olive Oil 1 ml
  9. कैस्टर आयल Castor Oil 3 ml
  10. सूरजमुखी का तेल Sunflower Oil 3 ml
  11. तिल का तेल Sesame Oil 3 ml

ओलिव आयल, ओलिव से मिलने वाला तेल है. इसे खाने और मालिश दोनों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। सूर्यमुखी का तेल, सनफ्लावर के बीजों को से निकाला जाता है।

अरंड, एरण्ड, रेंडी, या कैस्टर का तेल, कैस्टर बीन्स से निकाला जाता है। इस तेल को बाहरी रूप से त्वचा पर लगाया जाता है और औषधि के रूप में विरेचक के रूप में प्रयोग किया जाता है। कैस्टर आयल स्निग्ध, चिकना, गाढ़ा, चिपचिपा, तथा रंग में पीला सुनहरा सा होता है। यह हल्की गंध युक्त होता है। इसमें ग्लिसिरोल, पामिटिन, और स्टीरिन होता है। कैस्टर आयल से ब्रेस्ट मसाज करने से त्वचा में कसाव आता है।

तिल का तेल, भारी, संकोचक और स्वाभाव से गर्म है। मालिश करने के लिए यह बहुत ही लाभकारी है। यह त्वचा की नमी बनाये रखने में सहयोगी है। इसे मालिश करने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इससे मालिश करने से त्वचा में गर्मी आती है और खून का दौरा ठीक होता है। यह त्वचा से नमी को खोने नहीं देता।

तेल से स्तनों की मालिश करने से लूज़ स्किन टाइट होती है और स्तनों का आकार भी ठीक होता है। मालिश करने से चमड़ी को इलास्टिसिटी मिलती है।

गंभारी की छाल से बने औषधीय तेल को स्तनों की मालिश में पुराने समय से प्रयोग करते हैं। इन तेलों को श्रीपर्णी तेल कहते हैं। इससे सैग होना रुकता है और स्तन even the fallen breasts of a woman become compact and elevated कठोर होते हैं।

हिल्स ब्रैस्ट मसाज ऑयल के फायदे | Benefits of Hills Breast Massage Oil in Hindi

  1. इससे खून का दौरा ठीक होता है।
  2. मालिश करने से त्वचा की कोशिकायें सुदृढ़ होती हैं।
  3. यह स्तनों कप पुष्ट करता है और कठोरता लाता है।
  4. इससे मालिश करने से स्तन सुडौल और गोल होते हैं।
  5. इससे ठीक से न बढ़ी हुई छातियों में उभार आता है।

हिल्स ब्रैस्ट मसाज ऑयल के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Hills Breast Massage Oil in Hindi

  1. स्तनों की मालिश Breast massage
  2. ब्रेस्ट का सैग होना Sagging
  3. ब्रेस्ट में सही उभार न होना underdeveloped breast
  4. स्तनों को बढ़ा करना giving right shape to breast

हिल्स ब्रैस्ट मसाज ऑयल कैसे प्रयोग करें | How to Use Hills Breast Massage Oil in Hindi

  1. यह तेल बाहरी रूप external use only से लगाने के लिए है।
  2. तेल की 10-15 बूँदों को हथेली पर लें और रगड़ें जिससे तेल में गर्माहट आ जाए और हतेली पर तेल फ़ैल जाए।
  3. अब स्तन के ऊपर से हल्के हाथ ब्रेस्टबोन के पास से मालिश शुरू करें।
  4. अंडरआर्म पर मालिश करते हुए स्तनों की गोलाई में मालिश करें।
  5. मालिश नीचे से ऊपर की और करें।
  6. इस तेल को दिन में एक या दो बार 5-10 मिनट मालिश के लिए प्रयोग करें।

सावधनियाँ/ साइड-इफेक्ट्स/ कब प्रयोग न करें Cautions/Side effects/Contraindications in Hindi

  1. इस दवा का कोई ज्ञात साइड-इफ़ेक्ट नहीं है।
  2. प्रयोग से पहले बोतल को अच्छे से हिला लें।
  3. मालिश के बाद तेल को त्वचा से रूई या तौलिया से साफ़ कर लें।
  4. मालिश के तुरंत बाद कभी भी पानी से न धोएं क्योंकि उस समय त्वचा गर्म रहती है।
  5. यदि स्तनपान करा रही हों तो दूध पिलाने से पहले स्तनों को अच्छे से साफ करें, नहीं तो बच्चे में पेट का इन्फेक्शन हो सकता है।
  6. स्तनों का आकार, शेप, आयतन, और पोजीशन में उम्र के साथ परिवर्तन आते रहते हैं।
  7. ब्रेस्ट सैग होना उम्र बढ़ने के साथ स्वाभाविक है।
  8. सिगरेट न पियें।
  9. वज़न कम होने, बड़े कप साइज़ की ब्रा पहनने से, बच्चे होने के बाद, के कारण ब्रेस्ट सैग होने लगती है।
  10. इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखे।
  11. सभी के लिए रिजल्ट समान नहीं होते।
  12. रिजल्ट कुछ महीने के प्रयोग में दिख सकते हैं।
  13. यह आपके लिए लाभप्रद हो भी सकता और नहीं भी।
  14. पानी सही मात्रा में पियें।
  15. वज़न बहुत तेज़ी से कम न करें।

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