यह एक प्राकृतिक एंटासिड है जो की अपच, जलन, पेट फूलना, मतली, पेट में दर्द आदि लक्षणों से राहत देती है।
हिमकोसिड हिमालया ड्रग कंपनी द्वारा निर्मित एक दवा है जो की आयुर्वेदिक सिद्धांतों पर आधारित है। यह एक प्राकृतिक एंटासिड है जो की अपच, जलन, पेट फूलना, मतली, पेट में दर्द आदि लक्षणों से राहत देती है। हिम्कोसिड को कौड़ी भस्म, दुग्धपाषाण, मुक्ताशुक्ति के पाउडर को गिलोय, आंवला, और पुनर्नवा की भावना देकर बनाया गया है।
Himalaya Himcocid has antacid properties and useful in heartburn, acidity, fullness, flatulence, nausea, abdominal distension, vomiting and indigestion. It gives relief in symptoms of dyspepsia.
Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.
हिमकोसिड के घटक | Ingredients of Himcocid in Hindi
Himcocid सिरप के प्रत्येक चम्मच (5 मिली) में:
- वराटिका भस्म / कौड़ी भस्म 350 मिलीग्राम
- दुग्धपाषाण Dugdhapashana (सॉफ्ट स्टोन) 350 मिलीग्राम
- मुक्ता शुक्ति Mouktika Shukti 75 मिलीग्राम
संसाधित: गिलोय Tinospora cordifolia स्टेम, आंवला Emblica officinale फल, पुनर्नवा Boerhaavia diffusa रूट।
वराटिका / कपर्दक भस्म, कौड़ी की भस्म को कहते है। आयुर्वेद में इसे एक एंटासिड के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसका सेवन अम्लपित्त, गैस, गुल्म, ग्रहणी sprue, पाचन की कमजोरी आदि में राहत देता है। इसका मुख्य गुण एसिडिटी को कम करना है। यह डकारों का आना कम करती है और पित्त की अम्लता दूर करती है।
दुग्धपाषाण, मैगनिशियम सिलिकेट है। यह टिशु को सिकोड़ता अर्थात संकोचक है। इसे पेट-आंतों सम्बन्धी रोग में प्रयोग किया जाता है। यह भी एंटासिड, कूलिंग, और अल्सर में राहत देने वाला है।
मुक्ता शुक्ति भस्म मुख्यतः गैस्ट्रिटिस, अम्लपित्त, पित्त के कारण गुल्म तथा अन्य पित्त विकारों में दी जाती है।
हिमकोसिड के फायदे | Benefits of Himcocid in Hindi
- यह एक प्राकृतिक एंटासिड है।
- इसमें अल्सर को ठीक करने और पेट को एसिड के नुकसान से बचाने के गुण है।
- यह पेटी में अधिक गैस्ट्रिक एसिड, एसिडिटी, और अपच के लक्षणों से राहत देता है।
- यह के गैर-अल्सर अपच, उल्टी, मतली, जलन और पेट फूलना आदि लगभग सभी लक्षण के खिलाफ प्रभावी है।
- यह किसी भी एसिड-बेस या इलेक्ट्रोलाइट को असंतुलित नहीं करती है।
- इसमें एल्यूमिनियम नहीं है।
हिमकोसिड के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Himcocid in Hindi
- एसिड पेप्टिक रोग Acid peptic disease
- गैर-अल्सर अपच Non-ulcer dyspepsia
- एसिडिटी (GERD) Gastroesophageal reflux disease
- अम्लपित्त Heartburn
- गैर स्टेरायडल सूजन कम करने की दवा (NSAID) से गैस्ट्रिटिस
- गैस्ट्रिटिस Gastritis (आमाशय की म्युकोसा में सूजन)
हिमकोसिड की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Himcocid in Hindi
- 1 से 2 चम्मच या १-२ टेबलेट, दिन में दो बार लें।
- इसे भोजन के बीच में और सोते समय लें।
- या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।
इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।
अपने अनुभवसे हिमकोसिड पित्त के लिए बहोत अच्छा और असरदार दवा है