इंदुकान्त घृत के फायदे, नुकसान और उपयोग विधि

इंदुकान्त घृत आयुर्वेदिक दवा है। यह दशमूल, पूतिका, देवदारु, घी तथा अन्य औषधिया वनस्पतियों से बनी है। इन्दुकांत घृतम को सहस्रयोगम से लिया गया है। इस दवा को मुख्यतः पेट के विकार और वात रोगों में लिया जाता है।

इंदुकान्त घृत आयुर्वेदिक दवा है। यह दशमूल, पूतिका, देवदारु, घी तथा अन्य औषधिया वनस्पतियों से बनी है। इन्दुकांत घृतम को सहस्रयोगम से लिया गया है। इस दवा को मुख्यतः पेट के विकार और वात रोगों में लिया जाता है। घी होने के कारण यह पित्त रोग में लाभप्रद है और शरीर को बल देती है। दशमूल होने के कारण यह सूजन और बुखार कम करती है। यह दर्द से भी राहत देती है।

Indukant Ghrita/Indukantha Ghritam is a polyherbal Ayurvedic medicated ghee. It is indicated in treatment of variety of diseases. This medicine is prepared from Dashmul, Putika, Ghee and many other medicinal herbs as per the formula given in Sahasrayogam.

Here information is given about complete list of ingredients, properties, uses and dosage of this medicine in Hindi language.

नीचे इस दवा के घटक, गुण, सेवनविधि, और मात्रा के बारे में जानकारी दी गयी है।

इंदुकान्त घृत के घटक | Ingredients of Indukanta Ghrita in Hindi

Formulation Composition:

  • Putika पूतिक Holoptelea integrifolia St. Bk. 256 g
  • Daru (Devadaru) देवदारु Cedrus deodara Ht. Wd. 256 g
  • Bilva बिल्व Aegle marmelos St. Bk. 25.6 g
  • Agnimantha अग्निमन्थ Premna integrifolia St. Bk. 25.6 g
  • Shyonaka श्योनाक Oroxylum indicum St. Bk. 25.6 g
  • Gambhari गंभारी Gmelina arborea St. Bk. 25.6 g
  • Patala पटल Stereospermum suveolance St. Bk. 25.6 g
  • Shalaparni शालपर्णी Desmodium gangeticum Pl. 25.6 g
  • Prishniparni प्रिश्पर्णी Uraria picta Pl. 25.6 g
  • Brihati बृहती Solanum indicum Pl. 25.6 g
  • Kantakari कंटकारी Solanum xanthocarpum Pl. 25.6 g
  • Gokshura गोखरू Tribulus terrestris Pl. 25.6 g
  • Jala पानी for decoction Water 12.288 लीटर reduced to 3.072 लीटर
  • Kshira (Gokshira) गाय का दूध Cow milk 768 ml
  • Goghrita गो-घृत Clarified butter from Cow’s milk 768 g
  • Pippali पिप्पली Piper longum Fr. 48 g
  • Pippali पिप्पलीमूल (Pippali पिप्पली) Piper longum Rt. 48 g
  • Cavya चव्य Piper chaba St. 48 g
  • Citraka Plumbago zeylanica Rt. 48 g
  • Shunthi सोंठ Zingiber officinale Rz. 48 g
  • Yavakshara यवक क्षार (Yava) Hordeum vulgare Water soluble ash of Pl. 48 g

Lf. =Leaf; P. =Pericarp; Rt. =Root; Fr. =Fruit; Rz. =Rhizome; Sd.= Seeds; St. =Stem; St. Bk.= Stem Bark; Fl. Bd. =Flower Bud.

Also known as Indukantham Ghritham, Indukanta Ghritham, Indukantha Ghritham.

इंदुकान्त घृत के लाभ | Benefits of Indukantha Ghritham in Hindi

  • भूख और पाचन में सुधार करना। improves appetite and digestion.
  • पाचन के सभी प्रकार के विकार में प्रभावी। beneficial in abdominal diseases.
  • अनियमित बुखार recurrent fever, गुल्म तथा अन्य वात रोगों में लाभप्रद।
  • खांसी के लिए सबसे बहुत अच्छा। gives relief in coughing.
  • प्रतिरक्षा बढाता है और शरीर को बेहतर बनाता है। improves immunity and general health.

इंदुकान्त घृत के चिकित्सीय उपयोग | Indukanta Ghrita  in Hindi

  • अस्थमा, एलर्जी, दमा Asthma, Allergy, Dyspnoea
  • संधिशोथ rheumatoid arthritis
  • Rejuvenation therapy
  • टाइफाइड बुखार
  • वात रोग Diseases due to vitiation of vata
  • गुल्म
  • दर्द, बार-बार होने वाला बुखार recurrent fever

इंदुकान्त घृत की सेवनविधि और मात्रा | How to take and dosage in Hindi

  1. इस दवा को 6 से 12 gm की मात्रा में लिया जाना चाहिये।
  2. इसे दिन में एक या दो बार, सुबह और शाम, खाली पेट लिया जाता है।
  3. इसे गर्म दूध/गर्म पानी या गिलोय के रस के साथ लिया जाना चाहिये।

Where to buy

आप इस दवा को फार्मेसी दुकान पर या ऑनलाइन खरीद सकते हैं।

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