यह घी पुरुषों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है। इसके सेवन से शरीर में ताकत आती है। यह वाजीकारक है और यौन इच्छा को बढ़ाता है। इसका नियमित सेवन नाड़ियों की कमजोरी के कारण होने वाली नपुंसकता को दूर करता है।
कामदेव घृत एक आयुर्वेदिक घृत या घी है। यह घी पुरुषों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है। इसके सेवन से शरीर में ताकत आती है। यह वाजीकारक है और यौन इच्छा को बढ़ाता है। इसका नियमित सेवन नाड़ियों की कमजोरी के कारण होने वाली नपुंसकता को दूर करता है। यह घी, स्पर्म संख्या की बढ़ोतरी में भी सहयोग करता है। इसी प्रकार महिलाओं द्वारा इसका सेवन फर्टिलिटी को बढ़ाता है। यह घी पौष्टिक होने के साथ-साथ शरीर के भीतर की रूक्षता को दूर करता है और कब्ज़ से राहत देता है। यह पाचक और बस्ती को शुद्ध करता है। यह धातुक्षीणता को दूर करता है और शरीर को सबल बनता है। यह वज़न को बढ़ाता है और शरीर में शक्ति और कांति देता है।
Kamdev Ghrita is a medicated Ghee. It is especially useful for males. It improves libido, strength and vigor. It gives strength and cures internal dryness. Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.
कामदेव घृत के घटक | Ingredients of Kamdev Ghrita in Hindi
अश्वगंधा, गोखरू, बरियार, गिलोय, सरिबन, विदारीकन्द, शतावर, सोंठ, गदहपूर्ण, पीपल की कोपल, गंभारी के फूल, कमलगट्टा, उडद, गाय का घी, गन्ने का रस, मेदा, महामेदा, जीवक, ऋषभक, काकोली, क्षीरकाकोली, ऋद्धि, वृद्धि कूठ, पद्माख, लाल चन्दन, तेजपात, छोटी पीपल, मुनक्का, केवांच बीज, नील कमल, नागकेशर, अनन्तमूल, बरियार, मिश्री
कामदेव घृत के लाभ | Benefits of Kamdev Ghrita in Hindi
- यह वाजीकारक है।
- इसके सेवन से नसों की कमजोरी के कारण होने वाली नपुंसकता दूर होती है।
- यह कम वज़न या दुबलेपन की समस्या को दूर करता है।
- यह अत्यंत पौष्टिक है।
- यह स्निग्ध है और आन्तरिक रूक्षता दूर करता है।
- यह वज़न, कान्ति, और पाचन को बढ़ाता है।
- यह कब्ज़ से राहत देता है।
- यह दिमाग, नसों, मांस, आँखों, मलाशय आदि को शक्ति प्रदान करता है।
- यह धातुओं को पुष्ट करता है।
- यह पित्त विकार को दूर करता है।
कामदेव घृत के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Kamdev Ghrita in Hindi
- कामदेव घी, पौष्टिक, बलवर्धक, रसायन है। यह उत्तम वाजीकारक है और यौन क्षमता में सुधार लाता है। यह शरीर में बढ़े पित्त को भी कम करता है।
- कमजोरी, कम वज़न, यौन इच्छा की कमी
- नसों की कमजोरी, नपुंसकता
- रक्त पित्त, वातरक्त
- वीर्य क्षय
- खून की कमी
- मूत्रकृच्छ
- पसली में दर्द
कामदेव घृत की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Kamdev Ghrita in Hindi
- 6-12 gram दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
- घी को बराबर मात्रा में मिश्री के साथ मिलाकर लें।
- इसे दूध अथवा गर्म पानी के साथ लें।
- या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।
कृपया ध्यान दें, आयुर्वेदिक दवाओं की सटीक खुराक आयु, ताकत, पाचन शक्ति का रोगी, बीमारी और व्यक्तिगत दवाओं के गुणों की प्रकृति पर निर्भर करता है।
मोटापा, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल में एहतियात के साथ इस दवा का उपयोग करना चाहिए।
इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।