विटामिन सी, एक पानी में घुलनशील विटामिन है। विटामिन सी, सामान्य वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक है। पानी में घुलनशील होने के कारण बचा हुआ विटामिन सी, मूत्र के माध्यम से शरीर से निकल जाता है। इस कारण है कि आप को अपने आहार में इस विटामिन की सतत आपूर्ति की जरूरत है।
विटामिन सी का अच्छा स्रोत ताजे फल, सब्जियों, और खासकर खट्टे फल हैं।
ज्यादातर विशेषज्ञों के अनुसार, इस विटामिन को फल और सब्जियों के माध्यम से लिया जाना चाहिए न की सप्लीमेंट्स द्वारा। इसके आलावा ताजे निचोड़े नींबू और संतरे में स्टोर किये हुए रसों से ज्यादा विटामिन सी होता है।
Uses of Vitamin C in Hindi
- विटामिन सी, स्कर्वी को रोकने और उसके इलाज के लिए इस्तेमाल प्रभावी है।
- यह बार-बार होने वाले खांसी, जुखाम, और वायरल-बैक्टीरियल रोगों से भी बचाता है। यह प्रितिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
- विटामिन सी को मसूड़ों के रोग, मुँहासे, त्वचा रोग, तपेदिक, पेचिश पेट के अलसर, तथा अन्य संक्रमण के लिए प्रयोग किया जाता है।
- विटामिन सी का उपयोग दंत teeth cavities (क्षय), कब्ज, लाइम रोग, इम्युनिटी बढ़ाने, हीट स्ट्रोक, बुखार, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, सिस्टिक फाइब्रोसिस, बांझपन, मधुमेह, क्रोनिक थकान को रोकने, मोतियाबिंद के लिए प्रयोग किया जाता है।
- विटामिन सी iron के सही अवशोषण के लिए भी आवश्यक है।
- विटामिन सी शरीर के कई भागों के समुचित विकास और काम-काज के लिए आवश्यक है। यह शरीर की इम्युनिटी को बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- विटामिन सी, शरीर के सभी भागों में ऊतकों के विकास और मरम्मत के लिए आवश्यक है। यह घावों को ठीक करने और हड्डियों, और दांत आदि की मरम्मत करने के लिए ज़रूरी है.
- विटामिन सी, कई एंटीऑक्सीडेंट में से एक है।
Sources of Vitamin C विटामिन सी के स्रोत
- खट्टे फल जैसे की: संतरा, मौसम्बी, नीम्बू
- अनानास, अनार, फालसा, अमरुद
- हरी मिर्च, टमाटर
- हरे पत्तेदार साग, पालक, चुकंदर, शलजम, सलाद के पत्ते
- करेला, मेथी और अंकुरित अनाज
अमला(Amla) एक एंटी ऑक्सीडेंट है जो विटामिन सी का सबसे अमीर स्रोत है। अमला भी प्रोटीन, लौह, खनिज और एमिनो एसिड होता है।
Symptoms of Vitamin C deficinecy बहुत कम विटामिन सी के चिन्ह और लक्षण
- एनीमिया
- मसूढ़ों से खून
- कम इम्युनिटी
- घावों का देर से भरना
- रूखे, बेजान और आसानी से टूटने वाले बाल
- जिंजीवाइटिस (मसूड़ों की सूजन)
- नाक से खून आना
- धीमा चयापचय होने के कारण वजन बढ़ाना
- रफ, सूखी, परतदार त्वचा
- सूजन और जोड़ों में दर्द
- कमजोर दाँत
- कमज़ोर इनेमल
Diseases due to deficiency of Vitamn C कमी से होने वाले रोग
- दांत हिलना, पायरिया, मसूड़े फूलना, मसूड़ों से खून आना, स्कर्वी, ख़राब पाचन
- जोड़ों और हड्डियों में दर्द
- वज़न कम होना
- जल्दी और बार-बार बीमार पड़ना
- बार बार जुखाम, सर्दी, खांसी और सांस की तकलीफ होना
Daily reqirement of Vitamin C विटामिन सी की दैनिक ज़रूरत
- शिशु 0-12 महीने: माँ का दूध
- बच्चे 1 से 3 साल: 15 मिलीग्राम
- बच्चे 4 से 8 साल: 25 मिलीग्राम
- बच्चे 9-13 साल: 45 मिलीग्राम
- किशोरों 14 से 18 साल, लड़कों के लिए 75 मिलीग्राम और लड़कियों के लिए 65 मिलीग्राम;
वयस्क उम्र 19 और अधिक से अधिक पुरुषों के लिए 90 मिलीग्राम और महिलाओं के लिए 75 मिलीग्राम| - गर्भावस्था और स्तनपान: 18 साल की उम्र या छोटी, 115 मिलीग्राम; 19 उम्र 50 वर्ष 120 मिग्रा।
तम्बाकू का उपयोग करने वाले लोगों को प्रति दिन एक अतिरिक्त 35 मिलीग्राम लेना चाहिए।
Side-effects दुष्प्रभाव
शरीर में विटामिन सी की अधिकता के गंभीर साइड इफेक्ट, नहीं हैं। हालांकि, बहुत मात्रा में लेने से पेट की ख़राबी और दस्त हो सकते हैं. एक दिन में इसकी अधिकतम मात्रा 2,000 मिलीग्राम / दिन है।