इस चूर्ण के सेवन से अग्निमांद्य/मन्दाग्नि, अजीर्ण, वात-कफज गुल्म, तिल्ली, पेट के रोग, पाइल्स, कब्ज़, चमड़ी की बिमारियों, आमविकार आदि में लाभ होता है.
लवण भास्कर चूर्ण एक आयुर्वेदिक चूर्ण या पाउडर है. इसे पाचन सम्बन्धी समस्याओं और कब्ज़ के लिए प्रयोग किया जाता है.
लवण भास्कर चूर्ण, सैंधव नमक, काला नमक, सौंचर नमक, समुद्र नमक, धनिया, पिप्पली, पिप्पलीमूल, काला जीरा, तेजपत्र, अम्लवेत, तालिसपत्र, नागकेशर, काली मिर्च, जीरा, सोंठ, अनार दाना, दालचीनी और बड़ी इलाइची से मिलकर बना है. सभी को अच्छे से कूट कर, कपडछन कर रख लिया जाता है.
इस चूर्ण के सेवन से अग्निमांद्य/मन्दाग्नि, अजीर्ण, वात-कफज गुल्म, तिल्ली, पेट के रोग, पाइल्स, कब्ज़, चमड़ी की बिमारियों, आमविकार आदि में लाभ होता है.
अग्निमांद्य में जठराग्नी ख़राब हो जाने से पाचन बिगड़ जाता है. प्रायः ऐसा अनियमित भोजन करने या पित्त की कमी से होता है. बिगड़े हुए पाचन के कारण भोजन पूरी तरह से पच नहीं पाता और शरीर में बहुत सी पाचन सम्बन्धी समस्याएं हो जाती हैं. पेट में बहुत अधिक गैस और कब्ज़ हो जाता है. खट्टी डकार, भूख न लग्न, उलटी, मितली आदि लक्षण प्रकट हो जाते हैं. पाचन की इन्ही समस्याओं में लवण भास्कर चूर्ण बहुत ही लाभप्रद होता है. इसे भोजन के बाद कुछ दिनों तक पानी या छाछ के साथ लेना चाहिए.
Lavan Bhaskar Churna is an herbal-mineral Ayurvedic formulation used to improve digestive power, get relief from gas and constipation. It is combination of salts and medicinal herbs. It is an OTC medicine and can be taken safely for few days.
नीचे इस दवा के घटक, गुण, उपयोग और इस्तेमाल की विधि के बारे में जानकारी दी गयी है.
लवण भास्कर चूर्ण के घटक I Ingredients Formulation composition in Hindi
- Samudra Lavana समुद्र लवण Sea salt 96 g
- Sauvarcala Lavana सौंचर नमक 60 g
- Vida Lavana विड नमक 24 g
- Saindhava Lavana सैंधव नमक Rock salt 24 g
- Dhanyaka धनिया Coriandrum sativum Fr. 24 g
- Pippali पिप्पली Piper longum Fr. 24 g
- Pippali पिप्पलीमूल Piper longum Rt. 24 g
- Krishna Jiraka कृष्ण जीरक Carum carvi Fr. 24 g
- TvakPatra तेजपत्ता Cinnmomum tamala Lf. 24 g
- Nagakeshara नागकेशर Mesua ferrea Stmn. 24 g
- Talisa तालिस Abies webbiana Lf. 24 g
- Amlavetasa अम्लवेत्स Garcinia pedunculata Fr. 24 g
- Marica काली मिर्च Piper nigrum Fr. 12 g
- Jiraka (Shveta Jiraka श्वेत जीरा) Cuminum cyminum Fr. 12 g
- Vishva (Shunthi सोंठ) Zingiber officinale Rz. 12 g
- Dadima Bija दाड़िम या अनार के बीज/अनारदाना Punica granatum Dr.Sd. 48 g
- Tvak दालचीनी Cinnmomum zeylanicum St. Bk. 6 g
- Ela इलाइची (Sukshmaila)) Eletteria cardamomum Sd. 6 g
Lf. =Leaf; P. =Pericarp; Rt. =Root; Fr. =Fruit; Rz. =Rhizome; Sd.= Seeds; St. =Stem; St. Bk.= Stem Bark; Fl. Bd. =Flower Bud.
लवण भास्कर चूर्ण के मुख्य गुणधर्म और उपयोग | Qualities and therapeutic uses in Hindi
लवण भास्कर चूर्ण के फायदे
- यह मन्दाग्नि दूर करता है.
- यह पाचन और अवशोषण सही करता है.
- यह भूख बढाता है.
- यह कब्ज़ दूर करता है.
लवण भास्कर चूर्ण के चिकित्सीय उपयोग
- अग्निमांद्य (digestive impairment) अजीर्ण या बदहज़मी (dyspepsia)
- ग्रहणी (mal absorption syndrome)
- गुल्म (tumor due to Vata Dosha and Kapha Dosha)
- प्लीहा (splenic disease)
- उदर (disease of abdomen) कब्ज़ (constipation) शूल (pain)
- अर्श (piles) भगंदर (fistula-in-ano)
- शोष (oedema)
- श्वास (asthma), कास (cough)
- आमवात (rheumatism) कुष्ठ (disease of skin)
- हृदयरोग (angina pectoris)
लवण भास्कर चूर्ण की सेवनविधि और मात्रा How to take and dosage in Hindi
- 1-3 gram सुबह और शाम भोजन के बाद लें.
- इसे ठन्डे पानी या तक्र/छाछ/दही के साथ लें.
Where to buy
You can buy this medicine online or from medical stores.
This medicine is manufactured by Dabur, Shree Baidyanath Ayurved Bhawan, Patanjali Divya Pharmacy, Zandu Bhaskar Lavan Churna and some other pharmacies.
सर मुझे दिन मेँ चार पाँच बार लेट्रीन जाना पड़ता है और लेट्रीन भी सामन्य ही होती है । हमारा पेट भी गुड़गुड़ाता रहता है । क्या ऐसे में लवण भास्कर फायदा करेगा । sir plz riply
Bahu achchi bat btai h aapne verry good nd thanks for giveus information about it..