लोकनाथ रस बृहत् के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

लोकनाथ रस बृहत्, यकृत और स्पलीन के रोगों की अत्यंत लाभकारी दवाई है। रस औषधियां शरीर पर शीघ्र प्रभाव डालती हैं। इन्हें डॉक्टर की देख-रेख में ही लेना सही रहता है।

लोकनाथ रस बृहत्, आयुर्वेदिक रस-औषधि है जिसमें रस, पारा है। पारे को ही आयुर्वेद में रस या पारद कहा जाता है और बहुत सी दवाओं के निर्माण में प्रयोग किया जाता है। रस औषधियां शरीर पर शीघ्र प्रभाव डालती हैं। इन्हें डॉक्टर की देख-रेख में ही लेना सही रहता है। रस औषधियों के निर्माण में शुद्ध पारे और शुद्ध गंधक को मिलाकर पहले कज्जली बनायी जाती है जो की काले रंग की होती है। रासायनिक रूप से कज्जली, ब्लैक सल्फाइड ऑफ़ मरक्युरी है। कज्जली को रसायन माना गया है जो की त्रिदोष को संतुलित करती है। यदि इसे अन्य उपयुक्त घटकों के साथ मिलाकर दवा बनाई जाती है तो यह लगभग हर रोग को दूर कर सकती है। कज्जली रसायन और योगवाही है।

लोकनाथ रस बृहत्, यकृत और स्पलीन के रोगों की अत्यंत लाभकारी दवाई है।

Loknath Ras Vrihat / Brihat is indicated in liver and spleen diseases. It improves appetite, digestion and assimilation.

Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

लोकनाथ रस के घटक | Ingredients of Loknath Ras Vrihat in Hindi

  • पारद शुद्ध 12 g
  • गंधक शुद्ध 12 g
  • अभ्रक भस्म 12 g
  • लोहा भस्म 24 g
  • ताम्र (Tamra) भस्म 24 g
  • वराटिका (Kapardika) भस्म 72 g
  • नागवल्ली रस (Lf.) Q.S. (मर्दन)

लोकनाथ रस के फायदे | Benefits of Loknath Ras Vrihat in Hindi

  • यह लीवर और स्पलीन के रोगों की अत्यंत उपयोगी दवाई है।
  • इसके सेवन से लीवर-स्पलीन के दोष नष्ट होते हैं।
  • यह यह पाचन की कमजोरी को दूर करती है।
  • यह लीवर-स्पलीन, पेट रोग, सूजन, दर्द आदि को दूर कर स्वास्थ्य को बेहतर बनती है।

लोकनाथ रस के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Loknath Ras Vrihat in Hindi

  • प्लीहा-यकृत के कठिन से कठिन रोग (Disease of liver and spleen)
  • गुल्म (Abdominal lump), abdominal tumor
  • यकृत-तिल्ली का बढ़ जाना (enlargement of both the liver and the spleen)
  • सूजन (Inflammation)
  • पुराना बुखार Chronic fever
  • अतिसार, भयानक पेट रोग

लोकनाथ रस की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Loknath Ras Vrihat in Hindi

  • 125mg-250mg, दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
  • इसे शहद + पिप्पली चूर्ण, के साथ चाट कर लें और उपर से गोमूत्र पियें।
  • या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।

इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।

Ayurvedic medicines containing detoxified, toxic material/ poisonous substances, heavy metals should be taken only under medical supervision.

You can buy this medicine online or from medical stores.

2 thoughts on “लोकनाथ रस बृहत् के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

  1. I am concerned about the mercury in vrehad loknath ras. In America there is alot of warning about the poisonous effect of mercury. How can this mercury help you?

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