मदनानन्द मोदक एक उत्तम रसायन है। यह मन्दाग्नि को दूर करता है और पाचन को बेहतर बनता है। यह पुरुषों के लिए उत्तम टॉनिक है।
मदनानन्द मोदक, आयुर्वेदिक पाउडर है जिसे शुद्ध पारद, शुद्ध गंधक, लौह भस्म, अभ्रक भस्म तथा बहुत सी जड़ी-बूटियों से बनाया गया है। मदन, कामदेव का नाम है। मदन का अर्थ मद-कारक और प्रेम भी है। मदनानन्द मोदक एक वाजीकारक चूर्ण है। इसका सेवन बल, शक्ति, शुक्र और वीर्य की वृद्धि करता है। यह शुक्र के पतलेपन को दूर कर उसे गाढ़ा करता है तथा स्तम्भन शक्ति को बढ़ाता है। यह एक उत्तम रसायन है। यह मन्दाग्नि को दूर करता है और पाचन को बेहतर बनता है। यह पुरुषों के लिए उत्तम टॉनिक है।
Madnanand Modak is nutritive, tonic and aphrodisiac. It enhances physical and sex power. Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.
मदनानन्द मोदक के घटक | Ingredients of Madnanand Modak in Hindi
- प्रत्येक १२ ग्राम: शुद्ध पारद, शुद्ध गंधक, लौह भस्म
- ३६ ग्राम अभ्रक भस्म
प्रत्येक १२ ग्राम: कपूर, सैंधा नमक, जटामांसी, आमला, इलाइची, सोंठ, मिर्चा, पिप्पली, जायफल, जावित्री, तेजपत्र, लोंग, कला जीरा, श्वेत जीरा, मुलेठी, वाचा, कूठ, हल्दी, देवदारु, हिज्जल बीज, सुहागा, भारंगी, सोंठ, नागकेसर, काकड़ाश्रिंगी , तालिश पत्र, मुन्नका, चित्रक मूल छाल, दन्ती मूल, बला, अतिबला, दालचीनी, धनिया, गजपिप्पली, साठी , सुगंधा बला, मोथा, गन्धप्रसारणी, विदारी कंद, सतावरी, आक जड़, कौंच बीज, गोखरू, विधारा बीज, भांग बीज।
मदनानंद मोदक बनाने की विधि
सारे घटकों को बारीक पीस कर शतावरी के जूस से भावना दे कर सुखा लिया जाता है। फिर सेमरमूसली चूर्ण १३ तोला और भांग चूर्ण (Fried in Ghee) 32 तोला, को बकरी के दूध में पीस लिया जाता है।
फिर चीनी की चाशनी बनाकर उसमें सभी कुछ पका लिया जाता है; पकने पर इसमें दालचीनी, तेजपत्र, इलाइची, नागकेसर, कपूर, सैंधा नमक, सोंठ, पिप्पली, प्रत्येक ६ ग्राम मिला दिया जाता है। ठंडा होने पर इसमें २५० ग्राम घी और २५० ग्राम शहद मिला दिया जाता है।
मदनानन्द मोदक के फायदे | Benefits of Madnanand Modak in Hindi
- यह पौष्टिक टॉनिक है।
- इसके सेवन से वीर्य और शुक्र पुष्ट होते है।
- यह कामोद्दीपक है।
- इसका सेवन प्रजनन अंगों reproductive organs को ताकत देता है।
- यह संग्रहणी, अरुचि, मन्दाग्नि, को दूर करता है।
- भांग होने के कारण यह दवा मस्तिष्क रोगों जैसे की मिर्गी, शिरो रोग, पागलपन में उपयोगी है।
मदनानन्द मोदक के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Madnanand Modak in Hindi
मदनानन्द मोदक मुख्य रूप से पोषक टॉनिक और कामोद्दीपक है। पुरुषों के लिए, यह यौन कमजोरी, शक्ति की कमी और कम कामेच्छा में उपयोगी है।
महिलाओं के लिए, यह बांझपन के उपचार में उपयोगी है। यह गर्भाशय को शक्ति देता है और गर्भाधान की संभावना में सुधार करता है। महीना न आना, सूतिका रोग, में भी यह उपयोगी है।
यह दवा भी पाचन कमजोरी और IBS में दी जाती है।
सर्दी में इसका सेवन विशेष रूप से लाभकारी है।
मदनानन्द मोदक की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Madnanand Modak in Hindi
- ३-६ ग्राम शाम को लें।
- इसे गाय के दूध या पानी के साथ लें।
- इसे खाने के बाद काले तिल के चूर्ण का सेवन करें।
- या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।
- इस दवा में भांग (कैनाबिस) काफी मात्रा में इसलिए कम मात्रा में ही सेवन करे।
- आयुर्वेदिक दवा की सही खुराक व्यक्ति की पाचन शक्ति, सेहत, रोग, आदि पर निर्भर करती है।
इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।
This medicine is manufactured by Multani.