दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर Divya Mukta Vati Extra Power in Hindi आयुर्वेदिक दवा है जो पतंजली दिव्य फार्मेसी द्वारा निर्मित है। यह उच्च रक्तचाप के लिए फोर्मुलेटेड दवा है। यह ब्लड प्रेशर के कारण हो रहे अनिद्रा, घबराहट, सीने में दर्द और अन्य संबंधित लक्षणों में भी राहत देती है।

दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर के सेवन से कुछ लोगों में साइड इफेक्ट्स देखे जाते हैं। सबसे कॉमन साइड इफ़ेक्ट है, नाक जाम होना और पल्स पर असर होना। इसके अतिरिक्त भी कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं जैसे रेस्ट लेग सिंड्रोम, मुंह सूखना, बेचैनी, चक्कर आना, सर में दर्द होना आदि। ये लक्षण सभी में हो ऐसा बिलकुल ज़रूरी नहीं है। लेकिन इस दवा में सर्पगंधा होने से ऐसे साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इसलिए इसे लेते समय दवा की मात्रा और फ्रीक्वेंसी को कम करने की ज़रूरत हो सकती है। साथ ही अगर दवा के लेने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल नहीं हो पा रहा तो डॉक्टर से उचित सलाह लें।

दवा के बारे में इस पेज पर जो जानकारी दी गई है वह इसमें प्रयुक्त जड़ी-बूटियों के आधार पर है। हम इस प्रोडक्ट को एंडोर्स नहीं कर रहे। यह दवा का प्रचार नहीं है। हमारा यह भी दावा नहीं है कि यह आपके रोग को एकदम ठीक कर देगी। यह आपके लिए फायदेमंद हो भी सकती हैं और नहीं भी। दवा के फोर्मुलेशन के आधार और यह मानते हुए की इसमें यह सभी द्रव्य उत्तम क्वालिटी के हैं, इसके लाभ बताये गए हैं।

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यह पेज दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर के बारे में हिंदी में जानकारी देता है जैसे कि दवा का कम्पोज़िशन, उपयोग, लाभ/बेनेफिट्स/फायदे, कीमत, खुराक/ डोज/लेने का तरीका, दुष्प्रभाव/नुकसान/खतरे/साइड इफेक्ट्स/ और अन्य महत्वपूर्ण ज़रूरी जानकारी।

Divya Mukta Vati Extra Power (Patanjali) is Herbal Ayurvedic medicine. It is indicated in management of hypertension. Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

  • दवा का नाम: दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर Divya Mukta Vati Extra Power
  • निर्माता: Patanjali Ayurvedic Pvt. Ltd.
  • उपलब्धता: यह ऑनलाइन और दुकानों में उपलब्ध है।
  • दवाई का प्रकार: आयुर्वेदिक दवाई।
  • मुख्य उपयोग: हल्के से मध्यम उच्च रक्तचाप का प्रबंधन।
  • मुख्य गुण: रक्तचाप कम करना।
  • दोष इफ़ेक्ट: वातकफ कम करना।
  • गर्भावस्था में प्रयोग: नहीं करें. डॉक्टर की सलाह लें।
  • मूल्य MRP: 120 tablets @ Rs. 200

दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर के घटक | Ingredients of Divya Mukta Vati Extra Power in Hindi

Each 300 mg tablet is prepared from:

Wet Extracts: NLT 60 % Total Solids of

  • गाजवान Gaozaban Onosma bracteatum Panchang 33.90 mg
  • ब्राह्मी Brahmi Bacopa monnieri Panchang 67.92 mg
  • शंखपुष्पि Shankhapushpi Convolvulus pluricaulis Panchang 67.92 mg
  • उग्र गंध Ugra Gandha Vach Root Acorus calamus 33.90 mg
  • अश्वगंधा Ashwagandha Withania somnifera Root 33.90 mg
  • ज्योतिष्मती Jyotishmti Celastrus paniculatus Seed 33.90 mg
  • सौंफ Saunf Foeniculum vulgare Fruit 33.90 mg
  • पुष्करमूल Pushkarmula Inula racemoa Root 33.90 mg
  • उस्तेखद्दूसUstekhddoos Lavender Lavandula stoechas 33.90 mg

Fine Powders of

  • जटामांसी Jatamansi Nardostachys jatamansi 18.65 mg
  • सर्पगंधा Sarpagandha Rauwolfia serpentina 37.30 mg
  • मोती पिष्टी Moti Pishti Mukta pishti 20.14 mg

प्रयुक्त जड़ी बूटियों को जानें

गज़ोबन

गज़ोबन (ऑनोसमा ब्रेक्टिएटम बोरागिनसेई) यूनानी और आयुर्वेदिक योगों में प्रयोग की जानी वाली जड़ी बूटी है। यह ठंडा, कसैले, मूत्रवर्धक, स्पस्मॉलिटिक और हृदय टॉनिक है।

गज़ोबन को हृदय की कमजोरी, अनिद्रा, अवसाद, मानसिक थकावट, कब्ज, मिस्टरिस्टल्सिस, पीलिया, डिस्रुरिया, बुखार आदि में प्रयोग किया जाता है। गज़ोबन को परंपरागत रूप से एक टॉनिक के रूप में प्रयोग किया जाता है जो शरीर के प्रतिरक्षा प्रतिरोध को बनाने में मदद करता है और मूत्र उत्पादन को विनियमित करता है।

वच

वच को कैलमस रूट, स्वीट फ्लैग, उग्रगंध आदि नामों से जानते हैं। इसका लैटिन नाम एकोरस कैलमस Acorus calamus है। वच का शाब्दिक अर्थ है बोलना, और यह हर्ब कंठ के लिए अच्छी है। वच मस्तिष्क और न्यूरोलॉजिकल गतिविधि पर असर डालती है। यह मस्तिष्क, तंत्रिकाओं और इंद्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण उत्तेजक है।

  • रस: कटु, तिक्त, काषाय
  • वीर्य: उष्ण
  • विपाक: कटु
  • गुण: लघु, रूक्ष
  • दोष पर प्रभाव: कफ-पित्त कम करना, पित्त बढ़ाना
  • वच दीपन, पाचन, लेखन, प्रमाथि, कृमिनाशक, उन्मादनाशक, अपस्मारघ्न, और विरेचक है। यह मस्तिष्क के लिए रसायन है और शिरोविरेचन है।
  • वच को गर्भावस्था में प्रयोग करने का निषेध है।

शंखपुष्पि

  • आयुर्वेद में शंखपुष्पि Convolvulus pluricaulis दवा की तरह पूरे पौधे को प्रयोग करते हैं।
  • शंखपुष्पि उन्माद, पागलपण और अनिद्रा को दूर करने वाली औषध है। यह स्ट्रेस, एंग्जायटी, मानसिक रोग और मानसिक कमजोरी को दूर करती है। शंखपुष्पि एक ब्रेन टॉनिक है।
  • रस: कटु, तिक्त, काषाय
  • वीर्य: शीतल
  • विपाक: कटु
  • गुण: सार
  • दोष पर प्रभाव: कफ-पित्त कम करना
  • शंखपुष्पि पित्तहर, कफहर, रसायन, मेद्य, बल्य, मोहनाशक और आयुष्य है। यह मानसरोगों और अपस्मार के इलाज में प्रयोग की जाने वाली वनस्पति है।

अश्वगंधा

अश्वगंधा शामक, मूत्रवर्धक, सूजन कम करने वाली है और आम तौर पर ऊर्जा, धीरज बढ़ाने और एक अनुकूलन के रूप में कार्य करने के लिए दी जाती है। है जो सिमें मजबूत इम्युनोस्टिमुलेटरी और एंटीस्ट्रेस गुण है।

सर्पगन्धा

  • सर्पगन्धा रावोल्फिया सर्पेंटीना, के पत्ते और जड़ें मुख्य रूप से चिकित्सीय प्रयोजन के लिए उपयोग की जाती हैं। सर्पगन्धा को मुख्य रूप से उच्च रक्तचाप, मानसिक रोग और नींद न आने की समस्या में प्रयोग किया जाता है। इसके सेवन से ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद होती है व मस्तिष्क को आराम मिलता है और नींद अच्छी आती है।
  • यह स्वाद में कड़वी, गुण में रूखा करने वाला, और लघु है। स्वभाव से यह गर्म है और कटु विपाक है। क्योंकि यह एंटी-हिपनोटिक और ट्रैंक्विलाइज़र है इसलिए हिस्टीरिया, पागलपन, उन्माद, भ्रम, भूतबाधा आदि मानसिक विकारों में लाभप्रद है। यह पित्त वर्धक है और पाचन में सहयोगी है।
  • सर्पगन्धा में एंटीहाइपेरेन्सिव, एंटीसाइकोटिक, एंटिफर्टिलिटी, निद्राजनन, सीएनएस अवसादक, नारकोटिक, ऋणात्मक और ट्रेन्किविलाइज़र की गतिविधियों है। यह परिधीय कैटेकोलामाइन (नॉरएड्रेनालाईन) भंडार को कम करती है, जिससे रक्तचाप में कमी आती है।

बायोमेडिकल एक्शन

  • Hypolipidemic: रक्त में लिपिड स्तर कम करना ।
  • एंटीइन्फ्लेमेटरी: शरीर तंत्र पर काम करके सूजन को कम करना।
  • एंटीऑक्सिडेंट: मुक्त कण के ऑक्सीकरण प्रभाव को बेअसर करना।
  • एडाप्टेोजेन: शरीर को तनाव के अनुकूल होने में मदद करने में सहयोगी है।
  • कार्डिएक: हृदय से संबंधित।
  • कार्डियोप्रोटेक्टिव: दिल की सुरक्षा करता है।
  • टॉनिक: स्वास्थ्य में सुधार करना।
  • सेडेटिव: शांत या उत्प्रेरित नींद को बढ़ावा देना।

दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर के फायदे | Benefits of Divya Mukta Vati Extra Power in Hindi

  • यह नर्वस सिस्टम पर काम करती है।
  • यह उच्च रक्तचाप को कम करती है।
  • यह हृदय की असामान्य बढ़ी गति को कम करती है।
  • यह निद्राजनक है।
  • यह सेंट्रल नर्वस सिस्टम को डिप्रेस करती है।
  • यह एंग्जायटी, स्ट्रेस को कम करने में सहायक है।
  • यह हल्के से मध्यम उच्च रक्तचाप का प्रबंधन करने में मदद काम करती है।
  • यह अनिद्रा, चिंता, सिंड्रोम, नींद, रेस्टलेस पैर और उच्च रक्तचाप आदि को दूर करने में मदद काम करती है।
  • यह तनाव और व्याकुलता को करती है।

दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Divya Mukta Vati Extra Power in Hindi

  • दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर को मुख्य रूप से ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसके सेवन से मस्तिष्क को आराम मिलता है और नींद अच्छी आती है।
  • दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर का उपयोग हल्के से मध्यम उच्च रक्तचाप, अनिद्रा और चिंता के इलाज में किया जाता है। इससे चिंता कम होती है।
  • आदर्श रूप से, रक्तचाप रीडिंग को 120 से 80 (120/80) के नीचे होना चाहिए। अच्छे स्वास्थ्य के लिए इच्छुक लोगों के लिए यह आदर्श रक्तचाप है।
  • यदि रीडिंग 120/80 से 140/90 है तो, इसे नीचे लाने या इसे आगे बढ़ने से रोकने के लिए कदम उठाना अत्यंत ज़रूरी है।
  • हल्का उच्च रक्तचाप Mild hypertension or Stage 1 hypertension तब कहा जाता है जब कई हफ्तों तक ब्लड प्रेशर रीडिंग 130 से 139 मिमी एचजी या 80 से 89 मिमी एचजी है।
  • मध्यम उच्च रक्तचाप या स्टेज 2 उच्च रक्तचाप Mild hypertension or Stage 1 hypertension अधिक गंभीर उच्च रक्तचाप है। चरण 2 के उच्च रक्तचाप के लिए सिस्टोलिक दबाव 140 मिमी एचजी या उससे अधिक के या डायस्टोलिक दबाव 90 मिमी एचजी से अधिक होता है।

दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Divya Mukta Vati Extra Power in Hindi

  • इसकी 1 या 2 गोली लें।
  • 140/90 मिमी एचजी से 159/99 मिमी एचजी में एक गोली एक बार में लें।
  • इससे ज्यादा में 2 गोली एक बार में लें।
  • इसे दिन में दो बार लिया जाना चाहिए।
  • इसे खाली पेट सुबह दूध के साथ और रात के खाने से घंटे भर पहले दूध के साथ लें। इसे पानी के साथ भी ले सकते है।
  • इसे भोजन करने के पहले लें।
  • दवा की डोज़ और लेने की फ्रीक्वेंसी को कम कर दें, यदि ब्लड प्रेशर मैनेज हो जाता है।
  • या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।

दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर के इस्तेमाल में सावधनियाँ | Cautions in Hindi

  • सभी ≥ 45 वर्ष से के लोगों को बीपी को प्रत्येक 5 वर्षों में कम से कम एक बार ब्लड प्रेशर नपवाना चाहिए। यह रिकॉर्डिंग कई मापों का औसत होना चाहिए।
  • उच्च रक्तचाप के प्रबंधन के लिए जीवनशैली में ज़रूरी बदलाव लाना ज़रूरी है।
  • कम नमक वाले आहार का सेवन अत्यधिक अनुशंसित है।
  • धूम्रपान नहीं करना ज़रूरी है।
  • आहार में आसान पचने योग्य खाद्य पदार्थ, फलों और सब्जियों को शामिल करें योग और प्राणायाम करें।
  • हर्बल दवा की प्रभावशीलता कई कारकों पर निर्भर करती है। एक व्यक्ति के लिए उपयुक्त दवा अनिवार्य रूप से दूसरे व्यक्ति में समान परिणाम नहीं देती है।
  • किसी दुष्प्रभाव से बचने के लिए सामग्री की सूची और उनके मतभेद की जांच करें।
  • यदि लक्षण बेहतर नहीं हो रहे या खराब होते हैं, तो डॉक्टर से परामर्श करें।
  • दवाई की ज्यादा मात्रा नहीं लें।

दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर के साइड-इफेक्ट्स | Divya Mukta Vati Extra Power Side effects in Hindi

  • इस दवा के कुछ हल्के साइड इफेक्ट हो सकते हैं।
  • इससे नाक के अंदर श्लेष्म झिल्ली की जलन और सूजन हो सकती है, जिससे नाक भरी और जाम लगती है।
  • इस दवा को लेने से व्यक्ति को शुष्क मुँह से पीड़ित हो सकता है।
  • इससे चक्कर आना, सिरदर्द, साँस लेने की समस्याएं और बेचैनी हो सकती है।
  • इसमें सर्पगंधा है जिसके दुष्प्रभाव में चक्कर आना, उनींदापन, स्तंभन दोष, सुस्ती, दाने, और प्रतिक्रियाशील परिवर्तन (ड्राइविंग के दौरान खतरनाक), यौन शक्ति में कमी, और भरी हुई नाक शामिल हैं।

दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर को कब प्रयोग न करें | Contraindications in Hindi

  • इसे गर्भावस्था के दौरान न लें।
  • आयुर्वेद में उष्ण चीजों का सेवन गर्भावस्था में निषेध है। इसका सेवन गर्भावस्था में न करें।
  • यदि दवा से किसी भी तरह का एलर्जिक रिएक्शन हों तो इसका इस्तेमाल नहीं करें।
  • समस्या अधिक है, तो डॉक्टर की राय प्राप्तकर सही उपचार कराएं जिससे रोग बिगड़े नहीं।
  • विशिष्ट मतभेदों की पहचान नहीं की गई है।
  • कृपया किसी भी एलोपैथिक दवा और आयुर्वेदिक दवाओं के सेवन के बीच कम से कम एक घंटे के अंतराल को बनाए रखें।

भंडारण निर्देश

  • सूखी जगह में स्टोर करें।
  • इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखें।

उपलब्धता

इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।

दवा के बारे में पूछे जाने वाले कुछ सवाल

क्या इस दवा को एलोपैथिक दवाओं के साथ ले सकते हैं?

हाँ, ले सकते हैं। लेकिन दवाओं के सेवन में कुछ घंटों का गैप रखें। साथ ही दवा के सेवन के दौरान ब्लड प्रेशर पर हो रहे असर पर ध्यान दें। साथ ही दवाओं की डोज़ को भी उसी अनुपात में कम या ज्यादा करें। यदि ब्लड प्रेशर मैनेज नहीं हो पा रहा तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

क्या दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर को होम्योपैथिक दवा के साथ ले सकते हैं?

ले तो सकते हैं। लेकिन इस से हो सकता है कि दोनों ही दवाएं काम नहीं करें। इसलिए, दवा के असर को देखना ज़रूरी है।

दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर को कितनी बार लेना है?

इसे दिन में 2 बार लेना चाहिए।

इसे दिन के एक ही समय लेने की कोशिश करें।

क्या दवा की अधिकता नुकसान कर सकती है?

दवाओं को सही मात्रा में लिया जाना चाहिए। ज्यादा मात्रा में दवा का सेवन साइड इफेक्ट्स कर सकता है।

क्या दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर सुरक्षित है?

हां, सिफारिश की खुराक में लेने के लिए सुरक्षित है।

दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर का मुख्य संकेत क्या है? दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर किस काम आती है इन हिंदी?

दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर को माइल्ड और मोडरेट ब्लड प्रेशर को मैनेज करने में लिया जाता है। इसे एलोपैथिक दवाओं से ह रहे उपचार के दौरान भी ले सकते हैं।

दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर का वात-पित्त या कफ पर क्या प्रभाव है?

  • वात कम करना।
  • पित्त वृद्धि करना।
  • कफ कम करना।

क्या इसमें गैर-हर्बल सामग्री शामिल है?

नहीं।

मैं यह दवा कब तक ले सकता हूँ?

आप इसे कई महीने ले सकते हैं।

दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर लेने का सबसे अच्छा समय क्या है?

इसे भोजन के पहले लिया जाना चाहिए।

क्या दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर एक आदत बनाने वाली दवा है?

नहीं।

क्या यह दिमाग की अलर्टनेस पर असर डालती है?

नहीं।

क्या दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर लेने के दौरान ड्राइव करने के लिए सुरक्षित है?

हाँ।

क्या मैं इसे पीरियड्स के दौरान ले सकती हूँ?

इसे लिया जा सकता है। पीरियड्स के दौरान से नहीं लें, अगर आपको रक्तस्राव पैटर्न पर कोई प्रभाव महसूस होता है।

क्या मैं इसे गर्भावस्था के दौरान ले सकती हूँ?

नहीं।

क्या एक मधुमेह व्यक्ति इसे ले सकता है?

हाँ।

10 thoughts on “दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

  1. मैं 58 साल की महिला हूँ. दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर की एक गोली रोज करीब दो साल से खा रही हूँ. मुझे अभी हाथ पैरों में स्पंदन महसूस होने लगा है. क्या यह दिव्य मुक्ता वटी का side effect तो नहीं है?

  2. आप का आभार व्यक्त , में मुक्तावटी एक महीने से ले रहा हूं इसको लेने के ४ दिन बाद से ही मेरी नाक बंद रहने लगी साथ ही मानसिक विकार जैसे हर समय विचार आना खुद को अकेला महसूस करना किसी भी जगह मन नहीं लगाना एक पागलों की तरह व्यवहार करना मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि यह सब किसके कारण हो रहा है लेकिन नाक बन्द होने के कारण में रात भर से सोया नहीं हूं और जब मुक्तावति के दुष्प्रभाव आप के माध्यम से पड़ा तो मुझे मेरी तकलीफ के कारण का पता लगा , 4 बजे में अपना comentment दे रहा हूं तो आप मेरी तकलीफ समझ सकते है , बहुत बहुत धन्यवाद आप का

  3. क्या लिवर पर इसका कोई दुष्प्रभाव होता है

  4. क्या इसे निम्न रक्तचाप में लिया जा सकता है

  5. मैं इस टेबलेट को एक साल से ले रहा हूँ , BP तो ठीक रहने लगा लेकिन इसी बीच मुझे खाँसी की समस्या हो गयी, खासी में आराम नही आने से अच्छे डॉक्टर को चेक कराया तो उन्होंने एलर्जी खासी बताया, क्या यह इन टेबलेट का दुष्प्रभाव तो नही है। PLSE TELL ME

  6. Bp120/70 रहता है मैं मुक्ता वटी Ex 1टैब सुबह 1शाम खाता हूं।Bp120/70 होने पर uneasy fil होता है।क्या ये low Bp hai.

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