मुल्तानी च्यवनप्राश के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

इसमें चांदी वर्क, मकरध्वज, शुक्ति भस्म, केसर आदि भी डले हैं जो की स्वास्थ्य को बेहतर बनाते है। इसका सेवन शरीर को शक्ति देता है और एजिंग के प्रभाव को रोकता है।

मुल्तानी च्यवनप्राश (Multani Pharmaceuticas Limited), आयुर्वेदिक च्यवनप्राश है जो की 52 महत्वपूर्ण जड़ी-बूटियों, आंवले, अभ्रक भस्म, घी आदि से बना है। इसमें चांदी वर्क, मकरध्वज, शुक्ति भस्म, केसर आदि भी डले हैं जो की स्वास्थ्य को बेहतर बनाते है। इसका सेवन शरीर को शक्ति देता है और एजिंग के प्रभाव को रोकता है। यह एक एंटी-ऑक्सीडेंट है और इम्युनिटी को बढ़ाता है। इम्युनिटी या रोग प्रतिरोधक क्षमता के बढ़ने से बार-बार होने वाले इन्फेक्शन जैसे की कोल्ड, कफ, जुखाम आदि से बचाव होता है। यह विटामिन सी का भी अच्छा स्रोत है। यह शरीर में अवाश्यक खनिजों की पूर्ती करता है।

इसे बच्चे-बड़े सभी खा सकते हैं।

Multani Chyawanprash, is an Ayurvedic classical tonic used to improve body immunity and general health. Multani Chyawanprash 1 Kg is available at Rs. 260.

Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

मुल्तानी च्यवनप्राश के घटक | Ingredients of Multani Chyawanprash in Hindi

  • Bilva बिल्व Aegle marmelos Rt./St.Bk. 384 mg
  • Agnimantha अग्निमन्थ Premna integrifolia Rt./St.Bk. 384 mg
  • Shyonaka श्योनाक Oroxylum indicum Rt./St.Bk. 384 mg
  • Gambhari गंभारी Gmelina arborea Rt./St.Bk. 384 mg
  • Patala पटल Stereospermum suaveolens Rt./St.Bk. 384 mg
  • Bala बला Sida cordifolia Rt. 384 mg
  • Shalaparni शालपर्णी Desmodium gangeticum Pl. 384 mg
  • Prishniparni पृषपर्णी Uraria picta Pl. 384 mg
  • Mudgaparni मुदगापर्णी Phaseolus trilobus Rt. /Pl 384 mg
  • Mashaparni माशापर्णी Teramnus labialis Rt. /Pl 384 mg
  • Pippali पिप्पली Piper longum Fr. 384 mg
  • Gokshura गोखरू Tribulus terrestris Pl. 384 mg
  • Brihati बृहती Solanum indicum Pl. 384 mg
  • Kantakari कंटकारी Solanum surattense Pl. 384 mg
  • Shringi श्रृंगी Pistacia integerrima Gl. 384 mg
  • Tamalaki भूमि आमला Bhumyamalaki Phyllanthus amarus Pl. 384 mg
  • Draksha द्राक्षा Vitis vinifera Dr. Fr. 384 mg
  • Jivanti जीवंती Leptadenia reticulata Rt. 384 mg
  • Pushkara पुष्कर Inula racemosa Rt. 384 mg
  • Agaru अगरु Aquilaria agallocha Ht.Wd. 384 mg
  • Abhaya हर्रे Haritaki Terminalia chebula P. 384 mg
  • Amrita गिलोय Guduci Tinospora cordifolia St. 384 mg
  • Riddhi रिद्धि Habenaria intermedia Sub. Rt. Tr. 384 mg
  • vriddhi Habenaria intermedia Sub. Rt. Tr.
  • Jivaka जीवक Malaxis acuminata Pseudo-bulb 384 mg
  • Rshabhaka रशभक Malaxis muscifera Rt. Tr. 384 mg
  • Meda मेदा Polygonatum cirrhifolium Rt.Tr. 384 mg
  • Mahameda Polygonatum cirrhifolium Rt. Tr.
  • Kakoli काकोली Lilium polyphyllum Sub. Rt. 384 mg
  • kshir Kakoli Fritillaria roylei Sub. Rt. aA
  • Karchura Curcuna zedoaria Rz.
  • Musta मोथा Cyperus rotundus Rt. Tr. 384 mg
  • Punarnava/Raktapunarnava रक्त पुनर्नवा Boerhaavia diffusa Pl. 384 mg
  • Stulaila Amomum subulatum Seed.
  • Utpala उत्पल Nymphaea stellata Fl. 384 mg
  • Candana Shvetacandana चन्दन Santalum album Ht. Wd. 384 mg
  • Vidari विदारी (Kanda) Pueraria tuberosa Rt. Tr. 384 mg
  • Vrishamula वासा (Vasa) Adhatoda vasica Rt. 384 mg
  • Kakanasika ककानासिका Martynia annua Fr. 384 mg
  • Amalaka आमला Phyllanthus emblica (Emblica officinalis) 34.57 g
  • Ghrita घी Clarified butter from cow’s milk 5.37g
  • Keshar 96 mg
  • Pippali पिप्पली Piper longum Fr 786 mg
  • Tvak दालचीनी Cinnamomum zeylancium St. Bk. 25.62 mg
  • Ela इलाइची Elettaria cardamomum Sd. 25.62 mg
  • Tejapatra तेजपत्ता Cinnamomum tamala Lf. 25.62 mg
  • Nagakeshara नागकेशर Mesua ferrea Stmn. 25.62 mg
  • Lavang 192 mg
  • Abhrak Bhasma 786 mg
  • Makardhwaj 192 mg
  • Tugakshiri तुगाश्री Bambusa bambos Siliceous deposit 192 g
  • Shati शाठी Hedychium spicatum 614 mg
  • Shukti Bhasma 614 mg
  • Chandi verk 15.87 mg
  • Perservative Sodium Benzoate

मुल्तानी च्यवनप्राश के फायदे | Benefits of Multani Chyawanprash in Hindi

  • यह अत्यंत पौष्टिक है।
  • यह वज़न, कान्ति, और पाचन को बढ़ाता है।
  • यह दिमाग, नसों, मांस, आँखों, मलाशय आदि को शक्ति प्रदान करता है।
  • यह धातुओं को पुष्ट करता है।
  • यह शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
  • यह बार-बार होने वाले संक्रमण से बचाव करता है।
  • यह बच्चों और बड़ों सभी को ताकत देता है।
  • यह एक आयुर्वेदिक टॉनिक है।
  • यह फर्टिलिटी को बढ़ाता है।

मुल्तानी च्यवनप्राश के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Multani Chyawanprash in Hindi

च्यवनप्राश एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-स्ट्रेस, रक्त-शोधक, यकृत और पाचन के लिए अच्छा, और कास सम्बन्धी रोगों के लिए अत्यंत लाभकारी है। इसे रसायन, मेद्य, स्मृतिप्रद, और दिमाग के लिए टॉनिक माना गया है। इसके सेवन से पाचन में वृद्धि होती है।

  • कास/खांसी Cough
  • दमा / अस्थमा Dyspnoea
  • स्वरभेद/आवाज का स्वर बैठना Hoarseness of voice
  • हृदय रोग Heart disease
  • अग्निमांद्य Digestive impairment
  • छाती के रोग Disease of thorax
  • गाउट Gout
  • प्यास Thirst
  • मूत्र रोग Urinary diseases
  • शक्र दोष/वीर्य की ख़राबी Vitiation of semen
  • बुढ़ापा Progeriasis
  • पुराना बुखार chronic fever
  • बीमारी के बाद कमजोरी

सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Multani Chyawanprash in Hindi

  • 1 चम्मच दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
  • इसे लेने के बाद एक गिलास गर्म दूध का सेवन करें।
  • एक दिन में 24 ग्राम तक ही लिया जाना चाहिए।
  • इसे भोजन करने के बाद लें।
  • या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।

इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।

च्यवनप्राश प्रकृति में उष्ण या गर्म warming in potency होता है। यह पित्त में वृद्धि increases pitta करता है। इसलिए जिन लोगों में अधिक पित्त बनता है, पित्त विकार है उन्हें इसे कम मात्रा में लेना चाहिए। इसके अतिरिक्त यह पचने में भारी है। डायरिया और पेप्टिक अल्सर में इसका प्रयोग सावधानी से किया जाना चाहिए।

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