सुग्रालो डीएम टेबलेट के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

सुग्रालो डीएम टेबलेट मुल्तानी फार्मासुटिकल द्वारा निर्मित जड़ी-बूटियों और शिलाजीत युक्त आयुर्वेदिक दवा है। इसका फार्मूला सेंट्रल कौंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेज (CCRAS) द्वारा निर्मित है। यह डिपार्टमेंट ऑफ़ आयुर्वेद, योग और नेचुरोपैथी, यूनानी, सिद्ध और होमियोपैथी यानिकी आयुष द्वरा एप्रूव्ड है।

यह दवा डायबिटीज में शुगर लेवल को कण्ट्रोल करती है। यह बहुत अधिक प्यास लगना, भूख लगना, अधिक पेशाब आना आदि लक्षणों में लाभ करती है। यह एंटीऑक्सीडेंट है और सेल्स को फ्री सेल डैमेज से बचाती है। इस औषध के सभी घटक हर्बल होने से यह लम्बे समय तक लेने के लिए सुरक्षित है।

इस पेज पर जो जानकारी दी गई है उसका उद्देश्य इस दवा के बारे में बताना है। कृपया इसका प्रयोग स्वयं उपचार करने के लिए न करें।

Sugralo DM Tablets is an herbal Ayurvedic medicine marketed by Multani Pharmaceuticals and researched by Central Council for Research in Ayurvedic Sciences (C.C.R.A.S.). It is approved by AYUSH. Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

  • रिसर्च: Central Council for Research in Ayurvedic Sciences (C.C.R.A.S.)
  • निर्माता / मार्केटिंग: मुल्तानी फार्मासुटिकल
  • उपलब्धता: यह ऑनलाइन और दुकानों में उपलब्ध है।
  • दवाई का प्रकार: आयुर्वेदिक
  • मुख्य उपयोग: डायबिटीज management of diabetes
  • मुख्य गुण: ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करना
  • दवा का अनुपान: गुनगुना जल
  • दवा को लेने का उचित समय: सुबह खाली पेट और शाम को भोजन से आधा – एक घंटे पहले

सुग्रालो डीएम टेबलेट के घटक | Ingredients of Multani Sugralo DM Tablets in Hindi

  1. आम की गुठली Amra (Mangifera indica Linn) 625mg
  2. करेला Karela (Momordica charantia Linn) 625mg
  3. गुडमार Gudmar (Gymnema sylvestre) 625mg
  4. जामुन Jamun (Syzygium cumini (Linn.) Skeels) 625mg
  5. शुद्ध शिलाजीत Shuddha Shilajit (Asphaltum) 0.1665g
  6. प्रेज़रवेटिव: सोडियम मिथाइल पेराबेन Sodium methyl paraben
  7. सोडियम प्रोपाइल पेराबेन Sodium propyl paraben
  8. Excipients Q.S.

जानिए घटक द्रव्यों को

1- Karela Momordica charantia

करेला बहुत ही जाना माना मधुमेह नाशक है। करेले के पौधे का फल है जिसे हम सब्जी की तरह खाते हैं और पत्ते सभी औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। यह स्वाद में अत्यंत कड़वा लेकिन गुणों में अत्यंत हितकारी है। करेले में पाए जाने वाले पदार्थ हाइपोग्लाईसिमिक और रक्त में शुगर लेवल को कम करने वाले होते हैं।

करेला आसानी से पचने वाला और रूक्ष है।

करेला रस में कटु, तिक्त है। गुण में लघु और रूक्ष है। तासीर में यह गर्म और कटु विपाक है। कर्म में यह भेदी, दीपन, हृदय, कफाहर, वातदोषहर और रक्तदोषहर है।

करेले को ज्यादा मात्रा में खाने से कई नुकसान भी हैं। जैसे की यह पेट में दर्द Enteralgia और लूज़ मोशन कर सकता है। यह हाइपोग्लाईसिमिक दवाओं के असर को और बढ़ा देता है।

2- गुड़मार को मधुनाशनी के नाम से जाना जाता है गुड़मार का शाब्दिक अर्थ है वह जो चीनी को नष्ट करे। गुड़मार के पत्ते मुख्य रूप से औषधीय प्रयोजन के लिए उपयोग किये जाते है।

3- जामुन गुठली, मधुमेह में अत्यंत प्रभावशाली है। यह सूजन दूर करने वाली और हाइपोग्लाईसिमिक दवा है। इसमें टैनिन होने से यह संकोचक है। यह मूत्रल है और मूत्र के स्राव को बढ़ाता है।

जामुन वातल, पित्तहर, कफहर, विषतम्भी और ग्राही है।

4- शिलाजीत

शिलाजीत, हिमालय की चट्टानों से निकलने वाला पदार्थ है। आयुर्वेद में औषधीय प्रयोजन के लिए शिलाजीत को शुद्ध करके प्रयोग किया जाता है। यह एक adaptogen है और एक प्रमुख आयुर्वेदिक कायाकल्प टॉनिक है। यह पाचन और आत्मसात में सुधार करता है। आयुर्वेद में, इसे हर रोग के इलाज में सक्षम माना जाता है। इसमें अत्यधिक सघन खनिज और अमीनो एसिड है।

शिलाजीत प्रजनन अंगों पर काम करता है। यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है और प्रतिरक्षा में सुधार करता है। यह पुरानी बीमारियों, शरीर में दर्द और मधुमेह में राहत देता है। इसके सेवन शारीरिक, मानसिक और यौन शक्ति देता है। शिलाजीत को हजारों साल से लगभग हर बीमारी के उपचार में प्रयोग किया जाता रहा है। आयुर्वेद में यह कहा गया है की कोई भी ऐसा साध्य रोग नहीं है जो की शिलाजतु के प्रयोग से नियंत्रित या ठीक नहीं किया जा सकता। शिलाजीत प्रमेह रोगों की उत्तम दवा है।

सुग्रालो डीएम टेबलेट के फायदे | Benefits of Multani Sugralo DM Tablets in Hindi

  1. यह हर्बल आयुर्वेदिक दवाई है।
  2. यह एंटीऑक्सीडेंट है।
  3. यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करती है।
  4. यह इन्सुलिन के प्रति रेसिस्टेंट को कम करती है।
  5. यह इन्सुलिन के स्राव को बढ़ाती है।
  6. यह आँतों से ग्लूकोस के अवशोषण को देर से होने देती है।

सुग्रालो डीएम टेबलेट के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Multani Sugralo DM Tablets in Hindi

यह दवा शर्करा के स्तर के बेहतर नियंत्रण और मधुमेह की जटिलताओं की संभावना को कम करने के लिए मधुमेह में प्रयोग की जाती है।

सुग्रालो डीएम टेबलेट की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Multani Sugralo DM Tablets in Hindi

  1. इस दवा की २ गोली, दिन में तीन बार लिया जाना चाहिए।
  2. इसे भोजन के आधा घंटे पहले लेना चाहिए।
  3. इसे पानी के साथ लें।

सावधनियाँ/ साइड-इफेक्ट्स/ कब प्रयोग न करें Cautions/Side effects/Contraindications in Hindi

  1. इस दवा के सेवन के दौरान ब्लड शुगर लेवल की बराबर जांच करते रहें।
  2. इसे आप एलोपैथी की दवा के सेवन के दौरान भी ले सकते हैं।
  3. जब शर्करा स्तर नियंत्रित हो जाए अलोपथिक दवा की मात्रा कम कर दें। दवा का काम ब्लड शुगर को कम करना है, इसलिए इसका सेवन केवल निर्धारित मात्रा में ही करें।
  4. गर्भावस्था में किसी भी दवा का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के न करें।
  5. इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
  6. इसे ज्यादा मात्रा में न लें।
  7. निर्धारित मात्रा में लेने से इसका कोई साइड-इफेक्ट नहीं है।
  8. इस दवा के मिक्स्ड रिव्यु हैं। कुछ लोगों में लाभप्रद है और कुछ में नहीं। इसलिए दवा के सेवन के दौरान कृपया नियमित ब्लड शुगर की जांच करें। यदि यह आपको सूट करे तो निश्चित ही इसे लें। लेकिन यदि इसके सेवन से आपको किसी भी प्रकार की दिक्कत हो, ब्लड शुगर घटने के बजाये बढ़ जाए तो इसे न लें।
  9. डायबिटीज में दवा के सेवन के साथ जीवनशैली / लाइफस्टाइल में ज़रूरी परिवर्तन लायें।
  10. ताज़े फल खाएं, नॉन-स्टार्ची भोजन करें। भोजन बहुत ज्यादा न करें।
  11. रोजाना सैर पर जाएँ। व्यायाम करें। खुश रहें।

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