मूसली पाक के फायदे और नुकसान (Musli Pak)

मूसली पाक यौन शक्ति को बढ़ाता है इसमें सफेद मूसली, अश्वगंधा,शतावर , वंशलोचन  तथा कई अन्य जड़ी बूटी होती हैं. मूसली को वियाग्रा का विकल्प कहा जा सकता है. यह स्पर्म काउंट को बढाता है और इरेक्शन में भी मदद करता है. मूसली पाक को  कमजोरी, कम भूख, रक्ताल्पता और जीर्ण ज्वर के इलाज के लिए भी प्रयोग किया जाता है.

यह दवा आयुर्वेद की वाजीकरण  शाखा के अंतर्गत आती  है और  पौरूष शक्ति तथा  प्रजनन क्षमता में सुधार लाने और स्वस्थ संतान होने में सहायक है.

Read in English: Musli Pak for Sexual Health

मूसली पाक, सफेद मुस्ली से तैयार एक बलवर्धक, जोशवर्धक, ओजवर्धक टॉनिक है। यह मुख्य रूप से यौन दुर्बलता या शक्ति को बढ़ाने के लिए पुरुषों के द्वारा लिया जाता है। मूसली पाक प्रजनन अंगों को ताकत दे और टेस्टोस्टेरोन के लेवल को बढ़ा यौन शक्ति को बढ़ाता है। इसमें सफेद मूसली के अतिरिक्त अन्य वाजीकारक औषधियां अकरकरा, अश्वगंधा,शतावर, वंशलोचन आदि हैं।

मूसली को वियाग्रा का विकल्प कहा जा सकता है। मुस्ली का सेवन शरीर और मन को फिर से दुर्बलता को दूर करता है। इसके सेवन से कामेच्छा, शुक्राणुओं की संख्या बढ़ जाती है और सामान्य दुर्बलता का इलाज होता है। यह एक शक्तिशाली पुरुष और महिला यौन उत्तेजक के रूप में काम करता है। यह रक्त और वीर्य वर्धक है।

यह दवा आयुर्वेद की वाजीकरण शाखा के अंतर्गत आती है और पौरूष शक्ति तथा प्रजनन क्षमता में सुधार लाने और स्वस्थ संतान होने में सहायक है। इस पेज पर जो जानकारी दी गई है उसका उद्देश्य इस दवा के बारे में बताना है। कृपया इसका प्रयोग स्वयं उपचार करने के लिए न करें।

  • उपलब्धता: यह ऑनलाइन और दुकानों में उपलब्ध है।
  • दवाई का प्रकार: आयुर्वेदिक दवाई
  • मुख्य उपयोग: पुरुषों के लिए टॉनिक, इसे स्त्रियाँ भी ले सकती हैं।
  • मुख्य गुण: एंटीऑक्सीडेंट, रसायन, टॉनिक
  • दवा का अनुपान: गर्म जल अथवा गर्म दूध
  • दवा को लेने का समय: दिन में एक या दो बार, केवल रात को या प्रातः और सायं

Musli Pak is a Health Tonic for males. This medicine is useful in fatigue, general debility, and sexual disorders of male (night fall, erectile dysfunction, low libido, premature ejaculation and for improving performance).

Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

मूसली पाक के घटक Ingredients of Musli Pak

नीचे मूसली पाक को बनाये जाने में प्रयुक्त पदार्थों की सूची दी जा रही है। फार्मेसी के अनुसार इसमें फार्मूलेशन में अंतर संभव है। ज्यादातर में यही द्रव्य डाले जाते हैं और सभी में मूसली मुख्य द्रव्य है। द्रव्यों की मात्रा भी कम या ज्यादा हो सकती है।

कृपया लेबल पर देखें।

  1. सफ़ेद मूसली Safed Musli (Chlorophytum Borivilianum) 320 grams
  2. गाय का घी Go Ghrita 320 grams
  3. सोंठ Sonth Dry Ginger 10 gram
  4. काली मिर्च Kali Mirch Black Pepper 10 gram
  5. पिप्पली Pippali Long Pepper 10 gram
  6. बड़ी इलाइची Sthula Ela Greater Cardamom 10 gram
  7. दालचीनी Dalchini Cinnamon 10 gram
  8. तेजपत्ता Tejpata Bay Leaves 10 gram
  9. शतावर Shatavar 10 gram
  10. चित्रकमूल Chitrakmula 10 gram
  11. गोखरू Gokhru 10 gram
  12. असगंध Ashwagandha 10 gram
  13. हर्रे Haritaki 10 gram
  14. लौंग Lavang 10 gram
  15. जायफल Jaiphal 10 gram
  16. जावित्री Javitri 10 gram
  17. ताल मखाना Taalmakhana 10 gram
  18. खरेटी बीज Khareti Seeds 10 gram
  19. कौंच बीज गिरी Kaunch Seeds 10 gram
  20. सेमल की गोंद Semal Gond 10 gram
  21. कमलगट्टा Kamalgatta 10 gram
  22. वंशलोचन Vanshalochan 10 gram
  23. अकरकरा Akarkara 10 gram
  24. मकरध्वज Makardhwaj 10 gram
  25. बंग भस्म Bang Bhasma 10 gram

जानिए मुख्य जड़ी-बूटियों को

मुसली को हर्बल वियाग्रा के रूप में जाना जाता है। यह पुरुष प्रजनन प्रणाली को दुरुस्त करती है। मुसली की जड़ों को पुरुषों की यौन कमजोरी दूर करने के लिए पारंपरिक रूप से इस्तेमाल किया जाता है। यह पुरुषों में यौन कमजोरी के लिए एक पोषक टॉनिक के रूप में कार्य करती है।

अश्वगंधा को असगंध, आसंध और विथानिया, विंटर चेरी आदि नामों से जाना जाता है। इसकी जड़ को सुखा, पाउडर बना आयुर्वेद में वात-कफ शामक, बलवर्धक रसायन की तरह प्रयोग किया जाता है। यह एक टॉनिक दवा है। यह शरीर को बल देती है। असगंध तिक्त-कषाय, गुण में लघु, और मधुर विपाक है। यह एक उष्ण वीर्य औषधि है। यह वात-कफ शामक, अवसादक, मूत्रल, और रसायन है जो की स्पर्म काउंट को बढ़ाती है।

  1. अश्वगंधा जड़ी बूटी पुरुषों में यौन शक्ति बढ़ाने के लिए प्रयोग की जाती है।
  2. यह पुरुष प्रजनन अंगों पर विशेष प्रभाव डालती है।
  3. यह पुरुषों में जननांग के विकारों के लिए एक बहुत ही अच्छी दवा है।
  4. यह वीर्य की मात्रा और गुणवत्ता को बढ़ाने में भी मदद करती है।
  5. यह शुक्र धातु की कमी, उच्च रक्तचाप, मूर्छा भ्रम, अनिद्रा, श्वास रोगों, को दूर करने वाली उत्तम वाजीकारक औषधि है।

गोखरू आयुर्वेद की एक प्रमुख औषधि है। इस मुख्य रूप से पेशाब रोगों और पुरुषों में यौन कमजोरी के लिए प्रयोग किया जाता है। गोखरू शीतल, मूत्रशोधक, मूत्रवर्धक, वीर्यवर्धक, और शक्तिवर्धक है। यह पथरी, पुरुषों के प्रमेह, सांस की तकलीफों, शरीर में वायु दोष के कारण होने वाले रोगों, हृदयरोग और प्रजनन अंगों सम्बन्धी रोगों की उत्तम दवा है। यह वाजीकारक है और पुरुषों के यौन प्रदर्शन में सुधार करता है।

गोखरू का प्रयोग यौन शक्ति को बढ़ाने में बहुत लाभकारी माना गया है। यह नपुंसकता, किडनी/गुर्दे के विकारों, प्रजनन अंगों की कमजोरी-संक्रमण, आदि को दूर करता है।

मकरध्वज (Makardhwaj) नपुंसकता, शीघ्रपतन, स्तंभन दोष, इरेक्टाइल डिसफंक्शन और अन्य स्थितियों के उपचार के लिए प्रयोग किया जाता है। यह एक इनोर्गानिक पदार्थ है तथा सल्फाइड ऑफ़ मरकरी और गोल्ड का कॉम्बिनेशन है। मकरध्वज को सोने, पारद और गंधक को एक निश्चित अनुपात में, आयुर्वेद में बताये गए तरीकों से बनाया जाता है। मकरध्वज का सेवन शरीर, दिल, और दिमाग को ताकत देता है।

जायफल या जातीफल एक प्रसिद्ध मसाला है। यह मिरिस्टिका फ्रेगरेंस वृक्ष के फल में पाए जाने वाले बीज की सुखाई हुई गिरी है। जायफल और जावित्री दोनों एक ही बीज से प्राप्त होते हैं। जायफल की बाहरी खोल outer covering या एरिल को जावित्री Mace कहते है और इसे भी मसाले की तरह प्रयोग किया जाता है। भारत में जायफल के वृक्ष तमिलनाडु में और कुछ संख्या में केरल, आंध्र प्रदेश, निलगिरी की पहाड़ियों में पाए जाते है।

जायफल को बाजिकारक aphrodisiac दवाओं और तेल को तिलाओं में डाला जाता है। यह पुरुषों की इनफर्टिलिटी, नपुंसकता, शीघ्रपतन premature ejaculationकी दवाओं में भी डाला जाता है। यह इरेक्शन को बढ़ाता है लेकिन स्खलन को रोकता है। यह शुक्र धातु को बढ़ाता है। यह बार-बार मूत्र आने की शिकायत को दूर करता है तथा वात-कफ को कम करता है।

वंग भस्म का मुख्य प्रभाव मूत्र अंगों और जननांगों पर होता है। इसे पुरुषों और स्त्रियों के प्रजनन अंगों सम्बंधित रोगों में प्रयोग किया जाता है। यह पुरुष की इन्द्रिय को ताकत देती है, शुक्र धारण में सहयोग करती है, वीर्य को गाढ़ा करती है तथा नामर्दी, शीघ्रपतन, पेशाब के साथ शुक्र जाना, स्वप्न में स्खलन, हस्तमैथुन आदि में रोगों को नष्ट करती है। इसे आयुर्वेद में शुक्रक्षय, स्वप्नमेह, शुक्र स्खलन, नपुंसकता की सर्वोत्तम औषधि माना गया है।

त्रिकटु सौंठ, काली मिर्च और पिप्पली का संयोजन है। यह आम दोष (चयापचय अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों), जो सभी रोग का मुख्य कारण है उसको दूर करता है। यह बेहतर पाचन में सहायता करता है और यकृत को उत्तेजित करता है। यह तासीर में गर्म है और कफ दोष के संतुलन में मदद करता है। यह पाचन और कफ रोगों, दोनों में ही लाभकारी है। इसे जुखाम colds, छीकें आना rhinitis, कफ cough, सांस लेने में दिक्कत breathlessness, अस्थमा asthma, पाचन विकृति dyspepsia, obesity और मोटापे में लिया जा सकता है।

अदरक का सूखा रूप सोंठ या शुंठी कहलाता है। सोंठ को भोजन में मसले की तरह और दवा, दोनों की ही तरह प्रयोग किया जाता है। सोंठ का प्रयोग आयुर्वेद में प्राचीन समय से पाचन और सांस के रोगों में किया जाता रहा है। इसमें एंटी-एलर्जी, वमनरोधी, सूजन दूर करने के, एंटीऑक्सिडेंट, एन्टीप्लेटलेट, ज्वरनाशक, एंटीसेप्टिक, कासरोधक, हृदय, पाचन, और ब्लड शुगर को कम करने गुण हैं।

काली मिर्च न केवल मसाला अपितु दवा भी है। इसे बहुत से पुराने समय से आयुर्वेद में दवाओं के बनाने और अकेले ही दवा की तरह प्रयोग किया जाता है। आयुर्वेद में इसे मरीच कहा जाता है। इसे गैस, वात व्याधियों, अपच, भूख न लगना, पाचन की कमी, धीमे मेटाबोलिज्म, कफ, अस्थमा, सांस लेने की तकलीफ आदि में प्रयोग किया जाता है। इसका मुख्य प्रभाव पाचक, श्वास और परिसंचरण अंगों पर होता है। यह वातहर, ज्वरनाशक, कृमिहर, और एंटी-पिरियोडिक हैं। यह बुखार आने के क्रम को रोकता है। इसलिए इसे निश्चित अंतराल पर आने वाले बुखार के लिए प्रयोग किया जाता है।

पिप्पली उत्तेजक, वातहर, विरेचक है तथा खांसी, स्वर बैठना, दमा, अपच, में पक्षाघात आदि में उपयोगी है। यह तासीर में गर्म है। पिप्पली पाउडर शहद के साथ खांसी, अस्थमा, स्वर बैठना, हिचकी और अनिद्रा के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है। यह एक टॉनिक है।

त्रिकटु या त्रिकुटा के तीनो ही घटक आम पाचक हैं अर्थात यह आम दोष का पाचन कर शरीर में इसकी विषैली मात्रा को कम करते हैं। आमदोष, पाचन की कमजोरी के कारण शरीर में बिना पचे खाने की सडन से बनने वाले विषैले तत्व है। आम दोष अनेकों रोगों का कारण है।

आकारकरभ, अकरकरा, करकरा आदि एनासाइक्लस पायरेथम के संस्कृत नाम हैं। इसका अरेबिक नाम आकिरकिर्हा, ऊदुलकई और फ़ारसी में तर्खून कोही है। इंग्लिश में इसे पाइरेथ्रम रूट, पेलेटरी रूट, स्पेनिश पेलिटरी Pellitory Root आदि नामों से जानते हैं। अकरकरा में मूत्रल, वाजीकारक, बुद्धिवर्धक, कफनाशक, उत्तेजक और पित्तवर्धक गुण पाए जाते हैं। यह काम शक्ति को बढ़ाने और वाजीकारक की तरह, आंतरिक और बाहरी, दोनों ही तरह से प्रयोग किया जाता है। बाहरी रूप से इसका लेप (तिला के रूप में) और आंतरिक रूप से इसे चूर्ण की तरह प्रयोग किया जाता है। इसका सेवन उत्तेजना लाता है और इन्द्रिय को अधिक खून की सप्लाई करता है।

मूसली पाक कर्म Principle Action of musli pak

  1. बाजीकरण: द्रव्य जो रति शक्ति में वृद्धि करे।
  2. शुक्रकर: द्रव्य जो शुक्र का पोषण करे।
  3. वृष्य: द्रव्य जो बलकारक, वाजीकारक, वीर्य वर्धक हो।
  4. रसायन: द्रव्य जो शरीर की बीमारियों से रक्षा करे और वृद्धवस्था को दूर रखे।

मूसली पाक के लाभ | फ़ायदे Health Benefits of Musli Pak

मूसली पाक शक्तिवर्धक, जोश वर्धक, और वाजीकारक औषधि है। इसके सेवन से प्रजनन अंगों को ताकत मिलती है और यौन दुर्बलता दूर होती है। यह स्पर्म काउंट को बढाता है और इरेक्शन में भी मदद करता है। मूसली पाक को कमजोरी, कम भूख, रक्ताल्पता और जीर्ण ज्वर के इलाज के लिए भी प्रयोग किया जाता है। मुसली पाक थकावट, चिड़चिड़ापन, काम में में न लगना, शारीरिक कमजोरी आदि में लाभप्रद है। यह पुरुषों के लिए टॉनिक है।

  1. टेस्टोस्टेरोन पुरुषों के वृषण और एड्रेनल ग्लैंड से स्रावित होने वाला एंड्रोजन समूह का एक स्टीरॉएड हार्मोन है। यह प्रमुख पुरुष हॉर्मोन है जो की एनाबोलिक स्टीरॉएड है। टेस्टोस्टेरॉन पुरुषों में उनके प्रजनन अंगों के सही से काम करने और पुरुष लक्षणों जैसे की मूंछ-दाढ़ी, आवाज़ का भारीपन, ताकत आदि के लिए जिम्मेदार है। यदि टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो जाता है तो यौन प्रदर्शन पर सीधे असर पड़ता है, जैसे की इंद्री में शिथिलता, कामेच्छा की कमी, चिडचिडापन, आदि। मूसली, अश्वगंधा और गोखरू के सेवन से शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को सुधारने में मदद होती है।
  2. आयुर्वेद के रसायन द्रव्य शरीर को ताकत देते हैं और यौवन को बनाये रखने में सहयोगी हैं। मूसली पाक भी आयुर्वेद के प्रमुख वाजीकारक, बलवर्धक, जोशवर्धक और जीवनीय द्रव्यों से निर्मित हैं। यह शरीर और नाड़ियों में ताकत का संचार कर यौन प्रदर्शन को ठीक करती है।
  3. शरीर में यदि कमजोरी है तो सेक्स परफॉरमेंस भी कमजोर होगा। मूसली पाक के सेवन से शरीर में मूसली, अश्वगंधा, कौंच,अकरकरा, घी आदि जैसे द्रव्य जाते हैं जो प्रजनन अंगों को पुष्ट करते हैं और वीर्य की मात्रा और गुणवत्ता में सुधार करते हैं। शुक्राणुओं के संख्या में इसके सेवन से वृद्धि संभव है।
  4. इसके सेवन से स्तम्भन दोष जिसे इरेक्टाइल डिसफंक्शन भी कहते हैं, में भी लाभ हो सकता है। यह उत्तम वाजीकारक हैं और कामेच्छा शक्ति को बढ़ाता है।
  5. यदि आप का वज़न कम हैं तो इसे दवा का सेवन पाचन के अनुसार कुछ समय तक दूध के साथ दिन में दो बार करके देखें। अगर आपका पाचन कमजोर है तो अधिक मात्रा में सेवन न करें, इससे दस्त हो सकते हैं।

मूसली पाक के चिकित्सीय उपयोग Uses of Musli Pak

आयुर्वेद की मुख्य 8 शाखाएं हैं, इनमें से वाज़ीकरण यौन-क्रियायों की विद्या तथा प्रजनन Sexology and reproductive medicine चिकित्सा से सम्बंधित है। वाज़ीकरण के लिए उत्तम वाजीकारक वनस्पतियाँ और खनिजों का प्रयोग किया जाता है जो की सम्पूर्ण स्वास्थ्य को सही करती हैं और जननांगों पर विशेष प्रभाव डालती है। आयुर्वेद में प्रयोग किये जाने वाले उत्तम वाजीकरण द्रव्यों में शामिल है, मूसली, अश्वगंधा, शतावरी, गोखरू, केवांच, शिलाजीत, मकरध्वज, विधारा, आदि। यह द्रव्य कामोत्तेजक है, स्नायु, मांसपेशियों की दुर्बलता, को दूर करने वाले है तथा धातु वर्धक, वीर्यवर्धक, शक्तिवर्धक तथा बलवर्धक हैं।

  1. बल और ताकत की कमी low strength-stamina
  2. समय से पहले बाल गिरना premature hair fall
  3. मांसपेशियों में कमजोरी muscles weakness
  4. थकावट, स्टैमिना कम होना fatigue
  5. वीर्य और शुक्र की कमी low semen volume, low sperm count
  6. पुरुष बाँझपन male infertility
  7. शरीर पर चर्बी की कमी, बहुत पतला होना emaciation
  8. सेक्सुअल टॉनिक sexual tonic
  9. शुक्र कीटों को बढ़ाना increasing Sperm Count
  10. वाजीकरण improving Sexual Desire
  11. लिबिडो कम होना कामेच्छा की कमी  Low Libido
  12. यौन दुर्बलता Male Sexual Weakness
  13. स्वप्नदोष Nocturnal Emission (Night Fall)
  14. शीघ्रपतन Premature Ejaculation
  15. स्तम्भन दोष Erectile Dysfunction

महिलाओं के लिए

मूसली पाक मुख्य रूप से टॉनिक है। इसका सेवन महिलायें भी कर सकती हैं। इसे खाने से सफ़ेद पानी की समस्या में लाभ होता है।

  1. कामोत्तेजक
  2. टॉनिक
  3. थकान और सामान्य दुर्बलता
  4. लुकोरिया

मूसली पाक सेवन विधि और मात्रा Dosage of Musli Pak

  1. 6-12 gm दिन में एक या दो बार, सुबह और शाम लें।
  2. इसे गर्म दूध के साथ लें।
  3. इसे भोजन करने के बाद लें।
  4. या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।

मूसली पाक के नुकसान

यह दवा बहुत सारी आयुर्वेदिक फार्मसी बनाती हैं। इसलिए जिस भी किसी ब्रांड का मूसली पाक खरीदें लेबल ज़रूर चेक करें। यदि उसमें धातुओं की भस्में, मकरध्वज आदि जैसे पदार्थ हों तो इसे लगातार लम्बे समय तक न लें। केवल एक-डेढ़ महीने ही लें। ली जाने के मात्रा भी कम ही रखें।

  1. इसे खाने से यदि भूख न लगे, पेट खराब हो तो डोज़ को कम करें। यदि लक्षण न जाएँ तो इसे न लें।
  2. यह पचने में भारी है जिससे गैस, पेट में दर्द, कब्ज़ या दस्त हो सकते हैं। पाचन यदि कमजोर होगा तो दवा का अवशोषण भी ठीक से नहीं हो पायेगा। इसलिए पाचन ठीक करें।
  3. मोटापा, हृदय रोग, कफ, और स्रोतों इ रुकावट में इसका सेवन नहीं करें।
  4. इसके सेवन से कब्ज़ हो सकती है। ऐसे में त्रिफला, इसबगोल आदि का सेवन कर सकते हैं। मुनक्का और किशमिश का सेवन भी कब्ज़ में लाभप्रद है। पहले से ही कब्ज़ है तो पहले उसे ठीक करें।
  5. इसके सेवन से वज़न बढ़ता है।
  6. बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
  7. इसे गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान न लें।
  8. इसे बताई मात्रा से अधिकता में न लें।
  9. दवा की सटीक मात्रा व्यक्ति के पाचन, उम्र, वज़न और स्वास्थ्य को देख कर ही तय की जा सकती है।
  10. परिणाम अनिश्चित हैं और अलग-अलग व्यक्तिओं में भिन्न हो सकते हैं।
  11. यह दवा आपके लिए प्रभावी हो भी सकती है और नहीं भी।
  12. दवा के साथ-साथ भोजन और व्यायाम पर भी ध्यान दें।
  13. पानी ज्यादा मात्रा में पियें।
  14. दवा के बारे शोध उपलब्ध नहीं है।
  15. दवा के सेवन के दौरान दूध, घी, मक्खन, केला, खजूर आदि वीर्यवर्धक आहारों का सेवन अवश्य करें।
  16. जंक फ़ूड न खाएं।
  17. तले, भुने, खट्टे, मसालेदार भोजन न खाएं।
  18. एक्सरसाइज करें।
  19. तनाव कम करें।

उपलब्धता

  • इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।

मूसली पाक की कीमत

  • बैद्यनाथ मूसली पाक प्राइस Baidyanath Musli Pak 100 grams @ Rs 175
  • पतंजलि Patanjali Divya Pharmacy Musli Pak / Moosli Pak 200 grams @ Rs 350
  • डाबर Dabur Musli Pak Laghu
  • Vyas Pharmaceuticals Musli Pak तथा अन्य बहुत सी फर्मसियाँ।

44 thoughts on “मूसली पाक के फायदे और नुकसान (Musli Pak)

  1. Ek month ke baad mera shadhi hone wala h mai master bet karta tha tho mera sperm jaldi girta h tho mai kya karu mai jyada der tak sex performance nai kar pata 3 mins me gir jata h first bar fir interest nai hata sex karne ko tho mere lye kya upay hai mai visit kiya patanjali store me usne suggest kiya ki Muslim Pak lijiye it’s a best solution h har tarike ka problem solve hoga no side effects usse baar baar khana jarurat nai padegi problem solve hone k baad muje tik lagta h usse pehle apka suggest chaiye help me

  2. Mughe khuch time se 7day m 4, 5 बार night fall होने लगा है madam हम ese use kar sakte ha age 22year

  3. Mam mjhe sheegrapatan ki samasya h…jiski vajah se mujhe bahut Darr lagta h…Abhi meri shadi Ni hui…or shadi krne se bahut darta hu….Sath hi Sath mere ling m Puri tarah utthan Ni hota or precum ki bhi samasya se grasit hu….kripya mjhe Samadhan bataye….

  4. Musli pak me aswgandha , stawer, gokhru , konj beej Bhi mix hote hn qa ya alg alg Lena padta h
    In SB ka koi mixer powder ata h
    Plz tell me

  5. Mera left hand ki radiant haddi puri tarah facture hue 15 din pahle operation hua plate lava,ab taanke bhe cut gayen hain.medicine bus eak hafta aur chalega.kya mam main uske baad musli paak ka sevan kar sakta hoon, accident ke pahle main sevan karta thha.pls suggest me…

  6. Hello mam meri shadi ho chuki h par bachche nhi ho rhe h test karwaya to pata chala ki mere andar shukranu ki kami h koi upay bataiye

    • Dear sangam ji ap.bs itna kriye ki subah 6bje tk km s km 20mnt tk yog, aur ydi y b n kr pte to surya namaskar 5br avasya kre, aur ha sperm count bdane ke liye sirf ek km kriye, laung ka tel aata h uski 1bund 1chammach grm pani pe dal k subah pi jaye, sirf 3mhine tak, aur yken maniye jo result hoga ap khud chakit ho jynge, aur ha tala bhuna jyada n khana hai, aur desi cow ka ghee ap ptanjali ghee le skte h, whi sewan krna h.

  7. Musli paak ka thande ya garm dudh me kiya to chalega ky. Mujhe shigrapatan mehsus huva pahili hi bar. Ispar or ky ilaj he ky plz muze batao.

  8. Babaji meri age 20 years old hai hight 5.5,weight 55kg hai mujhe Karib 5years se night fail ho raha hai month me karib 2-3bar ho jata hai Mai bahut kamjor feel karta hu mere macules bhi bahut kamjor hai Mai weight barana chahta hu
    Kya mere liye moosli pak sahi rahega please advise de. Thank you

  9. kya musli pak se mera weight gain hoga. me kaafi slim hu me waight gain krna chata hu. is se ho hayega ki ni ya ap ptanjlu ka weight gainer bta skte go ki me jim ke baad kya loo ki waigjt gain ho

  10. Meri wife ko thairid hai aur chakkar bhi ate hai wait bhi bad raha hai hath pairo me sujan bhi aa jati hai age 28year wait 72 kg ho gaya hai

  11. musli pak ko halke doodh mei 1 tea spoon mix kare aur apne jeevan mei ek naya umang paaye, it gives lots of power to a human body, 90% tak sabhi prakar ke problems ko solve karta hai andar se, aisa mera khud ka personal experience hai. first 1 month tak 2 times lein subah aur shaam, jab body mei extra power mehsus hone lage (jo ki sach mei hone lagta hai regular use ke baad) fir din mei bas 1 baar hi lein. sampoorn kaya kalp ho jayegi

    • Aap charak company ke neo tablet ka sevan karen aur roj exercise karen. Agar naya sex suru kiya hai to kuchh din men theek ho jaayega.
      Condom ke istemaal se bhi shighra patan nahi hota hai.

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