व्योषादि गुग्गुलु (नवक गुग्गुलु) के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

व्योषादि गुग्गुलु की तासीर गर्म है और इस गुण के कारण यह कफ, कोलेस्ट्रोल, लिपिड और ट्राईग्लीसिराइड्स को कम करता है। अपने रूक्ष और हल्के गुण के कारण यह शरीर में फैट को कम करता है। यह वात-कफ को कम करता है और पित्त को बढ़ाता है। इस दवाई का मुख्य घटक व्योष है। व्योष, त्रिकटु को कहते है।

व्योषादि गुग्गुलु को नवक गुग्गुलु के नाम से भी जाना जाता है। यह एक गुग्गुल्कल्प है जिसमें गुग्गुल की मात्रा अन्य सभी घटकों से अधिक है। इस दवाई का प्रयोग मुख्य रूप से मेदोरोग, मोटापे को कम करने और वात के रोगों में होता है।

व्योषादि गुग्गुलु की तासीर गर्म है और इस गुण के कारण यह कफ, कोलेस्ट्रोल, लिपिड और ट्राईग्लीसिराइड्स को कम करता है। अपने रूक्ष और हल्के गुण के कारण यह शरीर में फैट को कम करता है। यह वात-कफ को कम करता है और पित्त को बढ़ाता है। इस दवाई का मुख्य घटक व्योष है। व्योष, त्रिकटु को कहते है।

Navak, Navaka or Vyoshadi Guggulu is a polyherbal ayurvedic medicine with antiobesity, antihyperlipidic, antiinflammatory, and carminative properties. It is helpful in improving digestion, metabolism bowel movement and clearing the obstruction and congestion. It increases Pitta, and reduces Vata and Kapha. This helps in weight reduction and Vata Vyadhi such as arthritis, joint swelling, gout etc.

Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

व्योषादि गुग्गुलु (नवक गुग्गुलु) के घटक | Ingredients of Navaka Guggulu in Hindi

  1. शुंठी Shunthi Zingiber officinale Rz. 1 Part
  2. मरिच / काली मिर्च Marica Piper nigrum Fr. 1 Part
  3. पिप्पली Pippali Piper longum Fr. 1 Part
  4. चित्रक Citraka Plumbago zeylanica Rt. 1 Part
  5. मोथा Musta Cyperus rotundus Rz. 1 Part
  6. हरीतकी Haritaki Terminalia chebula P. 1 Part
  7. विभितकी Bibhitaka Terminalia belerica P. 1 Part
  8. आमलकी Amalki Emblica officinalis P. 1 Part
  9. विडंग Vidanga Embelia ribes Fr. 1 Part
  10. गुग्गुल Guggulu- Shuddha Commiphora wightii O.R. 9 Parts

त्रिकटु सौंठ, काली मिर्च और पिप्पली का संयोजन है। यह आम दोष (चयापचय अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों), जो सभी रोग का मुख्य कारण है उसको दूर करता है। यह बेहतर पाचन में सहायता करता है और कब्ज करता है। यह यकृत को उत्तेजित करता है। यह तासीर में गर्म है और कफ दोष के संतुलन में मदद करता है।

त्रिफला, हरीतकी, विभितकी और आमलकी का बराबर मात्रा में मिश्रण है। यह शरीर में वात विकार को शांत करता है। यह आँतों की सफाई करता है और कब्ज़ को दूर करता है। यह एक टॉनिक है। इसमें सूजन को दूर करने के, रक्त परिसंचरण को सही करने के और अच्छा पाचन और विरेचन कराने के गुण हैं। यह विषाक्त पदार्थों को शरीर से दूर करता है और पाचन से लेकर विरेचन में सहयोगी है। यह त्रिदोष का संतुलन करने वाली औषध है।

गुग्गुलु एक पेड़ से प्राप्त निर्यास या गोंद है। इसका प्रयोग धूप की तरह भी किया जाता है। आयुर्वेद में गुग्गुल को मुख्य रूप से वात रोगों के उपचार और मोटापे को दूर करने के लिए किया जाता है। यह गुण में लघु, रुक्ष, विशद, और सुगन्धित होता है। यह रस में तिक्त और कटु है। वीर्य में उष्ण और कटु विपाक है। प्रकृति में गर्म होने से यह वात को दूर करता है और चयापचय / मेटाबोलिज्म को तेज़ करता है। यह सभी वात शामक द्रव्यों में प्रमुख है।

व्योषादि गुग्गुलु (नवक गुग्गुलु) के फायदे | Benefits of Navaka Guggulu in Hindi

  1. यह शरीर में वात और कफ को कम करता है।
  2. यह पित्त को बढ़ाता है।
  3. यह मेटाबोलिज्म को सही करता है।
  4. यह पेट को साफ़ करने में मदद करता है।
  5. इसके सेवन से स्रोतों से रूकावट हटती है, वात का बहाव नीचे की तरफ होता है।
  6. यह आम-पाचक है और शरीर से आम दोष को दूर करता है। आम दोष, शरीर में पाचन की कमजोरी के कारण बनने वाले दूषित पदार्थ है जो की तीनों दोषों को असंतुलित कर देते हैं और अनेकों रोगों के कारण हैं।
  7. यह कोलेस्ट्रोल और लिपिड को कम करता है।
  8. यह बुरे कोलेस्ट्रोल को कम लेकिन अच्छे कोलेस्ट्रोल को बढाने में सहायक है।
  9. इसके सेवन से वज़न कम होता है।
  10. व्योषादि गुग्गुलु (नवक गुग्गुलु) के चिकित्सीय उपयोग Uses of Navaka Guggulu
  11. मेदो रोग, मोटापा, शरीर में ज्यादा फैट
  12. वात व कफ रोग
  13. फैटी लीवर
  14. मोटापे से सम्बंधित शिकायतें
  15. आमवात
  16. रुमेटिज्म
  17. सूजन, मांसपेशियों में दर्द

व्योषादि गुग्गुलु की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Navaka Guggulu in Hindi

  1. 2-3 गोली, दिन में दो या तीन बार, लें।
  2. इसे पानी के साथ लें।
  3. इसे भोजन करने के पहले लें।
  4. या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।

ऐसे तो इस दवा को विशेष साइड इफ़ेक्ट नहीं है लेकिन यह शरीर में पित्त को बढ़ाती है। इसलिए कुछ लोगों में यह एसिडिटी, पेट में जलन को बढ़ा सकती है।

इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।

This medicine is manufactured by Dabur (Dabur Vyoshadi Vati), Shree Baidyanath Ayurved Bhawan (Baidyanath Vyoshadi Bati) Vaidyaratnam Oushadhasala (Vyoshadi Gulgulu Tablets) and some other pharmacies.

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