पतंजलि गंगाधर चूर्ण के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

पतंजलि गंगाधर चूर्ण Patanjali Gangadhar Churna in Hindi में एंटीडाइरियल, जीवाणुरोधी और डिटॉक्सिफिकेशन गुण हैं तथा इस हर्बल आयुर्वेदिक चूर्ण को दस्त, डिसेंट्री, मालअब्सोर्बशन सिंड्रोम में दिया जाता है। यह एक  शास्त्रीय आयुर्वेदिक दवा है जिसमें बराबर की मात्रा में मोथा, इंद्रजौ, बेलगिरी, लोध्र, मोचरस और धातकी है। इस चूर्ण का सेवन शरीर से सूक्ष्म जीवों और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल देता है। यह अम्लता के संतुलन को फिर से स्थापित करता है और पाचन एंजाइमों को उत्तेजित करता है।

दवा के बारे में इस पेज पर जो जानकारी दी गई है वह इसमें प्रयुक्त जड़ी-बूटियों के आधार पर है। हम इस प्रोडक्ट को एंडोर्स नहीं कर रहे। यह दवा का प्रचार नहीं है। हमारा यह भी दावा नहीं है कि यह आपके रोग को एकदम ठीक कर देगी। यह आपके लिए फायदेमंद हो भी सकती हैं और नहीं भी। दवा के फोर्मुलेशन के आधार और यह मानते हुए की इसमें यह सभी द्रव्य उत्तम क्वालिटी के हैं, इसके लाभ बताये गए हैं।

इस पेज पर जो जानकारी दी गई है उसका उद्देश्य इस दवा के बारे में बताना है। कृपया इसका प्रयोग स्वयं उपचार करने के लिए न करें। हमारा उद्देश्य दवा के लेबल के अनुसार आपको जानकारी देना है।

यह पेज पतंजलि गंगाधर चूर्ण के बारे में हिंदी में जानकारी देता है जैसे कि दवा का कम्पोज़िशन, उपयोग, लाभ/बेनेफिट्स/फायदे, कीमत, खुराक/ डोज/लेने का तरीका, दुष्प्रभाव/नुकसान/खतरे/साइड इफेक्ट्स/ और अन्य महत्वपूर्ण ज़रूरी जानकारी।

  • पतंजलि गंगाधर चूर्ण में मौजूद सामग्री क्या हैं?
  • पतंजलि गंगाधर चूर्ण के उपयोग upyog क्या हैं?
  • पतंजलि गंगाधर चूर्ण के फायदे faide क्या हैं?
  • पतंजलि गंगाधर चूर्ण के दुष्प्रभाव या नुकसान nuksan क्या हैं?
  • पतंजलि गंगाधर चूर्ण को कब नहीं लेते हैं?
  • पतंजलि गंगाधर चूर्ण के संभावित दवा interaction क्या हैं?
  • पतंजलि गंगाधर चूर्ण से जुड़ी चेतावनियां और सुझाव क्या हैं?

Patanjali Gangadhar Churna is Herbal Ayurvedic medicine. It is indicated in treatment of diarrhoea, dysentery and malabsorption syndrome. Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

  • दवा का नाम: पतंजलि गंगाधर चूर्ण Patanjali Gangadhar Churna
  • निर्माता: पतंजलि दिव्य फार्मेसी
  • उपलब्धता: यह ऑनलाइन और दुकानों में उपलब्ध है।
  • दवाई का प्रकार: हर्बल
  • मुख्य उपयोग: पेट खराब होना
  • मुख्य गुण: एंटीडाईरियल
  • दोष इफ़ेक्ट: वात कम करना, पित्त वर्धक
  • मूल्य MRP: Patanjali Divya Gangadhar Churna 50 gram @ Rs 23

पतंजलि गंगाधर चूर्ण के घटक | Ingredients of Patanjali Gangadhar Churna in Hindi

  • नागरमोथा Cyperus rotundus 1 part
  • इंद्रजौ Holarrhena antidysenterica 1 part
  • बेल गिरी Aegle marmelos 1 part
  • लोध्र Symplocos racemosa 1 part
  • मोचरस Shalmali Exdute Extract of Bombax malabaricum 1 part
  • धाय फूल  Woodfordia fruticosa 1 part

नागरमोथा

भद्रमुस्टा, नट ग्रास, आमोद, नागरमोथा को आयुर्वेद में बहुत सी दवाओं के निर्माण में प्रयोग किया जाता है। यह सूजन दूर करने वाला, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीडाइरियल और डाइयुरेटिक है।

बेल

बेल, का धार्मिक और औषधीय महत्व है। इसके पत्तों को पूजन में प्रयोग करते हैं। बेल का वृक्ष ऊँचा होता हैं और इसके फल का बाहरी आवरण बहुत कठोर होता है। बेल की छाल या जड़ को आयुर्वेद में बहुत अधिक प्रयोग किया जाता है यह दशमूल की बृहत् पंचमूल का हिस्सा है इसलिए जहाँ भी दशमूल पड़ता है वहां बेल का प्रयोग किया जाता है।

बेल को दो प्रकार का माना जाता है जंगली जिसके फल छोटे होते हैं और बड़े फल जो उगाया जाता है। दवा की तरह जंगली फलों का प्रयोग किया जाता है। बेल का कच्चा फल आँतों और पेट के लिए बहुत लाभप्रद है। यह कब्ज़ को दूर करता है, और आंतों की कार्यक्षमता को बढ़ाता है। यह भूक को ठीक करता है और शरीर को बल देता है। बेल का कच्चा फल, पुराने पेचिश, अल्सरेटिव कोलाइटिस, हैजे, पेचिश, पेट के कीड़ों, और आँतों को ताकत देने वाला है।

कच्ची बेल की गिरी, सोंठ, नागरमोथा, धनिया, खस को समान मात्रा लेकर काढा बनाकर पीने से पतले दस्त ठीक होते हैं।

इंद्रजौ

कुटज, गिरीमालिका, कलिंग, वत्सका, इंद्रयव, कुरुच, कूड़े आदि होलीरीना एंटीडायसेंट्रिका के नाम है। इसके बीज, छाल और बीजों को दवाई की तरह से प्रयोग किया जाता है। यह संकोचक, कृमिनाशक, अमीबा नष्ट करने वाला, मूत्रवर्धक और अतिसार नाशक है। इसे मुख्य रूप से दस्त, पेचिश, आंव में इस्तेमाल किया जाता है। कुटुज इम्यून सिस्टम को उत्तेजित करता है।

प्रधान कर्म

  • अतिसाराघ्न: Antidiarrheal
  • कफहर: द्रव्य जो कफ को कम करे।
  • दीपन: द्रव्य जो जठराग्नि तो बढ़ाये लेकिन आम को न पचाए।
  • शीतल: स्तंभक, ठंडा, सुखप्रद है, और प्यास, मूर्छा, पसीना आदि को दूर करता है।
  • शोथहर: द्रव्य जो शोथ / शरीर में सूजन, को दूर करे।

पतंजलि गंगाधर चूर्ण के फायदे | Benefits of Patanjali Gangadhar Churna in Hindi

  • यह पाचन और अवशोषण को सही करता है।
  • यह भूख में सुधार करता है।
  • इसेक सेवन से अतिसार और पेचिश रुकती है।
  • यह शरीर से दूषित पदार्थों को नष्ट करता है।

पतंजलि गंगाधर चूर्ण के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Patanjali Gangadhar Churna in Hindi

  • दस्त Atisara (Diarrhoea)
  • पेचिश Pravahika (Dysentery)
  • अल्सेरेटिव कोलाइटिस Ulcerative colitis
  • मॉलअब्सोर्बशन सिंड्रोम Malabsorption syndrome

पतंजलि गंगाधर चूर्ण की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Patanjali Gangadhar Churna in Hindi

  • 1-3 ग्राम दिन में तीन बार लें।
  • इसे छाछ, पानी के साथ लें।
  • इसे भोजन करने के पहले लें।
  • या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।

पतंजलि गंगाधर चूर्ण के इस्तेमाल में सावधनियाँ | Cautions in Hindi

  • उचित खुराक उपयोगकर्ता की उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों जैसे कई कारकों पर निर्भर करती है। उचित खुराक निर्धारित करने के लिए पर्याप्त वैज्ञानिक जानकारी नहीं है।
  • इसका इस्तेमाल चिकित्सक की सलाह के आधार पर 2 से 4 महीने तक किया जा सकता है।
  • उम्र और ताकत पर विचार करते हुए और किसी वैद्य की विशेषज्ञ सलाह के साथ, दवा का उचित अनुपात में उचित अनुपान के साथ इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

पतंजलि गंगाधर चूर्ण के साइड-इफेक्ट्स | Side effects in Hindi

निर्धारित खुराक में लेने से दवा का कोई दुष्प्रभाव नहीं है।

पतंजलि गंगाधर चूर्ण को कब प्रयोग न करें | Contraindications in Hindi

  • इसे गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान न लें।
  • समस्या अधिक है, तो डॉक्टर की राय प्राप्तकर सही उपचार कराएं जिससे रोग बिगड़े नहीं।

भंडारण निर्देश

  • सूखी जगह में स्टोर करें।
  • इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखें।

दवा के बारे में पूछे जाने वाले कुछ सवाल

क्या इस दवा को एलोपैथिक दवाओं के साथ ले सकते हैं?

हाँ, ले सकते हैं। लेकिन दवाओं के सेवन में कुछ घंटों का गैप रखें।

क्या पतंजलि गंगाधर चूर्ण को होम्योपैथिक दवा के साथ ले सकते हैं?

ले सकते हैं।

पतंजलि गंगाधर चूर्ण को कितनी बार लेना है?

  • इसे दिन में 2 बार / 3 बार लेना चाहिए।
  • इसे दिन के एक ही समय लेने की कोशिश करें।

क्या दवा की अधिकता नुकसान कर सकती है?

दवाओं को सही मात्रा में लिया जाना चाहिए। ज्यादा मात्रा में दवा का सेवन साइड इफेक्ट्स कर सकता है।

क्या पतंजलि गंगाधर चूर्ण सुरक्षित है?

हां, सिफारिश की खुराक में लेने के लिए सुरक्षित है।

पतंजलि गंगाधर चूर्ण का मुख्य संकेत क्या है?

दस्त, पेचिश, आँतों के रोग आदि।

पतंजलि गंगाधर चूर्ण का वात-पित्त या कफ पर क्या प्रभाव है?

  • वात कम करना।
  • पित्त वृद्धि करना।
  • कफ कम करना।

क्या इसमें गैर-हर्बल सामग्री शामिल है?

नहीं।

मैं यह दवा कब तक ले सकता हूँ?

आप इसे 2-4 महीने के लिए ले सकते हैं।

पतंजलि गंगाधर चूर्ण लेने का सबसे अच्छा समय क्या है?

इसे भोजन के पहले लिया जाना चाहिए एक ही समय में दैनिक रूप में लेने की कोशिश करें।

क्या पतंजलि गंगाधर चूर्ण एक आदत बनाने वाली दवा है?

नहीं।

क्या यह दिमाग की अलर्टनेस पर असर डालती है?

नहीं।

क्या पतंजलि गंगाधर चूर्ण लेने के दौरान ड्राइव करने के लिए सुरक्षित है?

हाँ।

क्या मैं इसे गर्भावस्था के दौरान ले सकती हूँ?

डॉक्टर से सलाह लें।

क्या एक मधुमेह व्यक्ति इसे ले सकता है?

हाँ।

क्या इसे बच्चों को दे सकते हैं?

7 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए, आप इस दवा को कम मात्रा में दे सकते हैं। लेकिन सही स्वास्थ्य समस्या और सही खुराक जानने के लिए चिकित्सक की सलाह लेनी ज़रूरी है।

दवा की बोतल खोलने के बाद इसे कितने दिन में प्रयोग कर लें?

  • इसे जल्दी से जल्दी इस्तेमाल करना सही रहता है।
  • दवा को गंदे हाथों से नहीं छुएं।

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