पतंजलि शुद्ध शिलाजीत का उपयोग कैसे करें और शिलाजीत सेवन विधि, शिलाजीत के नुकसान (shudh shilajit side effects), patanjali shudh shilajit benefits in hindi, पतंजलि शुद्ध शिलाजीत का मूल्य (patanjali shudh shilajit price in india)।
शुद्ध शिलाजीत (दिव्य शिलाजीत सत), जो की पतंजलि द्वारा उपलब्ध है एक थिक लिक्विड है। यह तरल, शुद्ध किया हुआ शिलाजीत है। शिलाजीत एक पदार्थ है जो की हिमालय की चट्टानों से मिलता है। आयुर्वेद में औषधीय प्रयोजन के लिए शिलाजीत को केवल शुद्ध करके अथवा साफ़ करके ही प्रयोग किया जाता है। अशुद्ध या बिना साफ़ किये हुए शिलाजीत का सेवन नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इसमें बहुत से अवांछनीय पदार्थ होते हैं। अशुद्ध शिलाजीत का सेवन करने से व्यक्ति बीमार हो सकता है। शिलाजीत को शुद्ध करने से उसमें से सारे विजातीय पदार्थ दूर हो जाते हैं।
शिलाजीत प्रजनन अंगों पर काम करता है। यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है और प्रतिरक्षा में सुधार करता है। यह पुरानी बीमारियों, शरीर में दर्द और मधुमेह में राहत देता है। इसके सेवन शारीरिक, मानसिक और यौन शक्ति देता है। शिलाजीत को हजारों साल से लगभग हर बीमारी के उपचार में प्रयोग किया जाता रहा है। आयुर्वेद में यह कहा गया है की कोई भी ऐसा साध्य रोग नहीं है जो की शिलाजतु के प्रयोग से नियंत्रित या ठीक नहीं किया जा सकता। शिलाजीत प्रमेह रोगों की उत्तम दवा है।
शिलाजीत शुद्ध, पुरुषों के लिए विशेष लाभप्रद है क्योंकि इसके सेवन से शरीर में टेस्टोस्टेरोन का लेवल बढ़ता है।
टेस्टोस्टेरोन पुरुषों के वृषण और एड्रेनल ग्लैंड से स्रावित होने वाला एंड्रोजन समूह का एक स्टीरॉएड हार्मोन है। यह प्रमुख पुरुष हॉर्मोन है जो की एनाबोलिक स्टीरॉएड है। टेस्टोस्टेरॉन पुरुषों में उनके प्रजनन अंगों के सही से काम करने और पुरुष लक्षणों जैसे की मूंछ-दाढ़ी, आवाज़ का भारीपन, ताकत आदि के लिए जिम्मेदार है। यह पुरुष के शरीर में बालों का डिस्ट्रीब्यूशन, बोन मॉस, मसल्स मास, फैट का डिस्ट्रीब्यूशन, आवाज़, समेत सेक्स ड्राइव, और स्पर्म के बनने का भी कारण है।
यदि टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो जाता है तो यौन प्रदर्शन पर सीधे असर पड़ता है, जैसे की इंद्री में शिथिलता, कामेच्छा की कमी, चिडचिडापन, सेक्स में अरुचि, नपुंसकता, प्रजनन क्षमता की कमी आदि।
क्योंकि शिलाजीत का सेवन टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाता है और इसलिए यह यौन प्रदर्शन को सुधारने में भी लाभप्रद है।
पतंजलि शुद्ध शिलाजीत को दूध के साथ मिलाकर दिन में दो बार खाने के बाद, एक टॉनिक की तरह से लिया जा सकता है। दवा को करीब तीन महीने तक लिया जाना चाहिए।
बताई गई डोज़ से ज्यादा मात्रा में इसे नहीं लेना चाहिए क्योंकि तब यह नुकसानदायक हो सकता है। एक शोध में देखा गया की शिलाजीत का कम मात्रा में सेवन करने से हृदय के कार्य पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ा लेकिन ज्यादा मात्रा में सेवन ने हृदय की गति / धड़कन को बढ़ा दिया। इसके अतिरिक्त शिलाजीत में मिनरल्स काफी मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए इसे बताई मात्रा से ज्यादा में न लें। इस पेज पर जो जानकारी दी गई है उसका उद्देश्य इस दवा के बारे में बताना है। कृपया इसका प्रयोग स्वयं उपचार करने के लिए न करें।
Patanjali Shudh Shilajit or Divya Shilajit Sat is manufactured by Patanjali Pharmacy. It conatins Purified Shilajit. It is in liquid form and taken in dose of 1-2 drops with warm water or milk.
Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.
- निर्माता: Divya Pharmacy the manufacturing unit of Patanjali Yogpeeth, Patanjali Ayurved
- पर्याय: Shilajeet Shuddh (R.T.), Shuddha Shilajeet (R.T.), Shuddh Shilajeet, Divya Shilajeet Sat, Shudh Shilajeet (Sat), Shudh Shilajit R.T. (liquid)
- मुख्य उपयोग: पुरुषों के लिए टॉनिक
- मुख्य गुण: एंटीऑक्सीडेंट, रसायन, टॉनिक
- दवा का अनुपान: दूध
- दवा को लेने की अवधि: कुछ महीने
- मूल्य MRP: SHUDH SHILAJEET (SAT) 20 gram @ INR 100
पतंजलि शुद्ध शिलाजीत के घटक | Ingredients of Patanjali Shudh Shilajeet in Hindi
शुद्ध शीलजीत
शिलाजीत क्या है?
शिलाजीत पहाड़ों से प्राप्त, सफेद-भूरा मोटा, चिपचिपा राल जैसा पदार्थ है (संस्कृत शिलाजतु) जिसमे सूजन कम करने, दर्द दूर करने, अवसाद दूर करने, टॉनिक के, और एंटी-ऐजिंग गुण होते हैं। इसमें कम से कम 85 खनिजों पाए जाते है।
शिलाजीत कहाँ मिलता है?
भारत में यह गंगोत्री के आस-पास शिलाओं से टपकता है। यह नेपाल में भी मिलता है। यह अल्ताई, हिमालय, और मध्य एशिया के काकेशस पहाड़ों से प्राप्त किया जाता है।
शिलाजीत के लाभ क्या हैं?
शिलाजीत एक टॉनिक है जो पुरुषों में यौन विकारों के उपचार के लिए इस्तेमाल किया जाता है। शिलाजीत रस में अम्लीय और कसैला, कटु विपाक और समशीतोष्ण (न अधिक गर्म न अधिक ठंडा) है। ऐसा माना जाता है, संसार में रस-धातु विकृति से उत्पन्न होने वाला कोई भी रोग इसके सेवन से दूर हो जाता है। शिलाजीत शरीर को निरोगी और मज़बूत करता है।
- शिलाजीत पुरुषों के प्रमेह की अत्यंत उत्तम दवा है।
- शिलाजीत वाजीकारक है और इसके सेवन से शरीर में बल-ताकत की वृद्धि होती है।
- शिलाजीत पुराने रोगों, मेदवृद्धि, प्रमेह, मधुमेह, गठिया, कमर दर्द, कम्पवात, जोड़ो का दर्द, सूजन, सर्दी, खांसी, धातु रोग, रोगप्रतिरोधक क्षमता की कमी आदि सभी में लाभप्रद है।
- शिलाजीत शरीर में ताकत को बढाता है तथा थकान और कमजोरी को दूर करता है।
- शिलाजीत यौन शक्ति की कमी को दूर करता है।
- शिलाजीत भूख को बढाता है।
- शिलाजीत पुरुषों में नपुंसकता, शीघ्रपतन premature ejaculation, कम शुक्राणु low sperm count, स्तंभन erectile dysfunction में उपयोगी है।
- यह शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में मदद करता है।
- शिलाजीत के सेवन के दौरान, आहार में दूध की प्रधानता रहनी चाहिए।
पतंजलि शुद्ध शिलाजीत के लाभ | Benefits of Patanjali Shudh Shilajeet in Hindi
- यह एक टॉनिक औषधि है और कमजोरी को दूर करती है।
- यह दवाई वृषण testes को सही काम करने में सहयोगी है और शुक्राणुजनन को उत्तेजित करती है।
- इसके सेवन से शुक्राणुओं की गुणवत्ता में सुधार होता है।
- यह वाजीकारक है।
- यह शक्तिवर्धक, जोशवर्धक, वाजीकारक रसायन है।
पतंजलि शुद्ध शिलाजीत के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Patanjali Shudh Shilajeet in Hindi
- ऑलिगॉस्पर्मिया Oligospermia
- शुक्राणु असामान्यताएं Sperms abnormalities
- शीघ्रपतन, समयपूर्व स्खलन Premature ejaculation
- नपुंसकता Impotency
- सामान्य दुर्बलता General debility
- यौन दुर्बलता
- यौन विकार
- कामेच्छा की कमी
- जोश – शक्ति की कमी
- ब्रोंकाइटिस
- शारीरिक या मानसिक कमजोरी
- ऑस्टियोपोरोसिस
- पेप्टिक अल्सर
- मोटापा
- यक्ष्मा टी बी
- शारीरिक व मानसिक थकान
पतंजलि शुद्ध शिलाजीत की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Patanjali Shudh Shilajeet in Hindi
- 1-2 ड्रॉप्स दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
- इसे दूध के साथ लें।
- इसे नाश्ते और डिनर के बाद दूध के साथ लें।
- अच्छे परिणामों के लिए कम से कम तीन महीने प्रयोग करें।
- या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।
सावधनियाँ/ साइड-इफेक्ट्स/ कब प्रयोग न करें | Cautions/Side effects/Contraindications in Hindi
- शिलाजीत के सेवन के समय विदाही (जलन करने वाले भोजन) और भारी भोजन नहीं करना चाहिए।
- कुल्थी का सेवन भी नहीं करना चाहिए। आयुर्वेद के कुछ व्याख्याकार ने तो यहाँ तक कहा है जो लोग शिलाजीत का सेवन कर रहे हो उन्हें एक वर्ष तक कुलथी का सेवन नहीं करना चाहिए।
- शिलाजीत उन लोगों को नहीं लेना चाहिए जिनका यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है। जिनमें यूरिक एसिड की पथरी हो, गठिया हो उन्हें भी इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- शिलाजीत को अधिक पित्त में भी इसका सेवन सावधानी से किया जाना चाहिए।
- संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन करें।
- खाने में दूध, फलों और सब्जियां को शामिल करें।
- मांसाहार न करें।
- मादक पदार्थों, शराब, चाय और कॉफी का सेवन नहीं करें।
- पानी पर्याप्त मात्रा में पियें।
- प्राणायाम और व्यायाम करें।
- गर्भवती महिलाओं में इस दवा का अध्ययन नहीं किया गया है। इसमें छेदन, मेदोहर, गुण हैं। इसलिए, गर्भवती महिलाओं को इस दवा का उपयोग न करने की सलाह दी जाती है।
- इस दवा के सेवन के दौरान ब्लड शुगर लेवल की बराबर जांच करते रहें।
- उच्च रक्तचाप में इसे कम मात्रा में लिया जाना चाहिए।
- इसे आप एलोपैथी की दवा के सेवन के दौरान भी ले सकते हैं।
- इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
- इसे ज्यादा मात्रा में न लें।
- निर्धारित मात्रा में लेने से इसका कोई साइड-इफेक्ट नहीं है।
- अच्छे परिणाम के लिए दवा को तीन महीने तक प्रयोग करें।
take shudh shilajit rat available at patanjali store for 3months. 2-3 drops in morning after food and same as after dinner.
सर क्या हम शिलाजीत का इस्तेमाल गर्मीयो में भी कर सकते है क्या
नमस्कार मेरी उम्र 28 साल है और मुझे लगभग 15 साल हो गई हैं ।में हस्त मैथुन का आदि हूँ और मैं चाह कर भी इस से बाहर नही आ पा रहा हूँ ।मैं हर वक्त परेशान रहता हूँ पर शर्म के कारण कहीं उपचार नही करवा पाया हूँ।मुझे बहुत कमजोरी रहती है और अब पहले वाली ताकत नही रही।मेरा गुप्त आंग भी ढीला और कमजोर हो गया है ।कृपया कर कोई उपचार बताने का कष्ट करिए।आप की अति कृपा होगी
जी आप इस पोस्ट को पढ़िए आप को सब पता जाएगा हस्तमैथुन के बारे में https://health18.in/men/hand-masturbation/65/