Peppermint oil/पिपरमिंट तेल, पिपरमिंट के पौधे से प्राप्त होता है। इस तेल का मुख्य घटक मेन्थोल है। इसका उपयोग खाद्य पदार्थों, और पेय पदार्थों में फ्लेवरिंग के रूप में तथा साबुन और सौंदर्य प्रसाधनों में एक खुशबू के रूप में होता है। इसे एक दवा के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। इसका प्रयोग अन्दर और बाह्य दोनों तरह के होता है। इसे topically एक क्रीम या मरहम के रूप में और कुछ बूंदों की मात्रा में मुहं से लिया जा सकता है।
Medicinal uses of Peppermint Oil in Hindi
पिपरमिंट तेल का मेडिसिनल इस्तेमाल श्वसन और पाचन तंत्र respiratory and digestive system से सम्बंधित समस्याओं में किया जाता है। श्वसन तंत्र की कुछ आम तकलीफों जैसे की मुंह और गले, साइनस संक्रमण, और श्वसन संक्रमण, आम सर्दी, खांसी, सूजन (respiratory infections) के लिए इसका प्रयोग एक घरेलू उपचार की तरह किया जाता है।
- इसी प्रकार पाचन तंत्र digestive system की कुछ आम तकलीफों जैसे की गैस, मतली, उल्टी, IBS, ऐंठन, कम पित्त, पेट की ख़राबी, दस्त, छोटी आंत में जीवाणु, सहित अन्य बहुत सी पाचन समस्याओं के लिए प्रयोग किया जाता है। पेपरमिंट तेल, पाचन तंत्र में गैस, ऐंठन को कम करता है।
- कुछ लोग मासिक धर्म समस्याओं, जिगर और पित्ताशय की थैली की शिकायतों के लिए भी पिपरमिंट तेल का उपयोग करते हैं।
- पेपरमिंट तेल प्रयोग सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, नसों का दर्द, दांत दर्द, मुंह की सूजन, जोड़ों की सूजन और दर्द, खुजली, एलर्जी दाने, बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण आदि में भी जाता है।
- त्वचा पर बाहरी रूप से लगाने पर, यह सतह पर गर्मी पैदा कर दर्द से राहत दिलाता है।
- औषधीय मात्रा तथा बाहरी रूप में पेपरमिंट तेल का प्रयोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
औषधीय रूप से प्रयोग करने के लिए पेपरमिंट तेल की निर्धारित मात्रा 0.1 mL to 0.24 mL है।
इस्तेमाल करते समय कृपया इन बातों का ध्यान रखें:
इसे कम अवधि (8 सप्ताह तक) तक औषधीय मात्रा, में ही इस्तेमाल किया जान चाहिए।
The safety of using peppermint leaf long-term is unknown.
- इसके प्रयोग से कुछ लोगों में एलर्जी, जैसे की पेट में जलन, हो सकती है।
- बहुत मात्रा में त्वचा पर लगाने से दाने, rash या अन्य इसी तरह की एलर्जी हो सकती है।
- इसे केवल निर्देशित मात्रा में ही लें। अधिक मात्रा में लेने से कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
- पेपरमिंट तेल का प्रयोग, शिशुओं और छोटे बच्चों के चेहरे और विशेष रूप से नाक के पास नहीं किया जान चाहिए।