फल घृत के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

इसके सेवन से महिला, पुरुष दोनों के ही प्रजनन स्वास्थ्य में बहुत सुधार होते देखा गया है। अन्य घृतों की ही तरह इसके सेवन से शरीर में ताकत आती है। यह पौष्टिक होने के साथ-साथ शरीर के भीतर की रूक्षता को दूर करता है और कब्ज़ से राहत देता है।

फल घृत एक आयुर्वेदिक घृत या घी है। इसे शतावरी, अश्वगंधा, त्रिफला, हल्दी, हींग, मुलेठी, वच आदि जड़ी-बूटियों से निर्मित किया गया है। यह घृत प्रजनन अंगों के रोगों को दूर करता है और स्वस्थ्य सन्तान प्राप्ति में मदद करता है। महिलाओं में इसका सेवन गर्भ को ताकत देता है और मासिक संबंधी समस्याओं को नष्ट करता है। फल घृत/फल सर्पी का सेवन पुरुषों में वीर्य विकारों और यौन दुर्बलता हो दूर करता है।

इसके सेवन से महिला, पुरुष दोनों के ही प्रजनन स्वास्थ्य में बहुत सुधार होते देखा गया है। अन्य घृतों की ही तरह इसके सेवन से शरीर में ताकत आती है। यह पौष्टिक होने के साथ-साथ शरीर के भीतर की रूक्षता को दूर करता है और कब्ज़ से राहत देता है। यह पाचक और बस्ती को शुद्ध करता है। यह धातुक्षीणता को दूर करता है और शरीर को सबल बनता है।

Phala Ghrita is a medicated Ghee. It is a tonic for reproductive organs. It improves fertility and helps in conception. In female, it cures menstrual disorders and in males, sperm disorders. It gives strength and cures internal dryness. Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

फल घृत के घटक | Ingredients of Phala Ghrita in Hindi

  • मंजिष्ठ Rubia cordifolia Rt. 12 g
  • कुष्ठ Saussurea lappa Rt. 12 g
  • तगर Valeriana wallichii Rt. 12 g
  • हरीतकी Terminalia chebula P. 12 g
  • बिभीतकी Terminalia bellirica P. 12 g
  • आमलकी Phyllanthus emblica (Emblica officinalis) P. 12 g
  • शर्करा Sugar 12 g
  • वचा Acorus calamus Rz. 12 g
  • हरिद्रा Curcuma longa Rz. 12 g
  • दारू हरिद्रा Berberis aristata St. 12 g
  • मधुका (यष्टि) Glycyrrhiza glabra Rt. 12 g
  • मेदा Asparagus racemosus (Official substitute) Rt.Tr. 12 g
  • दीप्यका (यवनी) Trachyspermum ammi Fr. 12 g
  • कटुरोहिणी (कटुका) Picrorhiza kurroa Rz./ Rt. 12 g
  • पयस्य (क्षीर विदारी) Ipomoea digitata Rt.Tr. 12 g
  • हिंगू Ferula foetida Exd. 12 g
  • काकोली Withania somnifera (Official substitute) Rt. 12 g
  • वाजीगंधा (अश्वगंधा) Withania somnifera Rt. 12 g
  • शतावरी Asparagus racemosus Rt.Tr. 12 g
  • घृत (गोघृत) Clarified butter from cow’s milk 768 g
  • क्षीर (गोदुग्ध) Cow’s milk 3.072 l

फल घृत के लाभ | Benefits of Phala Ghrita in Hindi

  • यह स्त्रियों में कमर दर्द, शरीर दर्द, पीठ में दर्द, पेडू में दर्द आदि को दूर करता है।
  • यह गर्भाशय को मजबूत करता है तथा बार-बार होने वाले गर्भपात को रोकता है।
  • पुरुषों में वीर्य को मजबूती देता है और यौन कमजोरी को दूर करता है।
  • इसके सेवन से होने वाले बच्चे के विकास में मदद मिलती है और वह स्वस्थ्य, और बुद्धिमान होता है।
  • यह इनफर्टिलिटी को दूर करता है और सन्तान प्राप्ति में मदद करता है।
  • यह अत्यंत पौष्टिक है।
  • यह स्निग्ध है और आन्तरिक रूक्षता दूर करता है।
  • यह वज़न, कान्ति, और पाचन को बढ़ाता है।
  • यह कब्ज़ से राहत देता है।
  • यह दिमाग, नसों, मांस, आँखों, मलाशय आदि को शक्ति प्रदान करता है।
  • यह धातुओं को पुष्ट करता है।
  • यह पित्त विकार को दूर करता है।

फल घृत के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Phala Ghrita in Hindi

  • योनि विकार (disorders of female genital tract)
  • वंध्यत्व (Infertility, sterility)
  • गर्भिणी रोग (diseases during pregnancy)
  • कर्ष्य (Emaciation)
  • उत्तर वस्ति (Vaginal Douche)
  • मेंस्ट्रुअल डिसऑर्डर
  • शरीर, पीठ, कमर में दर्द
  • गर्भाशय की कमजोरी
  • बार-बार गर्भपात
  • अगला बच्चा होने में परेशानी
  • कमजोर बच्चे होना
  • लम्बे समय तक ज्यादा मोर्निंग सिकनेस (severe or prolonged vomiting)
  • ब्लॉक्ड फैलोपियन ट्यूब (applied locally as an intrauterine insuffulation or uttaravasti by a specially designed vasti yantra in the dose of 3-5 ml day)
  • शुक्र विकार (disorders of the Shukra dhathu), कम स्पर्म होना Oligospermia, अनैच्छिक वीर्यपात Spermatorrhoea, यौन दुर्बलता Sexual weakness

फल घृत की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Phala Ghrita in Hindi

  • 1 – 2 चम्मच या 6-12 grams दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
  • इसे दूध अथवा गर्म पानी के साथ लें।
  • इसका सेवन लगातार कुछ महीने करे।
  • या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।

कृपया ध्यान दें, आयुर्वेदिक दवाओं की सटीक खुराक आयु, ताकत, पाचन शक्ति का रोगी, बीमारी और व्यक्तिगत दवाओं के गुणों की प्रकृति पर निर्भर करता है।

मोटापा, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल में एहतियात के साथ इस दवा का उपयोग करना चाहिए।

इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।

You can buy this medicine online or from medical stores.

This medicine is manufactured by Rasashram (Phala Ghrita), Atrey (Phal Ghrit), Patanjali Divya Pharmacy (Divya Phal Ghrit), Nisarg (Phal Ghrita), Nagarguna (Phalasarpis/Phal Ghrita) and many other Ayurvedic pharmacies.

10 thoughts on “फल घृत के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

  1. 4 years ho gye h marriage Ko pr conceive nhi ho rha to kya isko pine se conceive ho jaye GA or isko kse Pina h

  2. मैंने अपनी पत्नी का इलाज डॉक्टर राज बवेजा से करवाया जो कि md है अल्लाहाबाद में काफी सारे जाँच भी करवाया लेकिन गर्भ धारण नही हुवा क्या फल घृत से सफलता मिलेगी।

    • Kyan hum phalghrut le kyon ki shri bih vikashit nahi hote wo egg ka size. bda hoke cyst banat hain to iske liye phalghrut ka sevan karn kya

  3. मैडम, मेरी पत्नी की महवारी 7/8 महीनों से नही हो रही है एलोपैथिक का इलाज किया वह महंगा भी पड़ा और फायदा भी नही हुआ। टेस्ट करवाया जिसमें
    anti mullerian hormone (AMH) 0.03 ng/ml
    निकाल बाकी रिपोर्ट सही है।
    कृपया हम बताये कि
    दिव्य स्त्री रसायन वटी और दिव्य फल धृत मे कौन सी दवा का उपयोग करे।
    या आप कोई सस्ती दवा बताएं ताकि महवारी चालू हो वह गृभ धारण कर सके।

  4. Kya phal ghrita ko bina doctor k suggest kiye bhi le sakte hain? Ayurmedinfo naam ki website pr phala ghrita ko bina doctor k suggest kiye lene se mna kiya hua h

    • nahi kyon ki agar koi aur health problem hai to ye dikkat kar sakati hai, jaisa ki post men likha hua hai –> मोटापा, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल में एहतियात के साथ इस दवा का उपयोग करना चाहिए।

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