कील-मुँहासे का आयुर्वेदिक उपचार

कील-मुहांसों को दूर करने के लिए होम रेमेडीज दी गई है। इसके अतिरिक्त कुछ हर्बल दवाएं भी दी गई हैं जिनके उपयोग से मुहांसों को कम किया जा सकता है।

कील-मुहांसे, छोटी फुंसियों की तरह दिखते है। मुँहासों को इंग्लिश में एक्ने या पिम्पल भी कहा जाता है। एक्ने मुंह, पीठ और कंधों, गर्दन, छाती आदि पर हो सकते है। मुहांसे तब निकलते हैं जब बालों के रोम, तेल और मृत त्वचा कोशिकाओं से भर जाते हैं। मुहांसे कोई गंभीर समस्या तो नहीं पर यह बार-बार आते है और इसके होने से सौन्दर्य में कमी आती है। यह देखने में भद्दे लगते है और ठीक होने पर निशान भी छोड़ देते है। यह किशोरों में होने वाली आम समस्या है इसलिए इसे आयुर्वेद में ‘यौवनपीडिका’ भी कहा जाता है।

pimple

आयुर्वेद में सभी प्रकार के मुहांसों के होने का कारण, तीन दोषों के असंतुलन- वात, पित्त और कफ, को माना जाता है पित्त में वृद्धि होने पर शरीर में गर्मी बढ़ जाती है और टोक्सिन भी ज्यादा हो जाते हैं। विषाक्त पदार्थ शरीर में जमा हो कर त्वचा विकारों को जन्म देते हैं। चिकने भारी भोजन जैसे की, दूध, दही, क्रीम, चाकलेट, चिकनाई, घी, तेल आदि का सेवन शरीर में कफ और त्वचा पर तेल को बढ़ा देता है। जब त्वचा ज्यादा तैलीय हो जाती है तो मुहांसे भी ज्यादा हो जाते है।

इस पेज पर कील-मुहांसों को दूर करने के लिए होम रेमेडीज दी गई है। इसके अतिरिक्त कुछ हर्बल दवाएं भी दी गई हैं जिनके उपयोग से मुहांसों को कम किया जा सकता है।

कील-मुहांसों के घरेलू उपचार | Home Remedies for Pimples in Hindi

  • एलो वेरा का जूस पियें।
  • रात को सोते समय आंवला चूर्ण १ चम्मच की मात्रा में लें।
  • दो चम्मच प्याज का रस + शहद, मिलाकर कुछ दिन सेवन करें।
  • नीम के पत्तों को एक कप पानी में रात को भिगो दें और सुबह इसे मसल कर चान लें और पि लें। ऐसा नियमित करें।
  • नीम के कुछ पत्ते चबा के खाएं।
  • धनिया के पत्ते का रस (१ चम्मच) + हल्दी पाउडर (एक चुटकी) के साथ मिश्रित कर दिन में दो बार सेवन करें।
  • चेहरे को दिन में चार या पांच बार पानी से धोएं।

लेप External application

  • जायफल को दूध में घिस कर लगायें।
  • दालचीनी + शहद का पेस्ट लगायें।
  • तुलसी के पत्ते का पेस्ट चेहरे पर १५-२० मिनट लगायें।
  • नीम के पत्ते का पेस्ट चेहरे पर १५-२० मिनट लगायें।
  • हरे पुदीने को पीस लें। इसमें कुछ बूँद नीबू का रस मिलाएं। इसे १५ मिनट चेहरे पर लगायें।
  • मेथी के पत्ते का पेस्ट लगायें।
  • बेर के पत्ते का पेस्ट लगायें।
  • जीरा या अजवाईन का पेस्ट थोड़े से पानी में मिलकर बनायें और प्रभावित जगह पर लगायें।
  • मुल्तानी मिट्टी का लेप चेहरे पर सूख जाने तक लगायें।
  • लाल चन्दन + हल्दी + दूध का पेस्ट, बना कर चेहरे पर नियमित लगाएं।
  • मसूर की दाल को रात में पानी में भगो दें। सुबह इसे पीस कर चेहरे पर लगायें।
  • मुहांसों पर टमाटर का रस लगायें।
  • अमरुद + केला का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगायें।
  • आंवले का चूर्ण रात में भिगो लें और सुबह इसे मुहांसों पर लगायें।

आहार और जीवन शैली Diet and Lifestyle

  • बहुत अधिक मुहांसे निकलने पर पित्त बढ़ाने वाला भोजन जैसे की, मसालेदार भोजन, गर्म भोजन, तेल और खट्टे खाद्य पदार्थ न खाएं।
  • मोटापे को कम करें और ज्यादा चिकनाई युक्त भोजन न करें।
  • ताज़े फल-सब्जी खाएं करें।
  • ज्यादा पानी पियें।
  • कब्ज़ न रहने दें।
  • चेहरे को पानी से कई बार धोयें।
  • सौंदर्य प्रसाधन, क्रीम, तेल आदि चेहरे पर न लगायें।
  • मुँहासे को न छुएँ।
  • चेहरे को भाप दें।

कील मुहासों की आयुर्वेदिक दवाएं | Ayurvedic Medicines for Pimples/acne in Hindi

Medicines for internal use

  • महामंजिष्ठादि काढ़ा Mahamanjisthadi Kwath
  • कैशोर गुग्गुलु Kaishore Guggulu
  • सरिवैद्यसव Sarivadyasava
  • त्रिफला Triphala Churna
  • साफी Hamdard Safi
  • बैद्यनाथ सुरक्ता Baidyanath Surakta
  • डाबर एक्टिव ब्लड प्यूरीफायर सिरप Dabur Active Blood Purifier Syrup
  • हिमालय प्यूरिम टेबलेट्स Himalaya Purim Tablets

External Application

  • चन्दानादी तेल Chandanadi taila
  • कुम्कुमादी लेप Kumkumadi Lepam
  • हरिद्रादी तेल Haridradi Tailam

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