पुनर्नवादि गुग्गुलु के फायदे, नुकसान और उपयोग विधि

पुनर्नवा गुग्गुलु, जड़ी बूटियों का एक शक्तिशाली संयोजन है जो कि सूजन को कम कर देता है। आर्थराइटिस में यह जोड़ों की सूजन को कम करने, और अधिक पानी को शरीर से निकाल कर चलने-फिरने में आसानी करता है।

पुनर्नवादि गुग्गुलु एक आयुर्वेदिक दवा है जिसमें मुख्य घटक पुनर्नवा और गुग्गुलु हैं। इसमें त्रिफला, त्रिकटु, स्वर्णमाक्षिक, सेंधा नमक और अन्य कई औषधीय जड़ी बूटियों शामिल हैं। गुग्गुल एक वृक्ष, कोमिफोरा मुकुल से प्राप्त एक रेसिन है। गुग्गुल गठिया, गाउट, आर्थराइटिस और शरीर में सूजन के लिए एक बहुत बढ़िया दवा है। पुनर्नवा मूत्रल होता है और यह शरीर से अतिरिक्त पानी को बाहर निकालता है और सूजन में आराम देता है। त्रिकटू शरीर में अधिक कफ को कम करता है। त्रिफला पाचन को सही करता है और शरीर में जमा गंदगी को निकालता है।

पुनर्नवा गुग्गुलु, जड़ी बूटियों का एक शक्तिशाली संयोजन है जो कि सूजन को कम कर देता है। आर्थराइटिस में यह जोड़ों की सूजन को कम करने, और अधिक पानी को शरीर से निकाल कर चलने-फिरने में आसानी करता है। यह मूत्रवर्धक है और बढे हुए वात और कफ को कम करता है ।

नीचे इस दवा के घटक, गुण, सेवनविधि, और मात्रा के बारे में जानकारी दी गयी है।

Punarnavadi Guggulu is a polyherbal Ayurvedic medicine containing Punarnava and Guggulu as principle ingredient. The oral intake of this medicine reduces swelling and water retention in body. It reduces Kapha and Vata inside body. Punarnavadi Guggulu is effective medicine in treatment of arthritis, gout, joint swelling etc.

Here information is given about complete list of ingredients, properties, uses and dosage of this medicine in Hindi language.

पुनर्नवादि गुग्गुलु के घटक | Ingredients of Punarnavadi Guggulu in Hindi

सूत्रीकरण रचना:

  • Punarnavamula (Raktapunarnava) पुनर्नवा Boerhaavia diffusa Rt. 4.800 kg
  • Rubukamula (Eranda) एरंड Ricinus communis Rt. 4.800 kg
  • Shunthi सोंठ Zingiber officinale Rz. 768 g
  • Jala पानी for decoction Water 32 liter reduced to 4 liter
  • Kaushika (Guggulu-Shuddha) गुग्गुलु Commiphora wightii O.R. 864 g
  • Eranda Taila एरंड तेल Ricinus communis Sd. Oil 192 ml
  • Trivrit त्रिवृत Ipomoea turpethum Rt. 240 g
  • Nikumbha (Danti) दंती Baliospermum montanum Rt. 48 g
  • Guduci गिलोयTinospora cordifolia St. 96 g
  • Haritaki हरीतकी Terminalia chebula P. 96 g
  • Bibhitaka विभितकी Terminalia belerica P. 96 g
  • Amalki अमलकी Emblica officinalis P. 96 g
  • Shunthi सोंठ Zingiber officinale Rz. 96 g
  • Marica काली मिर्च Piper nigrum Fr. 96 g
  • Pippali पिप्पली Piper longum Fr. 96 g
  • Sindhuttha (Saindhava) सेंध नमक 96 g
  • Citraka चित्रक Plumbago zeylanica Rt. 96 g
  • Bhallata (Bhallataka-Shuddha) भिलावा Semicarpus anacardium Fr. 96 g
  • Vidanga विडंग Embelia ribes Fr. 96 g
  • Makshika Dhatu Curna माक्षिक (Bhasma) 12 g
  • Punarnava (Rakta-Punarnava) पुनर्नवा Boerhaavia diffusa Rt. 48 g

Lf. =Leaf; P. =Pericarp; Rt. =Root; Fr. =Fruit; Rz. =Rhizome; Sd.= Seeds; St. =Stem; St. Bk.= Stem Bark; Fl. Bd. =Flower Bud.

पुनर्नवादि गुग्गुलु के लाभ | Benefits of Punarnavadi Guggulu in Hindi

पुनर्नवादि गुग्गुलु तासीर में गर्म है। यह प्रकृति में हल्का और शुष्क है और शरीर में वात और कफ कम कर देता है। यह सुजन कम करने वाला, दिल के लिए टॉनिक, रक्त-चाप को कम करने वाला और पथरी न बनने देने वाला है।

पुनर्नवादि गुग्गुलु के बहुत से लाभ हैं। उनमें से कुछ नीचे दिए गए हैं।

  • यह मूत्रवर्धक है।
  • यह शरीर में बैठे कफ को ऊतकों से हटाती है ।
  • यह शरीर से गंदगी निकालती है।
  • यह शरीर में जमा अतिरिक्त पानी को बाहर निकालती है और सूजन में आराम देती है।
  • यह दर्द और शरीर में सूजन कम कर देती है।
  • यह जोड़ों की जकड़न में आराम देती है।
  • यह वात-व्याधि/वात दोष के कारण होने वाले रोगों में प्रभावी है।
  • यह गाउट, गठिया, आर्थराइटिस और इडिमा में लाभदायक है।

पुनर्नवादि गुग्गुल के उपयोग | Therapeutic Uses of Punarnavadi Guggulu in Hindi

यह वात-रक्त या गठिया, जोड़ों की अत्यधिक सूजन, आर्थराइटिस के लिए बहुत उपयोगी दवा है। यह एक ब्रॉडस्पेक्ट्रम दवा है और शोथ और पथरी (पित्ताशय, मूत्राशय) में उपयोगी है। यह अंडकोषीय सूजन के इलाज भी दी जाती है। कटिस्नायुशूल, बस्तिशूल, पीठ में दर्द मूत्राशय क्षेत्र में दर्द और गठिया दर्द भी यह बहुत फायदेमंद हैं।

  • वात-रक्त या गठिया
  • आमवात
  • Gridhrasi,साईटिका कटिस्नायुशूल, गठिया
  • Hydrocele अंडकोषीय सूजन
  • मूत्राशय में दर्द, पथरी
  • निचले पेट और मूत्राशय क्षेत्रों में दर्द
  • शरीर में सूजन
  • Edema
  • शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ जाना

पुनर्नवादि गुग्गुलु की सेवनविधि और मात्रा How to take Punarnavadi Guggulu and dosage in Hindi

१-२ गोली, एक दिन में दो बार, सुबह और शाम। गर्म पानी या पुनार्नावादी काढ़े के साथ।

Where to buy

You can buy this medicine online or from medical stores.

This medicine is manufactured by Shree Baidyanath Ayurved Bhawan, Banyan Botanicals, Shree Dhootapapeshwar Limited and some other pharmacies.

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